Punjab Flood: हरिके हेड से छोड़ा गया पानी सरहदी गांवों के लिए बना आफत, लगातार बिगड़ रहे हैं हालात
फाजिल्का के सरहदी गांवों में हरिके हेड से छोड़े गए पानी ने तबाही मचाई है। तीन लाख क्यूसेक पानी छोड़ने से 32 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं जहां 21 हजार से ज्यादा लोग मुश्किल में हैं। 25 सौ लोगों को सुरक्षित निकाला गया है और सेना व एनडीआरएफ की टीमें बचाव कार्य में जुटी हैं। कावावाली पुल बंद होने से राहत कार्य में दिक्कत आ रही है।

जागरण संवाददाता, फाजिल्का। पिछले 72 घंटों में हरिके हेड से छोड़ा गया पानी अब सरहदी गांवों के लिए आफत बनता जा रहा है। मंगलवार रात को हेडवर्क्स से करीब तीन लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था, जिसका असर वीरवार से स्पष्ट रूप से दिखाई देगा।
इस दौरान करीब 40 हजार क्यूसेक अतिरिक्त पानी से सतलुज का जलस्तर और बढ़ गया है। गांवों के कई ऊंचे घरों तक पानी पहुंचने का खतरा मंडरा रहा है, जबकि कई लोग अब भी अपने मकानों की छतों और ऊंचाई वाली जगहों पर डटे हुए हैं।
21 हजार से ज्यादा लोग 32 प्रभावित गांवों में बाढ़ का सामना कर रहे हैं, जिनमें से 25 सौ लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है, जबकि राहत कार्यों में सेना और एनडीआरएफ की टीमों को लगाया गया है, जो बोट के जरिए फंसे हुए लोगों को बाहर निकाल रही हैं।
लगातार पानी बढ़ने से गांवों के हालात और बिगड़ने लगे हैं। करीब 13 हजार हेक्टेयर जमीन पानी में डूबी हुई है। गांवों को जोड़ने वाला कावावाली पुल पिछले छह दिनों से बंद है, जिससे राहत और बचाव कार्यों में मुश्किलें बढ़ी हुई हैं।
इस समय बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों तक पहुंचने का एकमात्र रास्ता सेना और एनडीआरएफ की नावें ही हैं। प्रशासन का कहना है कि हालात लगातार मॉनिटर किए जा रहे हैं और सुरक्षित निकासी के लिए लगातार प्रयास हो रहे हैं।
वहीं, गुरुद्वारे से भी गांवों में लगे माइक के जरिए लोगों से सुरक्षित जगहों पर जाने की गुजारिश की जा रही है। लेकिन कई परिवार अपनी संपत्ति की सुरक्षा के लिए गांवों को छोड़ने को तैयार नहीं हैं, जिससे बचाव दलों के लिए चुनौती और बढ़ गई है। आने वाले 24 घंटों में हालात और गंभीर हो सकते हैं, क्योंकि छोड़ा गया पानी अब गांवों की ओर बढ़ने लगा है।
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