नशेड़ी बेटे ने घर को बना दिया नर्क
बुढ़पे में जिस बेटे को मां-बाप का सहारा बनना था अब वही समस्या बना हुआ है। ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, फरीदकोट,
बुढ़पे में जिस बेटे को मां-बाप का सहारा बनना था, अब वही बेटा उनकी जान का दुश्मन बन गया है। नशे की लत में डूबा 28 वर्षीय बेटा नशे की डोज खरीदने के लिए पैसे न देने पर जानलेवा हमला करता है, घर के कीमती सामान वह चुराकर पहले बेंच चुका है। नशे की आपूर्ति के लिए अब वह घर व खेत बेचने के लिए मां-बाप पर दबाव बना रहा है। बेटे के उत्पीड़न से मां-बाप ही नहीं उसकी दो बेटियां व पत्नी भी बेहद परेशान है।
54 वर्षीय मां ने बताया कि वह आठ एकड़ जमीन के किसान है। उनकी तीन संतानों में यह सबसे छोटा बेटा है, जबकि 16 वर्षीय बेटा व 15 वर्षीय बेटे की पहले ही हादसों में मौत हो चुकी है। बेटे की नशे की लत को देखते हुए उन लोगों ने उसकी दस साल पहले शादी कर दी थी, उन्हें लगा था कि शायद शादी होने से जिम्मेदारियां बढ़ने पर वह नशे की लत छोड़ सुधर जाए, परंतु हालात में सुधार नहीं हुआ। उनकी बहन विदेश में रहती है। बेटे ने हद कर दी है, उसने उन सबका जीवन नरक बना दिया है। वह चौबीसों घंटे नशे में डूबा रहता है।
हर तीसरे दिन वह एक तोला चिट्टा (हेरोइन) खरीदता है, जिसे इंजेक्शन में भर कर, खुद ही अपने हाथ-पांव की नशों में लगा लेता है। एक तोला चिट्टा वह लोग पांच हजार रुपये में देते हैं। उनके गांव का नाम टूढ़ी है। उनके गांव में उनके बेटे के अलावा भी कई युवा नशे में डूबे रहते है, जिसकी शिकायत उन्होंने पुलिस से लेकर प्रशासन तक की परंतु हालात में कोई सुधार नहीं हुआ। बेटे को पांच बार नशा छुड़ाओ केन्द्र में दाखिल करवाया, परंतु वह फिर से नशे पर लग जाता है। दो दिन पहले तो हद ही हो गई। चिट्टा खरीदने के लिए पैसे न देने पर बेटे अपने पिता के बिस्तर पर ही रात्रि में फरसे से हमला कर दिया। संयोग से उस समय वह बिस्तर से उठकर वाथरूम गए थे, यदि वह बिस्तर पर होते तो उनकी मौत निश्चित ही थी। उन्होंने बताया गांव के कुछ लोगों ने उसे गलत रूप से समझाया है कि उसके मां-बाप की मौत होने पर घर व खेत उसके नाम हो जाएगा, जिसके लिए वह घर पर बैठे-बैठे उन्हें वह मारने का प्लान बनाता रहता है। घर में बहू व दोनों पोतियों की हालत देख कर तरस आता है। ऐसे में हम चाहते हैं कि उसकी मौत ही हो जाए। इनसेट
हालात का जायजा लेकर करेंगे कार्रवाई : डीसी
डिप्टी कमिश्नर विमल कुमार सेतिया ने कहा कि उक्त गांव में नशे का मामला उनके ध्यान में नहीं है। वह हालात का जायजा लेने के साथ ही नशे के सौदागरों पर कठोर कार्रवाई के साथ ही जो युवा नशे में डूबे है, उन्हें उपचार कर सेहतमंद करवाएंगे।

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