Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Faridkot News: टिल्ला बाबा फरीद में हंस राज को सिरोपा भेंट करने पर छिड़ी बहस, माथा टेकने आए लोगों ने जमकर की निंदा

    Faridkot News लोकसभा चुनाव के लिए फरीदकोट से भारतीय जनता पार्टी सांसद हंस राज हंस ने चुनाव अभियान की शुरुआत कर दी है। उन्होंने बाबा फरीद में माथा टेक कर चुनावी अभियान की शुरुआत की। मौजूदा वक्त में अब सिरोपा पहनाने को लेकर बहस छिड़ गई। बात इतनी बढ़ी कि नौबत धक्कामुक्की की आ गई। ऐसे में वहां मौजूद श्रद्धालुओं ने भी निंदा की।

    By Jatinder Kumar Edited By: Prince Sharma Updated: Fri, 05 Apr 2024 03:33 PM (IST)
    Hero Image
    Faridkot News: टिल्ला बाबा फरीद में हंस राज को सिरोपा भेंट करने पर छिड़ी बहस

    संवाद सहयोगी, फरीदकोट। Punjab News: स्थानीय टिल्ला बाबा फरीद में गुरुवार को बाबा फरीद (Baba Farid) धार्मिक संस्थानों को लेकर चल रहा पारिवारिक विवाद उस समय प्रखर हो गया जब भाजपा प्रत्याशी हंस राज हंस टिल्ला बाबा फरीद में माथा टेकने के लिए पहुंचे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उन्हें सिरोपा पहनाने को लेकर शुरू हुई बहस इतनी बढ़ गई कि बात धक्का मुक्की तक आ पहुंची और फिर श्री गुरु ग्रंथ साहिब की उपस्थिति में ही दोनों पक्षों द्वारा काफी बहसबाजी की गई। जिसके चलते वहां माथा टेकने के लिए पहुंचे लोगों द्वारा इसकी निंदा भी की गई।

    हंस राज हंस ने टेका था बाबा फरीद में माथा

    उल्लेखनीय है कि वीरवार को भाजपा प्रत्याशी हंस राज हंस टिल्ला बाबा फरीद में माथा टेकने के लिए पहुंचे थे। जब वे श्री गुरु ग्रंथ साहिब के समक्ष माथा टेक कर हटे तो उन्हें सिरोपा भेंट करने को लेकर बहस शुरू हो गई।

    इस दौरान जहां ग्रंथी सिंहों द्वारा हंस राज हंस को सिरोपा भेंट करने की बात की गई तो दूसरी ओर महीप सिंह सेखों द्वारा उन्हें सिरोपा भेंट करने के लिए कहा गया, जिसके चलते दोनों पक्षों में विवाद इतना बढ़ गया बात एक-दूसरे के साथ धक्का मुक्की तक आ गई।

    महीप सिंह ने भेंट किया सिरोपा

    जिस पर हंस राज हंस भी परेशान हो गए और भाजपा के जिलाध्यक्ष गौरव कक्कड़ को कहना पड़ा कि यह आपका पारिवारिक मसला है इसे यहां उठा कर उनका कार्यक्रम न खराब करें। पहले ग्रंथी सिंह द्वारा सिरोपा भेंट किया गया और उसके बाद जब हंस राज हंस वहां बैठ गए तो महीप सिंह द्वारा उन्हें सिरोपा भेंट किया गया।

    इसके पश्चात ग्रंथी सिंहों व दूसरे पक्ष के बीच बाहर आकर भी बहस हुई। इस दौरान पूर्व सदस्य परमजीत सिंह ने कहा कि ग्रंथी सिंहों ने जो किया वह गलत है उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए।

    इस संबंध में बाबा फरीद संस्थाओं के प्रबंधक डॉ. गुरिंदर मोहन सिंह ने कहा कि पहले ही कमेटी द्वारा फैसला लिया जा चुका है कि ग्रंथी सिंह ही सिरोपा भेंट किया करेंगे, लेकिन आज किया गया विवाद बेबुनियाद था।

    यह भी पढ़ें- 'बहुत बुरा लगा', सीएम केजरीवाल की तस्वीर लगाए जाने पर भड़के भगत सिंह के पोते