फिरोजपुर के गांवों में फिर भरने लगा पानी, दहशत में लोग; छोड़ा गया 49 हजार क्यूसेक पानी
फिरोजपुर के बंडाला गांव के खेतों में पोंग और भाखड़ा बांधों से छोड़े गए पानी के कारण फिर से जलभराव हो गया है जिससे किसानों में दहशत है। पहले से ही बाढ़ से प्रभावित किसान गेहूं की बुआई को लेकर चिंतित हैं। जलभराव की वजह से किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। ड्रेनेज विभाग स्थिति को नियंत्रण में बता रहा है।

सोनू अटवाल, मल्लांवाला (फिरोजपुर)। होशियारपुर जिले के तलवाड़ा स्थित पौंग बांध और रूपनगर के नंगल स्थित भाखड़ा बांध से लगातार छोड़े जा रहे पानी से फिरोजपुर के बाढ़ प्रभावित इलाकों में एक बार फिर पानी भरने लगा है। बताते हैं कि सोमवार को हुसैनीवाला हेड से 49 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया जोकि गांव मल्लांवाला के पास पहले से बाढ़ के कारण कमजोर हुए तटबंधों के कारण गांव बंडाला के खेतों में घुसने लगा है।
स्थानीय किसानों का कहना है कि पहले से खेतों में भरा पानी अभी तक पूरी तरह नहीं सूखा नहीं था कि सोमवार को फिर दरिया के साथ लगते खेतों में जलभराव होने लगा है। गांव बंडाला के किसान गुरसेवक सिंह ने बताया कि रविवार को दिनभर हुई वर्षा और सोमवार की सुबह हुई वर्षा ने फिर से किसानों की चिंताएं बढ़ा दी हैं।
पहले बाढ़ के कारण उनकी फसलें बर्बाद हुई और अब फिर खेतों में पानी भरने लगा है। उन्होंने कहा कि अगर आने वाले दिनों में वर्षा का यह सिलसिला जारी रहा, तो गेहूं की बुआई कर पाना नामुमकिन हो जाएगा।
गुरसेवक सिंह ने कहा कि अभी पानी खेतों तक पहुंचा है, लेकिन अगर दरिया का स्तर और बढ़ गया तो पानी दोबारा गांवों में घुस सकता है। ड्रेनेज विभाग के एक्सईएन गुरजिंद्र सिंह ने कहा कि अभी स्थिति पूरी तरह कंट्रोल में हैं। विभाग की ओर से मिट्टी के लिए गट्टे के अलावा अन्य जो भी सामग्री की जरूरत है उसका इंतजाम कर लिया गया है। अगर कहीं कोई गंभीर स्थिति उत्पन्न होती है तो वहां तुरंत एक्शन लिया जाएगा।
हरिके हेड में जमा होता है सतलुज व ब्यास का पानी बता दें कि तरनतारन जिले के हरिके हेड में सतलुज और ब्यास दरिया का पानी इकट्ठा होता है। इसे फिर यहां से आगे गेट खोलकर हुसैनीवाला भेजा जाता है। चूंकि पिछले तीन दिन से भाखड़ा और पौंग बांध से लगातार सतलुज और ब्यास दरिया में पानी छोड़ा जा रहा है। इस कारण हरिके हेट में भी लगातार जलस्तर बढ़ रहा है। इसी के चलते यहां से पानी छोड़ा जा रहा है।
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