4 लाख की जाली करंसी दे पिता से ले गए नवजात, बाजार में नोट चलाने गया तो खुला राज; क्या है मामला?
फतेहगढ़ साहिब में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जिसमें एक पिता ने अपने नवजात बेटे को चार लाख रुपये में बेच दिया। चौंकाने वाली बात यह है कि उसे नकली नोट दिए गए थे। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए बच्चे को कोलकाता से बरामद कर लिया है और आठ लोगों को गिरफ्तार किया है जिनमें बच्चे का पिता भी शामिल है।

संवाद सहयोगी, फतेहगढ़ साहिब। तीन बच्चों के पिता ने चौथे नवजात बेटे चार लाख रुपये में बेच दिया। मामले का राजफाश तब हुआ जब बच्चे को खरीदने वालों की ओर से दिए गए चार लाख रुपये के नकली नोटों से पिता बाजार में सामान खरीदने गया। दुकानदार ने नकली नोट होने की सूचना पुलिस को दी।
पुलिस ने जब उसे गिरफ्तार कर पूछताछ की तो उसने बताया कि यह करंसी उसे नवजात को बेचने के बदले में दी गई है। पुलिस ने तुरंत कारर्वाई करते हुए जहां कोलकाता से बच्चे को भी बरामद कर लिया वहीं, आठ लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया।
आरोपितों में बच्चे का पिता और कोलकाता में बच्चे को खरीदने वाला भी शामिल है। आरोपितों की पहचान पटियाला के थाना भादसों के गांव दंदराला खरौड़ निवासी आशा वर्कर कमलेश कौर, उसका पति भीम सिंह, लुधियाना के खन्ना निवासी दाई चरण कौर, जालंधर के मेहतपुरा गांव की अमरदीप कौर उर्फ अमृता, पटियाला के थाना बख्शीवाला के गांव बीबीपुर निवासी तलजिंदर सिंह, गुरदासपुर के बटाला के न्यू हरनाम नगर की रुपिंदर कौर और अमलोह के बुग्गा कलां निवासी उसका पति बेअंत सिंह तथा कोलकाता निवासी प्रशांत पराशर के रूप में हुई है।
एसएसपी शुभम अग्रवाल ने पत्रकार वार्ता में बताया कि 23 जून को तलजिंदर सिंह की पत्नी ने मंडी गोबिंदगढ़ के दीप अस्पताल में एक लड़के का जन्म दिया था। मंडी गोबिंदकढ़ में मजदूरी करने वाले तीन बच्चों के पिता तलजिंदर सिंह ने आर्थिक तंगी के बीच बच्चे को बेचने का फैसला किया।
बच्चे का चार लाख में सौदा तय होने पर उसने आशा वर्कर कमलेश कौर व उसके पति भीम सिंह, दाई चरणजीत कौर को बच्चा दे दिया। इसके बाद उक्त तीनों ने बच्चे को अमनदीप कौर को दे दिया। बाद में अमनदीप कौर ने नवजात बच्चे को रुपिंदर कौर व उसके पति बेअंत सिंह को बेच दिया। बच्चे को वे लुधियाना ले गए और उन्होंने बच्चे को कोलकाता में प्रशांत पराशर को बेच दिया।
एसएसपी ने बताया कि मामला उस समय सामने में आया जब आरोपितों ने बच्चे के पिता को चार लाख रुपये नकली नोट थमा कर फरार हो गए। उन्होंने बताया कि बच्चे का पिता बाजार में नकली नोट चलाता पकड़ा गया को मामले का राजफाश हुआ। इसके बाद मामले की जांच के लिए एसपी डी राकेश यादव के नेतृत्व में अमलोह के डीएसपी गुरदीप सिंह तथा मंडी गोबिंदगढ़ के थाना प्रभारी मनप्रीत सिंह की टीम गठित की गई।
जांच के दौरान पुलिस टीम ने उसी दिन तलजिंदर सिंह के अलावा आशा वर्कर कमलेश कौर, उसके पति भीम सिंह, दाई चरण कौर व अमनदीप कौर को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो पता चला कि उन्होंने बच्चे को चार लाख में रुपिन्द्र कौर और बेअंत सिंह को बेच दिया था जिन्होंने आगे बच्चे को कोलकाता के प्रशांत किशोर को बेचा है और तीनों कोलकाता गए हैं।
कोलकाता से बच्चा बरामद
एसएसपी ने बताया कि थाना प्रभारी मनप्रीत सिंह भी उनके पीछे कोलकाता गए तथा वहां से बच्चे को बरामद कर चाइल्ड वेलफेयर कमेटी कोलकाता में पेश किया। साथ ही रुपिन्द्र कौर, बेअंत सिंह व प्रशांत पराशर को गिरफ्तार कर लिया। जहां तीनों को कोलकाता की अदालत में पेश कर प्रोडक्शन वारंट पर फतेहगढ़ साहिब लाया गया। उन्होंने बताया कि कोलकाता में भी आरोपितों से 1.5 लाख की नकली करंसी बरामद हुई है।
चार लाख में बच्चा खरीद आगे कितने में बेचा जांच जारी
एसएसपी ने बताया कि आरोपितों ने बच्चे के पिता से चार लाख रुपये में सौदा किया था। इसके बाद बच्चा कितने-कितने में बेचा गया, इसकी पूछताछ आरोपितों से की जा रही है। उन्होंने कहा यही नहीं, यह भी जांच की जा रही है कि आरोपितों से पास इतनी बड़ी मात्रा में जाली करंसी कहां से आई। इस मामले में अभी और लोगों की गिरफ्तारी भी हो सकती है।
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