पंजाब में बाढ़ के बाद स्कूलों में लौटी रौनक, बच्चों ने की पीड़ितों के लिए की प्रार्थना
फाजिल्का जिले में बाढ़ के कारण दस दिनों से बंद सरकारी स्कूल मंगलवार को फिर से खुल गए। स्कूलों में बच्चों के चेहरे खिल उठे और उन्होंने बाढ़ पीड़ितों के लिए विशेष प्रार्थना की। अध्यापकों ने सहानुभूति और सहयोग का महत्व समझाया। शिक्षा विभाग के अनुसार बाढ़ के कारण स्कूलों को अस्थायी राहत केंद्र बनाया गया था लेकिन अब शिक्षण कार्य धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है।

जागरण संवाददाता, फाजिल्का। करीब दस दिन बाद आखिरकार जिले के सरकारी स्कूलों में फिर से रौनक लौट आई। लंबे समय से बाढ़ के कारण बंद पड़े स्कूल मंगलवार को खुले तो बच्चों के चेहरे खिल उठे।
सरकारी कन्या सीनियर सेकेंडरी स्कूल समेत अन्य स्कूलों में बच्चों ने हाथ जोड़कर प्रार्थना सभा में बाढ़ पीड़ितों के लिए विशेष प्रार्थना की। छात्रों ने प्रभु से प्रार्थना की कि प्रभावित इलाकों में हालात जल्द सामान्य हों और लोगों को इस आपदा से राहत मिले।
अध्यापकों ने बच्चों को मुश्किल समय में सहानुभूति और सहयोग का महत्व समझाया। स्कूल प्रांगणों में बच्चों की चहचहाहट गूंज उठी, लेकिन बातचीत में भी बाढ़ का दर्द झलकता रहा। शिक्षा विभाग ने बताया कि बाढ़ के कारण कई गांवों में स्कूलों को अस्थायी राहत केंद्रों के रूप में इस्तेमाल किया गया था, जिससे छुट्टियां बढ़ानी पड़ीं।
अब पानी उतरने के साथ धीरे-धीरे शिक्षण कार्य फिर से पटरी पर लौट रहा है। शिक्षक और छात्र दोनों नई उम्मीदों और दुआओं के साथ कक्षाओं में लौटे। हालांकि पहले दिन बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के कई बच्चे स्कूल नहीं पहुंच सके, लेकिन स्टाफ के अनुसार उन्हें विभागीय निर्देशों के तहत ऑनलाइन पढ़ाई जारी रखी जाएगी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।