पंजाब के मल्लांवाला में बाढ़ के बाद फैली सड़ी मछलियों की दुर्गंध, ग्रामीणों को सता रहा बीमारी फैलने का डर
सतलुज नदी में बाढ़ का पानी घटने के बाद फत्ते वाला और आले वाला के खेतों में मरी मछलियाँ सड़ रही हैं जिससे दुर्गंध फैल रही है। ग्रामीणों को बीमारियों का डर सता रहा है और उन्होंने प्रशासन से सफाई अभियान चलाने और दवा का छिड़काव करने की गुहार लगाई है। किसान जीवित मछलियों को बचाने और उनसे आमदनी करने की उम्मीद कर रहे हैं।

संवाद सूत्र, मल्लांवाला। सतलुज दरिया का जलस्तर कम होने के बाद अब बाढ़ प्रभावित इलाकों में नई समस्या सामने आ रही है। गांव फत्ते वाला, आले वाला और आस-पास के खेतों में जगह-जगह मरी हुई व कुछ जगह तड़पती जिंदा मछलियां पड़ी हैं।
मरी हुई मछलियां सड़ने लगी हैं, जिससे उठ रही बदबू ने माहौल असहनीय बना दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि खेतों में पड़ी इन मछलियों से न केवल दुर्गंध फैल रही है, बल्कि मच्छर और अन्य बीमारियों का खतरा भी तेजी से बढ़ रहा है।
वहीं कई जगह पानी के गड्ढों में जिंदा मछलियां तड़पती देखी जा रही हैं। किसान चाहते हैं कि इन्हें तालाबों या नहरों में छोड़ा जाए, ताकि उनका जीवन बच सके और ग्रामीणों को थोड़ी आमदनी भी हो सके।
किसान रायवीर ने कहा बाढ़ ने हमारी फसलें तबाह कर दीं, अब खेतों में पड़ी मछलियां हमें बीमारियों के डर में जीने पर मजबूर कर रही हैं। सरकार को तुरंत सफाई अभियान और दवा-छिड़काव करवाना चाहिए।
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि समय रहते कार्रवाई कर खेतों से मरी मछलियां हटाई जाएं और बदबू को खत्म करने के लिए दवा का छिड़काव किया जाए। साथ ही घरों की सफाई और मलबा हटाने के लिए भी मदद उपलब्ध कराई जाए। अगर जल्द कदम नहीं उठाए गए तो हालात और भी गंभीर हो सकते हैं।
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