फिरोजपुर के 65 गांव बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित, तीन दिनों तक फंसा रहा परिवार; जुगाड़ की नाव से बचाया
फिरोजपुर जिले के लगभग 65 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं जहां प्रशासन राहत कार्य कर रहा है। गांव निहाला लवेरा निवासी हरजिंदर सिंह का परिवार तीन दिनों से फंसा हुआ था। मदद न मिलने पर उसने गैस सिलेंडरों और टायरों से देसी नाव बनाई और परिवार को सुरक्षित निकाला। हालांकि डीसी दीपशिखा शर्मा ने इस जुगाड़ को खतरनाक बताते हुए नाव को तुड़वा दिया।

कपिल सेठी/सोनू अटवाला, मल्लांवाला (फिरोजपुर)। फिरोजपुर जिले के लगभग 65 गांव बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं। जहां प्रशासन लगातार राहत कार्य चला रहा है, वहीं लोग अपने स्तर पर जुगाड़ के सहारे गांवों से बाहर निकल रहे हैं। गांव निहाला लवेरा निवासी हरजिंदर सिंह का परिवार पिछले तीन दिनों से बाढ़ के पानी में फंसा हुआ था।
परिवार ने कई बार गांव से बाहर निकलने की कोशिश की और मदद की गुहार लगाई पर उन तक कोई नाव नहीं पहुंची। आखिरकार हरजिंदर ने घरेलू गैस सिलेंडरों, चारपाइयों, ट्राली व ट्रक के टायरों की ट्यूब से एक देसी नाव तैयार की। इस नाव पर परिवार के सदस्यों, जरूरी सामान व पशुओं को लेकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
हरजिंदर सिंह ने चाहे अपनी जुगत से परिवार को सुरक्षित निकाल लिया पर उसका जुगाड़ प्रशासन को पसंद नहीं आया। डीसी दीपशिखा शर्मा का कहना है कि ऐसे जुगाड़ का इस्तेमाल करना खतरे से खाली नहीं है इसलिए हरजिंदर की नाव को तुड़वा दिया है। बचाव के लिए हर जगह सेना, एनडीआरएफ व बीएसएफ रेस्क्यू कर रही हैं।
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