Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कैलाश नगर के लोग जलभराव से परेशान

    By JagranEdited By:
    Updated: Tue, 25 Aug 2020 11:05 PM (IST)

    बारिश के पानी ने अबोहर के कैलाश नगर के अलावा ढाणी सुचा सिंह समेत गांव केराखेड़ा व बहावलबासी में भारी तबाही मचाई है।

    कैलाश नगर के लोग जलभराव से परेशान

    राज नरूला, अबोहर : बारिश के पानी ने अबोहर के कैलाश नगर के अलावा ढाणी सुच्चा सिंह, समेत गांव केराखेड़ा व बहावलबासी में भारी तबाही मचाई है। यहां तक कि बारिश के पानी में कई घर डूब गए हैं। जबकि कईयों को बेघर होना पड़ा है। पानी में जहां फसलें डूब गई है वहीं पानी में घिरे मकानों को खतरा पैदा हो गया है। ढाणी सुच्चा सिंह में तो अभी भी पानी कम नहीं हुआ है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ढाणी सुच्चा सिंह के सरपंच राज कुमार ने बताया कि बारिश के पांच दिन बाद भी पानी का स्तर कम नहीं हुआ है, जबकि पिछले गांवों का पानी भी ढाणी में पहुंच रहा है। उन्होंने बताया कि पानी के कारण ढाणी में लोगों के घर पानी में डूब गए हैं व सामान खराब हो गया है। यहां तक कि फसलें भी पानी में पूरी तरह से डूब चुकी है।

    उन्होंने बताया कि उनकी ढाणी भी दर्जन भर लोग झुग्गी झोपड़ी बनाकर रह रहे थे, लेकिन पानी आ जाने के कारण उन्हें बेघर होना पड़ा है और वह अब कैलाश नगर के बाहर आकर खुले आसमान के नीचे आकर रहने को मजबूर हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि इन परिवारों को तिरपाल वगैरह का प्रबंध प्रशासन से करवाने को कहा गया है। इसी तरह कैलाश नगर में भी पानी ने काफी कहर ढाया है। कैलाश नगर में भी अनेक लोगों के घर पानी में घिरे हुए है व फसले डूब चुकी है। इतना ही नहीं रेलवे लाइन के साथ साथ भी काफी पानी जमा हो गया है।

    ---

    गांव बहावलबासी में 2500 एकड़ फसलें डूबी

    गांव बहावलबासी के पूर्व सरपंच हरचरण सिंह चरणा ने बताया कि कई गांवों का पानी इस तरफ आ रहा है। इस कारण ड्रेन का ओवरफ्लो होना भी है। गांव में करीब 2500 एकड़ रकबे में पानी भर गया है व फसलें पूरी तरह से डूब चुकी हैं। इससे नरमे व धान की फसलों के नष्ट होने का खतरा बन गया है। उन्होंने कहा कि रेलवे लाइनों के आसपास ढाणियों के सभी घरों में पानी भर चुका है व लोग घर छोड़ने को मजबूर हो रहे हैं।

    उन्होंने कहा कि सरकार व प्रशासन को चाहिए इसका पक्का हल किया जाए। रेलवे लाइनों के साथ साथ या फिर जहां से अब अस्थाई कच्चा खाला बनाया गया है वहां पर पक्का खाला बनाकर पानी की निकासी का पक्का प्रबंध करना चाहिए। उन्होंने बताया कि केराखेड़ा, मलूकपुरा इत्यादि गांवों में भी फसलें पानी में डूब चुकी है।

    --

    प्रशासन ने अस्थाई खाला बनाकर पानी की निकासी का प्रबंध किया

    प्रशासन द्वारा पानी के कारण पैदा हो रहे खतरे को देखते हुए कैलाश नगर से आगे बाइपास हनुमानगढ़ रोड पर सड़क के साथ खाला खोदकर पानी की निकासी का प्रबंध किया जा रहा है। सरकारी कांट्रैक्टर विनीत झांब ने बताया कि पानी की निकासी के लिए आठ-दस ट्रैक्टरों व जेबीजी मशीन लगाकर पानी नहर में डालने की कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि हनुमानगढ़ रोड से गुजरने वाली नहर में पानी कम करवाया गया है ताकि यह पानी नहर में डाला जा सके। उन्होंने बताया कि ढाणी सुच्चा सिंह, बहावलबासी, केराखेड़ा इत्यादि गांवों में पानी ने काफी कहर ढा रखा है व अभी तक पानी पीछे से आ रहा है। इस कारण पानी की निकासी करने में दस से पंद्रह दिन का समय लग सकता है।

    comedy show banner
    comedy show banner