पीयू के धुरंधरों के सहारे डीयू का किला भेदने में जुटी एबीवीपी और एनएसयूआई
दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ (डूसू) चुनाव में पंजाब यूनिवर्सिटी के छात्र नेताओं ने ताल ठोक दी है। एबीवीपी और एनएसयूआई ने पीयू के अनुभवी नेताओं को कमान सौंपी है। पीयू के कई नेता दिल्ली यूनिवर्सिटी के कॉलेजों में प्रचार कर रहे हैं। पीयू चुनाव के बाद डूसू चुनाव दिलचस्प हो गया है। इंटरनेट मीडिया का भी खूब इस्तेमाल हो रहा है।

मोहित पांडेय, चंडीगढ़। दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र संघ (डूसू) चुनाव की सियासी पिच पर पंजाब यूनिवर्सिटी के धुरंधर ताल ठोक रखी है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) और नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन आफ इंडिया (एनएसयूआई) ने डूसू के चुनावी दंगल में अपनी नैया पार लगाने के लिए पीयू के धुरंधर छात्र नेताओं को कमान सौंपी है। दोनों छात्र संगठनों के कई बड़े छात्र नेता डूसू के चुनावी मैदान में नजर आ रहे हैं।
दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव को लेकर पीयू के छात्र नेता नार्थ, साउथ कैंपस ऑफ कैंपस के कालेजों में चुनाव प्रचार कर रहे हैं। वीरवार को दिल्ली यूनिवर्सिटी में छात्र संघ की चुनावी बिसात पर प्रत्याशियों का कड़ा इम्तिहान होगा। यहां पर कुल मतदाताओं की संख्या एक लाख 45 हजार से ऊपर है। इस वर्ष एबीवीपी और एनएसयूआई ने अपने घोषणापत्र में हेल्थ कार्ड, ओपन जिम सब्सिजाइज्ड स्वास्थ्य बीमा, और जाब जैसे मुदेद शामिल किए है।
इस माह की तीन तारीख को पीयू में छात्र संघ चुनाव हुआ था, जिसमें एबीवीपी और एनएसयूआई में टक्कर देखने को मिली थी। पीयू चुनाव के ठीक 15 दिन बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी में छात्र संघ का चुनाव हो रहा है, जिस कारण मुकाबला काफी दिलचस्प नजर आ रहा है।
इसके साथ पीयू की छात्र इकाइयां इंटरनेट मीडिया के जरिए भी डूसू चुनाव में अपने -अपने छात्र संगठनों के लिए वोट मांगने की जुगत में जुटी हुई है। पीयू के छात्रसंघ चुनाव में छात्र संगठनों के लिए इंटरनेट मीडिया अचूक हथियार साबित हुआ था, जिसके बाद डूसू चुनाव की जंग में इंटरनेट मीडिया पर लड़ी जा रही है।
पंजाब यूनिवर्सिटी के पूर्व व नए अध्यक्ष डूसू के दंगल में
दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र संघ के चुनावी रण में पंजाब यूनिवर्सिटी के पूर्व अध्यक्ष अनुराग दलाल एनएसयूआई और नए अध्यक्ष गौरव वीर सोहल एबीवीपी के लिए वोट मांगते नजर आ रहे है। इन दोनों के साथ अन्य कई छात्र नेता भी डीयू में चुनाव प्रचार के लिए बीते एक सप्ताह से डेरा जमाए बैठे हैं।
पीयू के इतिहास में पहली बार एबीवीपी इस बार सत्ता में आई है। एबीवीपी के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी को गौरव वीर सोहल को 3148 वोट मिले थे। पीयू का किला भेदने के बाद एबीवीपी के अध्यक्ष गौरव को संगठन ने डीयू फतेह करने कि जिम्मेदारी सौंपी है।
सिद्धू मूसेवाला के पिता और सिंगर मासूम शर्मा ने मांगे वोट
दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनाव के लिए सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह ने इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट के जरिए एनएसयूआई के लिए वोट मांगे। इसके साथ हरियाणवी सिंगर मासूम शर्मा ने भी इंस्टाग्राम पर स्टोरी लगा कर वोट मांगे।
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