सरकारी सम्मानों के साथ शहीद गुरजंट सिंह का किया अंतिम संस्कार
चीन बार्डर पर ड्यूटी के दौरान शहीद हुए अमलोह के गांव रायपुर अराइयां के नायक गुरजंट सिंह का गांव के श्मशानघाट में सरकारी सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।

संवाद सहयोगी, फतेहगढ़ साहिब : चीन बार्डर पर ड्यूटी के दौरान शहीद हुए अमलोह के गांव रायपुर अराइयां के नायक गुरजंट सिंह का गांव के श्मशानघाट में सरकारी सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इससे पहले पार्थिव शरीर को अमलोह के नाभा बस स्टैंड से काफिले समेत गांव लाया गया। लोगों ने हाथों में तिरंगा लेकर शहीद गुरजंट सिंह अमर रहे के जयघोष लगाए। शव को पहले घर ले जाया गया, जहां अंतिम क्रियाएं पूरी करने के बाद गांव के श्मशानघाट ले जाया गया। जहां पर फौज के उच्च अधिकारियों में कर्नल अविन उतिया (सेना मेडल) लेफ्टिनेंट कर्नल विजय चौधरी, कैप्टन हरमनजीत सिंह और नायब रसालदार चंद्र प्रकाश ने श्रद्धांजलि दी। उनके बाद पंजाब सरकार और जिला प्रशासन की ओर से डीसी अमृत कौर गिल, एसएसपी अमनीत कौंडल, एसडीएम अमलोह आनंद सागर शर्मा, डीएसपी अमलोह सुखविदर सिंह, हलका विधायक काका रणदीप सिंह के पीए राम कृष्ण भल्ला ने श्रद्धांजलि दी।
शहीद के पिता संतोख सिंह और बेटे समरजोत सिंह ने जब सेल्यूट किया तो सभी की आंखें नम हो गई। माता चरनजीत कौर, पत्नी कुलदीप कौर और बेटी गुरपारस कौर का विलाप देखकर हर कोई रो रहा था। पिता संतोख सिंह और बेटे समरजोत सिंह ने चिता को अग्नि भेंट की। इस मौके पर जिला प्रशासन ने परिवार को सरकार की ओर से हर संभव सहायता देने का आश्वासन भी दिया। शहीद गुरजंट सिंह चीन के बार्डर पर देश की रक्षा करता हुआ पांच मार्च को शहीद हो गया था। शहीद को दिया गार्ड आफ आनर
इस दौरान पहले भारतीय फौज के बिगलर ने मातम धुन बजाई और जवानों ने हथियार उल्टे कर गार्ड आफ आनर देते हुए फायर कर शहीद को स्लामी दी। फौज के जवानों ने शहीद के ताबूत पर लिप्टा तिरंगा झंडा शहीद के परिवार को सौंप कर सैल्यूट किया।
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