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    सीएम मान ने 125 करोड़ की लागत से बनने वाले पंचायत घरों की रखी नींव, बोले- 2800 से ज्यादा वाले गांवों में बनेगा कॉमन सर्विस सेंटर

    Updated: Wed, 13 Aug 2025 07:42 PM (IST)

    सीएम भगवंत सिंह मान ने पंजाब में 125 करोड़ रुपये की लागत से 500 आधुनिक पंचायत घरों और कॉमन सर्विस सेंटरों की आधारशिला रखी। उन्होंने कहा कि 2800 से अधिक आबादी वाले प्रत्येक गांव में पंचायत घर और कॉमन सर्विस सेंटर बनाए जाएंगे जिससे ग्रामीणों को ऑनलाइन सेवाओं तक पहुंच आसान होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह परियोजना पंचायतों को सामूहिक निर्णय लेने के लिए एक मंच प्रदान करेगी।

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    कार्यक्रम के दौरान लोगों को संबोधित करते सीएम भगवंत सिंह मान

    जागरण संवाददाता, जागरण, फतेहगढ़ साहिब। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज वर्चुअल माध्यम से राज्य भर में 125 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले 500 आधुनिक पंचायत घरों और कॉमन सर्विस सेंटर (सांझ सेवा केंद्र) की आधारशिला रखी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि 2800 से अधिक आबादी वाले प्रत्येक गांव में एक पंचायत घर और एक कॉमन सर्विस सेंटर बनाया जाएगा।

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    उन्होंने कहा कि एक पंचायत घर बनाने की लागत 20 लाख रुपये और एक कॉमन सर्विस सेंटर की लागत 5 लाख रुपये होगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पहले चरण में 500 गांवों में पंचायत घर और सेवा केंद्र बनाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परियोजना के लिए उन गांवों का चयन किया गया है, जहां अभी तक कोई पंचायत घर नहीं है।

    भगवंत सिंह मान ने कहा कि कॉमन सर्विस सेंटर गांवों में डिजिटल क्रांति का गवाह बनेंगे, जिससे ग्रामीणों की विभिन्न ऑनलाइन सेवाओं तक पहुंच आसान हो जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आजादी के 78 साल बाद भी आजादी का लाभ हर घर तक नहीं पहुंच पाया है। उन्होंने कहा कि आज के डिजिटल युग में, सरकारी योजनाओं के लिए आवेदन करना, शैक्षणिक संस्थानों में दाखिला लेना, आधार कार्ड या पासपोर्ट बनवाना और कई अन्य सेवाएं ऑनलाइन उपलब्ध हैं।

    उन्होंने कहा कि ये कॉमन सर्विस सेंटर इन सेवाओं को लोगों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। भगवंत सिंह मान ने यह भी उम्मीद जताई कि यह परियोजना पंचायतों को एक जगह इकट्ठा होने और सामूहिक निर्णय लेने के लिए एक साझा मंच प्रदान करेगी। विपक्षी दलों के नेताओं पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ये राजनीतिक दल एक साजिश का शिकार हैं, जहां हर नेता सत्ता हथियाने के लिए लड़ रहा है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि इन नेताओं की गलत नीतियों ने राज्य को बर्बादी की ओर धकेल दिया है, जिसके कारण निराश युवा विदेश चले गए हैं। कार्यक्रम के दौरान कैबिनेट मंत्री तरुणप्रीत सिंह सौंद, जिले के तीनों विधायक लखबीर सिंह राय, रुपिंदर सिंह हैप्पी, गुरिंदर सिंह गैरी वड़िंग के अलावा पार्टी नेता व कार्यकर्त्ता मौजूद रहे।

    किसी को मिले सीएम, किसी को मिला आश्वासन

    बुधवार को यहां पहुंचे सीएम भगवंत मान से मुलाकात कर अपनी बात रखने के लिये कई संगठनों व यूनियनों के सदस्य अलग-अलग पहुंचे। इनमें से कुछ सीएम से मिलने में सफल रहे जबकि विरोध की आशंका के चलते कुछ को पुलिस व अधिकारियों ने समारोह स्थल से चलता कर दिया।

    पंजाब लंबरदार यूनियन के महासचिव हरबंस सिंह ईसरहेल व सदस्य नई अनाज मंडी में बनाए हैलिपैड पर ही सीएम में मिलने में सफल रहे। उन्होंने तीन सूत्रीय मांग पत्र सीएम को सौंपा। सीएम ने भी जल्द ही इस संबंध में मीटिंग के लिये बुलाने का आश्वासन उन्हें दिया। होमगार्ड यूनियन के पंजाब प्रधान सलामदीन अन्य सदस्यों के साथ सीएम से मुलाकात के आश्वासन पर पहुंचे थे, लेकिन सीएम से उनकी मुलाकात नहीं हो सकी।

    इसी तरह वन विभाग, वाटर एंड सेनिटेशन विभाग व कुछ अन्य विभागों की कर्मचारी यूनियनों के सदस्य अपनी मांगों को लेकर सीएम से मुलाकात करना चाहते थे। लेकिन विरोध की आशंका के चलते प्रशासन ने इन्हें सीएम के समारोह स्थल पर पहुंचने से पहले ही वहां से रवाना कर दिया।

    सीएम के आने पर आंगनबाड़ी वर्कर्स को मिली डेढ घंटे की राइड स्पेशल ट्रेन को रवाना करने के लिये रेलवे स्टेशन पहुंचे सीएम से मिलने आईं आंगनबाड़ी वर्कर्स को पुलिस सीएम से मिलवाने के बहाने डेढ घंटे तक वाहनों में बैठा कर घुमाती रही। सीएम की रवानगी के बाद उन्हें छोड़ा गया। जिससे आंगनबाड़ी वर्कर्स में काफी रोष देखने को मिला।

    रेलवे स्टेशन पहुंची आंगनबाड़ी वर्कर्स को माधोपुर चौक के पास समारोह स्थल पर मुलाकात करवाने की बात कह पुलिस वाहनों में बैठा कर ले गई और डेढ घंटे तक इधर-इधर घुमाने के तब छोड़ा गया जब सीएम समारोह स्थल से रवाना हो गये। इसके बाद आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन की पंजाब प्रधान हरजीत कौर पंजोला ने नाराजगी जाहिर करते हुए इसे अलोकतांत्रिक व दमनकारी बताया।