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    कांग्रेस नेता के बेटे की हत्या मामले में 4 गिरफ्तार, आरोपियों के पास से पिस्तौल, लोहे की दाह और एक गाड़ी बरामद

    Updated: Mon, 07 Oct 2024 05:52 PM (IST)

    फतेहगढ़ साहिब में कांग्रेस पार्टी नेता के बेटे तरनजीत सिंह की हत्या के मामले में पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान धीरज बत्ता उर्फ धीरू अमनिंदर सिंह उर्फ प्रिंस संदीप बाक्सर और नीरज कुमार के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपियों के पास से एक देशी पिस्तौल 2 लोहे की दाह और एक स्कार्पियो गाड़ी बरामद की है।

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    गिरफ्तार किए गए आरोपितों के साथ पुलिस।

    संवाद सहयोगी, फतेहगढ़ साहिब। गांव बदीनपुर में 2 अक्टूबर को कांग्रेसी नेता के बेटे तरनजीत सिंह निवासी मंडी गोबिंदगढ़ की हत्या के मामले में जिला पुलिस द्वारा 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।

    जिला पुलिस प्रमुख डाॅ. रवजोत ग्रेवाल ने बताया कि घटना की सूचना मिलने पर एस.पी. (जांच) राकेश यादव की देखरेख में सीआईए सहित विभिन्न टीमों का गठन किया गया, जिसमें सीआईए सरहिंद, मंडी गोबिंदगढ़ और टेक्निकल सेल शामिल थे।

    उन्होंने बताया कि एस.पी (जांच) और डीएसपी अमलोह गुरदीप सिंह की देखरेख में दिन-रात मेहनत करके मामले की जांच करते हुए धीरज बत्ता उर्फ धीरू, अमनिंदर सिंह उर्फ प्रिंस, संदीप बाक्सर और नीरज कुमार निवासी खन्ना गिरफ्तार किए गए।

    कथित आरोपियों के पास से एक देशी पिस्तौल, 2 लोहे की दाह और एक स्कार्पियो गाड़ी बरामद की गई है। केस में गौरव कुमार उर्फ गग्गी, तरणप्रीत सिंह तरण उर्फ तितली, अमरजीत सिंह भलवान की गिरफ्तारी के लिए रेड की जा रही हैं।

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    बताया कि तरनजीत सिंह के पिता के बयान पर थाना मंडी गोबिंदगढ़ में आरोपी धीरज बत्ता,अमनिंदर सिंह, तरनप्रीत सिंह, गौरव कुमार और संदीप सिंह के खिलाफ 2-10-2024 को मुक़दमा दर्ज किया गया था। ग्रेवाल ने बताया कि सबसे पहले संदीप सिंह उर्फ बॉक्सर निवासी खन्ना को गिरफ्तार किया गया।

    उसकी पूछताछ के आधार पर खन्ना निवासी नीरज कुमार को नामजद किया गया। इसके बाद धीरज बत्ता उर्फ धीरू, अमनिंदर सिंह उर्फ प्रिंस और नीरज कुमार को गिरफ्तार किया गया। इस मामले में एक अन्य आरोपी अमरजीत सिंह उर्फ भलवान को भी नामजद किया गया है।

    एसएसपी ने बताया कि कथित आरोपियों को माननीय अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड हासिल कर लिया गया है और पुलिस द्वारा पूछताछ की जा रही है, जिसमें और भी खुलासे होने की संभावना है।

    उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपी धीरज बत्ता उर्फ धीरू के खिलाफ पहले भी 15 मामले दर्ज है,जबकि अमनिंदर सिंह उर्फ प्रिंस बुल्लढ निवासी खन्ना के खिलाफ 12 मामले और संदीप सिंह उर्फ बॉक्सर निवासी खन्ना के खिलाफ 8 मामले पहले से ही दर्ज हैं।

    'तेजधार हथियारों से कर दी हत्या'

    डॉ.रवजोत ग्रेवाल ने बताया कि पुलिस जांच में पता चला है कि हत्या करने वाले लोगों ने एक गिरोह बनाया था और ये लोग मंडी गोबिंदगढ़, खन्ना, खरड़, चंडीगढ़, दोराहा, समराला और अन्य इलाकों से फिरौती वसूलते थे और नशा बेचने का काम करते थे, यह लोग पहले भी कई बार जेल जा चुके हैं।

    उन्होंने बताया कि मृतक तरनजीत सिंह उर्फ नन्नी की दोस्ती करीब 5 साल पहले धीरज बत्ता के साथ हुई थी।मृतक तरनजीत सिंह मंडी गोबिंदगढ़ के मोतिया खान में लोहे की ट्रेडिंग का काम करता था,उसकी आरोपियों से दोस्ती हो गई थी और वे अक्सर उसके ऑफिस में आकर बैठते थे।

    उन्होंने बताया कि किसी कारणवश यह अलग हो गए और मृतक तरनजीत सिंह उर्फ नन्नी अपना खुद का काम करने लगा और उसने उनसे रिश्ता तोड़ लिया,मगर कथित आरोपी धीरज बत्ता गैंग को यह बात बर्दाश्त नहीं हुई और वे इस बात को लेकर तरनजीत सिंह से खुन्नस खाते थे।

    उन्होंने कहा कि दोनों गुटों के बीच स्थिति तनावपूर्ण होने लगी क्योंकि धीरज बत्ता को डर था कि तरनजीत सिंह नन्नी एक और बड़ा गिरोह बना लेगा। इसके चलते धीरज बत्ता ने अपने गिरोह के साथ तरनजीत सिंह उर्फ नन्नी की हत्या की साजिश रची थी। उन्होंने बताया कि तरनजीत सिंह उर्फ नन्नी की कथित आरोपियों के गिरोह द्वारा लंबे समय से रेकी की जा रही थी और 2 अक्टूबर को गांव बदीनपुर में तेजधार हथियारों से उसकी हत्या कर दी गई थी।

    'पॉलिटिकल रंजिश भी हो सकती है'

    मृतक के पिता और कांग्रेस नेता मनजीत सिंह निवासी विकास नगर मंडी गोबिंदगढ़ ने कहा कि इसके पीछे पॉलिटिकल रंजिश भी हो सकती है। पुलिस को हर पहलु से जांच करनी चाहिए। मनजीत ने कहा कि ये गिरोह काफी समय से उसके बेटे की हत्या करने की फिराक में था। कुछ समय पहले उनकी गाड़ी तोड़ी गई थी।

    जिसकी शिकायत पुलिस के पास की गई थी। अगर उस समय पुलिस ने कोई सख्त एक्शन लिया होता तो शायद यह मर्डर न होता। उन्होंने डर के मारे अपने बेटे को लुधियाना में शेयर मार्केट के बिजनेस में लगा दिया था। इस गिरोह ने उसके बेटे का पीछा जारी रखा और 2 अक्तूबर को बदीनपुर में मर्डर कर दिया।