पंजाब में धरने पर बैठे किसानों का साथी के शव का अंतिम संस्कार से इन्कार, नौकरी और मुआवजा पर अड़े
अबोरह के गांव गुमजाल में किसानों के धरने के दौरान रविवार सुबह गांव दलबीर खेड़ा निवासी सुखविंदर सिंह छिंदा की मौत हो गई थी। किसानों ने उनका शव रखकर धरना देते हुए अंतिम संस्कार करने से इन्कार कर दिया है।

राज नरूला, अबोहर। श्रीगांगनगर मार्ग पर गांव गुमजाल में 45 दिन से स्थायी धरना दे रहे किसानों ने अपना प्रदर्शन और तेज कर दिया है। किसानों की ओर से स्थायी धरने के दौरान रविवार सुबह गांव दलबीर खेड़ा निवासी किसान सुखविंदर सिंह छिंदा की मौत हो गई थी। सोमवार को सरकार का विरोध कर रहे किसानों ने उनका शव रखकर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है। उन्होंने साथी का अंतिम संस्कार करने से इन्कार कर दिया है।
उनकी मांग है कि मृतक किसान के परिवारिक सदस्य को नौकरी व उचित मुआवजा दिया जाए, इसके बाद ही सुखविंदर सिंह का अंतिम संस्कार किया जाएगा। किसानों ने अभी तक शव का पोस्टमार्टम भी नहीं होने दिया है वे शव को धरना स्थल पर रखकर ही प्रदर्शन कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि रविवार शाम को एसडीएम आकाश बंसल यहां पर पहुंचे थे, उन्होंने कुछ पेशकश की थी लेकिन वह उन्हें मंजूर नहीं है। धरने पर बैठे किसानों ने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती, तब तक वह न तो शव का पोस्टमार्टम होने देंगे और न ही अंतिम संस्कार करेंगे।
किन्नू और नरमे की फसल का मुआवजा मांग रहे किसान
गौरतलब है कि अबोहर क्षेत्र के किसानों द्वारा खराब हुई किन्नू व नरमे की फसल के मुआवजे की मांग को लेकर पक्का मोर्चा लगा रखा है। किसानों द्वारा इस रास्ते को भी कई दिन पूर्ण रूप से जाम कर दिया गया था लेकिन प्रशासन के भरोसे के बाद रास्ता खोल दिया गया लेकिन अब फिर से रास्ता जाम कर रखा है। किसान सुखविंदर सिंह की मौत के बाद उनका विरोध और तेज हो गया है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।