Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सरकारी अस्पताल में देरी से पहुंचा स्टाफ, मरीज हुए परेशान

    फाजिल्का में नया सरकारी अस्पताल बनने के बाद लगातार यहां ओपीडी बढ़ती जा रही है जिसके चलते सुबह से ही लोग ओपीडी के बाहर पर्ची लेने के लिए एकत्रित हो जाते हैं लेकिन वीरवार सुबह स्टाफ के 10-15 मिनट तक देरी से आने के चलते मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।

    By JagranEdited By: Updated: Thu, 25 Aug 2022 09:54 PM (IST)
    Hero Image
    सरकारी अस्पताल में देरी से पहुंचा स्टाफ, मरीज हुए परेशान

    संवाद सूत्र, फाजिल्का : फाजिल्का में नया सरकारी अस्पताल बनने के बाद लगातार यहां ओपीडी बढ़ती जा रही है, जिसके चलते सुबह से ही लोग ओपीडी के बाहर पर्ची लेने के लिए एकत्रित हो जाते हैं, लेकिन वीरवार सुबह स्टाफ के 10-15 मिनट तक देरी से आने के चलते मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अस्पताल में मौजूद मरीजों ने बताया कि अस्पताल में लोगों की काफी भीड़ होती है। ऐसे में वह सुबह इसलिए जल्दी पहुंचे, ताकि उन्हें लाइनों में ना लगना पड़े, लेकिन जब वह सरकारी अस्पताल में पहुंचे तो स्टाफ नहीं आया था, जिसके चलते धीरे धीरे पर्ची लेने के लिए लोगों की संख्या बढ़ती गई। हालांकि स्टाफ ने आते ही तेजी के साथ पर्ची काटी, लेकिन लोगों को काफी परेशान होना पड़ा। उधर, एसएमओ डा. विकास गांधी ने कहा कि जैसे ही मामला उनके ध्यान में आया तो उन्होंने संबंधित स्टाफ से निर्धारित समय पर आने की हिदायत की। उन्होंने बताया कि स्टाफ को एमरजेंसी के चलते 10 मिनट की देरी हो गई, लेकिन उनको हिदायत कर दी गई है कि समय पर पहुंचकर मरीजों को लाभ दिया जाए। छात्रों ने किया डीसी दफ्तर का घेराव संवाद सूत्र, फाजिल्का : पंजाब स्टूडेंट्स यूनियन द्वारा एमआर सरकारी कालेज में प्रोफेसरों की कमी और पंजाब यूनिवर्सिटी द्वारा बढ़ाईं गई फीसों के विरोध में वीरवार को शहर में रोष मार्च निकाल डीसी कार्यालय के बाहर धरना दिया गया। करीब आधा घंटा प्रदर्शन के बाद डीसी को ज्ञापन सौंपा गया।

    इस मौके पर पंजाब स्टूडेंट्स यूनियन के नेताओं ने कहा कि पंजाब यूनिवर्सिटी द्वारा चुपचाप फीसों में 10 प्रतिशत का विस्तार कर दिया गया है, जिससे विद्यार्थियों पर फीसों का बोझ बढ़ गया है। सरकारें हर बार यह बात कहतीं रही कि हम पढ़ाई को मुफ्त करेंगे परंतु किसी भी सरकार ने पढ़ाई की और कोई ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि इस कालेज में एक भी पक्का प्रोफेसर नहीं है, कालेज में एक भी मास्टर डिग्री का पाठ्यक्रम नहीं है और कालेज का पक्का प्रिसिपल भी नहीं है। समय पर विद्यार्थियों का सिलेबस पूरा नहीं होता, जिस कारण उनको मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। नए प्रोफेसर भर्ती करने पर सरकार कोई कदम नहीं उठा रही। उन्होंने कहा कि अगर उक्त मांगों का जल्द हल ना हुआ तो आने वाले समय में विद्यार्थी अपने संघर्ष तेज करेंगे। इस मौके ऋतु, गुरविदर, नेहा, गुरप्रीत, मनीषा, कमलजीत कौर, आसान, अक्षय, रवि कुमार आदि विद्यार्थी उपस्थित थे।