आयुर्वेदिक के नाम पर पान-सिगरेट की दुकानों पर बिक रहे भांग के गोले
सुनील प्रभाकर, फिरोजपुर : जिले में सरेआम पनवाड़ियों की दुकानों पर ब्रांडेड भांग बिक रही है। सिगरेट-पा
सुनील प्रभाकर, फिरोजपुर : जिले में सरेआम पनवाड़ियों की दुकानों पर ब्रांडेड भांग बिक रही है। सिगरेट-पान की दुकान चला रहे पनवाड़ी खुद ही केमिस्ट बनकर भांग के गोले को आयुर्वेदिक दवा बताकर बेचने का गोरखधंधा कर चला रहे हैं। शहर की अधिकतर पनवाड़ियों की दुकानों पर शिवम, लहर, लहरी, महादेव का गोला, मुनार, आदि ब्रांड के नाम से चमकीली पै¨कग में भांग का गोला बेचा जा रहा है। पैकेट के ऊपर लिखित में इसे आयुर्वेदिक दवा बताया गया है।
शहर में पनवाड़ी की दुकान पर जाकर जब भांग का गोला मांगा गया तो उसने महादेव ब्रांड का पैकेट पकड़ाते हुए कहा कि पैकेट के अंदर चालीस गोले हैं और इसकी कीमत 70 रुपये हैं। पनवाड़ी ने कहा कि पूरा नशा है, एक बार इसे खाना शुरू कर दिया तो हर बार इसी ब्रांड के भांग के गोले की डिमांड करोगे। इसी तरह छावनी स्थित बस अड्डे, रेलवे स्टेशन और शहर व छावनी के अन्य इलाकों में पान सिगरेट की खुली दुकानों पर भी भांग का गोला अलग अलग ब्रांड के नाम से मिल गया। पनवाड़ियों ने यह भी कहा कि सामान पुलिस की नजर में न पड़े।
वहीं बता दें कि चमकीले पैकेट में बंद एक भांग के गोले अगर किसी बच्चे को खिला दिया जाए तो उसकी भांग के नशे से मौत भी हो सकती है। वहीं जिसने कभी भांग न खाई हो अगर उसे एक गोला खिला दिया जाए तो उसकी हालत डाक्टर के पास पहुंचने वाली हो सकती है।
एक दिन में 40 गोले खाते हैं भंगेड़ी
यह नशा करने वाले एक युवक ने बताया कि उसने भांग एक गोला खाने से शुरूआत की थी। इसके बाद धीरे-धीरे वो भांग की लत का शिकार हो गया और नशे की डोज बढ़ती रही। अब वो दिन में 40 भांग के गोले खा लेता है। घर के आस पास ही पान सिगरेट की दुकान पर असानी से मिल जाने वाले ब्रांडेड भांग के गोले के चलते कम उमर के युवाओं में इसके नशे का प्रचलन तेजी से बढ़ रहा है। ग्रामीण इलाकों में भी ब्रांडेड भांग की बिक्री तेजी से हो रही है।
दवा प्रोडक्ट पान की दुकानों पर बिकने के लिए कैसे पहुंच रहा, जांच करेंगे : अनिल जैन
मामले की पड़ताल करते जब महादेव गोला कंपनी के पैकेट पर छपे कंपनी के नंबर पर फोन किया गया तो उन्होंने कंपनी के मालिक का फोन नंबर देकर उस पर बात करने के लिए कहा। जब मिले नंबर पर फोन किया गया तो खुद को अनिल जैन व कंपनी का मालिक बताने वाले वाले ने कहा कि उन्होंने यह आयुर्वेदिक दवा बनाने का सरकार से बकायदा लाइसेंस लिया है। जब उनसे पूछा गया कि दवा पनवाड़ी की दुकानों पर कैसे पहुंची तो जैन ने कहा कि वो पंजाब के अपने डीलरों से पूछताछ करेंगे। जैन ने कहा कि उनकी दवा नशे के तौर पर पंजाब के अंदर बिक रही है यह जान कर उन्हें दुख लगा। डीलरों के सारे नेटवर्क को कसा जाएगा ताकि नशे के तौर पर उनका दवा प्रोडेक्ट पान सिगरेट की दुकानों पर उपलब्ध न हो सके।
पान-सिगरेट की दुकानों पर की जाएगी छापामारी : सिविल सर्जन
सिविल सर्जन फिरोजपुर गुर¨मदर ¨सह ने कहा कि ड्रग इंस्पेक्टर से सारे मामले पर चर्चा कर ऐसी पान सिगरेट की दुकानों पर छापेमारी की जाएगी। गलत काम करने वालों को जेल की सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।
मामले की जांच करेंगे, नशा बिकने नहीं दिया जाएगा : एसएसपी
एसएसपी भु¨पदर ¨सह ने कहा कि वह इस सारे मामले को क्रास चैक करवाएंगे और कानून के हिसाब से जो भी बनती कानूनी कार्यवाई है कि जाएगी। किसी भी सूरत में इलाके में नशे को बिकने नहीं दिया जाएगा।
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