Punjab Flood: हबीब के बांध में कटाव शहरवासियों के लिए चिंता का कारण, सतलुज दरिया का जलस्तर बढ़ने से खतरा और बढ़ा
फिरोजपुर के पास हबीब के बांध में कटाव शहरवासियों के लिए चिंता का कारण बना हुआ है। सतलुज दरिया का जलस्तर बढ़ने से खतरा और बढ़ गया है। सेना और ग्रामीण चार दिनों से बांध को मजबूत करने में लगे हैं। जिले के 20 से अधिक गांवों में 8 फुट से अधिक पानी भर गया है और लगभग 110 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं।

कपिल सेठी, फिरोजपुर। शहर से मात्र 6 किलोमीटर दूर स्थित हबीब के बांध में हो रहा कटाव शहरवासियों के लिए बड़ी चिंता का विषय बन गया है। लगातार बढ़ रहे सतलुज दरिया के जलस्तर ने खतरे को और गहरा कर दिया है। हालांकि सेना की एक टुकड़ी व ग्रामीण पिछले चार दिनों से बांध को मजबूत करने के लिए दिन-रात डटे हुए हैं, लेकिन पानी का दबाव थमने का नाम नहीं ले रहा।
स्थिति यह है कि जिले के 20 से अधिक गांवों में 8 फुट से भी ज्यादा पानी भर चुका है, जबकि लगभग 110 गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। खासतौर पर मक्खू क्षेत्र के गांव रूकने वाला में बना आरजी बांध भी कमजोर पड़ गया है। ग्रामीण अपने स्तर पर मिट्टी के गट्टे लगाकर बांध को मजबूती देने की कोशिशें कर रहे हैं, मगर बढ़ते जलस्तर ने पहले लगाए गट्टों को बहा दिया। अब फिर से बड़ी संख्या में ग्रामीण बांध को बचाने के प्रयासों में जुटे हैं।
जलस्तर की बात करें तो बुधवार सुबह हरिके हेड से डाउनस्ट्रीम में 3 लाख 18 हजार क्यूसिक पानी छोड़ा गया, जबकि हुसेनीवाला हेड से 3 लाख 5 हजार क्यूसिक पानी फाजिल्का होते हुए पाकिस्तान की ओर डिस्चार्ज किया गया।
वहीं दरिया में बढ़ते जलस्तर और बढ़ते खतरे को देखते हुए प्रशासन भी पूरी तरह सतर्क है। इसी कड़ी में मंगलवार देर रात करीब 9 बजे डिप्टी कमिश्नर दीप शिखा शर्मा और एसएसपी भूपिंदर सिंह सिद्धू के अलावा अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने हरिके हेड का दौरा किया। इसके बाद करीब 10 बजे रूकनेवाला बांध का भी निरीक्षण किया गया, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।
बांधों पर बढ़ते खतरे और गांवों में घुसते पानी को देखते हुए ग्रामीणों में भय का माहौल है। प्रशासन, सेना और स्थानीय लोग लगातार राहत और बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं, लेकिन हालात अभी भी गंभीर बने हुए हैं।
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