Punjab Accident News: ड्रेन पुल के डिवाइडर से टकराई कार, 2 लोगों की दर्दनाक मौत; 3 गंभीर रूप से घायल
बरनाला के पास बठिंडा-चंडीगढ़ राजमार्ग पर एक कार दुर्घटना में दो लोगों की मौत हो गई और तीन गंभीर रूप से घायल हो गए। फाजिल्का के राजिंदर कुमार और जगदीश ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, बरनाला/फाजिल्का। बठिंडा-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर बडबर के नजदीक बुधवार सुबह एक कार ड्रेन पुल के डिवाइडर से जा टकराई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि गाड़ी के अगले हिस्से के परखच्चे उड़ गए। इस हादसे में दो लोगों की मौके पर ही मौत हाे गई, जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
घायलों को उपचार के लिए आसपास के अस्पतालों में ले जाया गया है। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर आकर जांच प्रारंभ कर दी है।
जानकारी के अनुसार राजिंदर कुमार अपने भाई जगदीश चंद निवासी बल्लूआना, निर्मल रानी, संदीप व करण के साथ बलेनो कार में सवार होकर चंडीगढ़ जा रहे थे। जैसे ही कार बठिंडा-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर बडबर टोल प्लाजा के पास पहुंची तो ड्रेन पुल पर बने डिवाइडर से टकरा गई।
इस दुर्घटना में जगदीश चंद और कार चालक राजिंदर कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए। जबकि जगदीश चंद, निर्मल रानी, संदीप और करण महरोक को भी चौटें आईं। मौके पर आई एसएसएफ टीम के सदस्य समरजीत सिंह, सुरिंदर पाल सिंह व रमनदीप सिंह ने राहगीरों की मदद से सभी घायलों को उपचार के लिए सरकारी अस्पताल धनौला में भर्ती कराया गया। लेकिन हादसे में राजिंदर कुमार (55वर्षीय) निवासी लाधूका (फाजिल्का) और जगदीश चंद (42 वर्षीय) बल्लूआना की मौत हो गई।
जबकि निर्मला देवी, संदीप और करण गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें चिकित्सा सहायता देने के बाद अन्य अस्पताल रेफर कर दिया गया। एसएसएफ टीम के कर्मचारी ने बताया कि सीट बेल्ट ने आगे बैठी महिला निर्मला देवी की गर्दन को इस कदर जकड़ लिया था कि अगर थोड़ी भी देरी होती तो उनकी जान जा सकती थी। उधर धनौला थाना एसएचओ लखबीर सिंह ने बताया कि मृतकों के परिजनों के बयानों के आधार पर दोनों शवों का पोस्टमार्टम करवाकर मृतकों के परिजनों को सौंप दिया गया है।
गांव लाधूका के निवासी तिलक राज कंबोज ने बताया कि रजिंदर कुमार अपने परिवार और सांढू के साथ अपने बेटे की दवा लेने के लिए सुबह 4 बजे घर से निकले थे। बरनाला के पास नहर के पुल की एक पिलर से कार टकरा गई। इस घटना के बारे में जैसे ही गांव लाधूका और बल्लुआना में पता चला, तो दोनों गांवों में शोक की लहर दौड़ गई। रजिंदर कुमार कंबोज अपने तीन ओर भाइयों में से एक अकेले यहां रहते थे, जबकि बाकी तीन ऑस्ट्रेलिया में रह रहे हैं। इस दुखद घटना ने परिवार व भाइयों को गहरा आघात पहुंचाया है।

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