फरीदकोट: घना कोहरा छीन रहा जिंदगी, ट्रक और मोटरसाइकिल की टक्कर में एक की मौत
फरीदकोट में धुंध का कहर जारी है। फिरोजपुर रोड पर ट्रक और मोटरसाइकिल की टक्कर में एक व्यक्ति की मौत हो गई और तीन घायल हो गए। ट्रैफिक इंचार्ज वकील सिंह ...और पढ़ें

फरीदकोट में धुंध के कारण एक मोटरसाइकिल और ट्रक की टक्कर में एक व्यक्ति की मौत हो गई (फोटो: जागरण)
प्रदीप गर्ग, फरीदकोट। फिरोजपुर रोड पर शनिवार को सुबह धुंध के बीच टकराने से एक की मौत वह तीन घायल हो गए थे। धुंध का असर दिखने के साथ ही फरीदकोट में दुर्घटनाओं के मामले आना शुरू हो गए है ।
सर्दी और धुंध लगभग एक दूसरे के पर्याय हैं। हर साल सर्दियों के साथ ही चाहे-अनचाहे यह धुंध सड़क पर यमराज बनकर आ खडी होती है। सैकड़ों लोगों का जीवन असमय ही लील जाने वाली इस धुंध से मुकाबला करना नामुमकिन नहीं है।
कुछ सावधानियां आपकी और सड़क पर चलने वाले लोगों की जिंदगी सुरक्षित रख सकती है।
सर्दी के मौसम में धुंध के कारण हर साल काफी दुर्घटनाएं होती हैं फिर भी लोग उचित बचाव नहीं करते हैं। सरकार की ओर से सड़क दुर्घटनाएं रोकने के लिए कई तरह के उपाय बताती है लेकिन लापरवाही के चलते इन पर कोई ध्यान नहीं देता है जिसकी वजह से एक्सीडेंट होते हैं।
धुंध में गाड़ी चलाते वक्त इन बातों का खयाल रखें तो जिंदगी सुरक्षित रह सकती है,
धुंध को लेकर ट्रैफिक इंचार्ज वकील सिंह का कहना है कि वाहन चलाते समय धुंध से बचने के लिए अपने वाहन में फॉग लाइट जरूर लगवाएं कई लोग इस बात को हमेशा नजरंदाज करते हैं। लेकिन फॉग लाइट का फायदा यह होता है कि इससे विजिबिलिटी बढ़ जाती है।
गाड़ी को हमेशा नियंत्रित गति से चलाएं ताकि मौका पर पड़ने पर उसे आसानी से रोका जा सके। अगर रोज एक ही रास्ते से निकलते हैं तो उन रास्तों में जहां पर सबसे कम विजिबिलिटी रहती है उसकी पहचान कर लें।
नदी के पुल, अस्पताल, स्कूल, कॉलेजों के आसपास गाड़ी की गति की बिलकुल धीमे कर लें और अपनी ही लेन में चलें। अगर विजिबिलटी बेहद कम है तो कोशिश करें कि गाड़ी सड़कों पर बनी सफेद लाइन के सहारे ही चलाएं।
हमेशा ध्यान रखें कभी बीच सड़क या किनारे गाड़ी न खड़ीं करें कोई दूसरा भी आपकी गाड़़ी को ठोंक सकता है। अगर किसी लंबे सफर पर जा रहे हैं तो आसपास किसी दुकान के पास गाड़ी पार्क कर दें और सभी लाइटें जला दें।
वाहन की दृश्यता रखने के लिए पीछे रिफ्लेक्टर जरूर लगाएं। वाहन के इंडिकेटर सही रहें। गाड़ी की हेड लाइट और टेल लाइट (पीछे वाली लालबत्ती) सही हों, ताकि पीछे से आने वाले वाहनों को नजर आए।
तेज रफ्तार में वाहन न दौड़ाएं, खासकर हाईवे और बाईपास पर। बिना कारण हाईवे या बाईपास किनारे न खड़े हों, दृश्यता कम होने से किसी वाहन की टक्कर की संभावना अधिक रहती है। कोई आहट होने पर हॉर्न का प्रयोग जरूर करें

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