Harpreet Kaur Babla Profile: पिता सेना में कर्नल, 3 बार रहीं पार्षद... कौन हैं चंडीगढ़ की नई मेयर हरप्रीत कौर बबला?
Chandigarh Mayor Harpreet Kaur Babla चंडीगढ़ की नई मेयर हरप्रीत कौर बबला ने आम आदमी पार्टी-कांग्रेस गठबंधन की उम्मीदवार प्रेमलता को तीन वोटों से हराया। सैन्य परिवार से ताल्लुक रखने वाली हरप्रीत कौर बबला (Harpreet Kaur Babla) तीन बार चंडीगढ़ नगर निगम की पार्षद रह चुकी हैं। उनके पति देविंदर सिंह बबला चंडीगढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) के उपाध्यक्ष हैं।

बलवान करिवाल, चंडीगढ़। Harpreet Kaur Babla Profile: आज चंडीगढ़ में मेयर पद के लिए चुनाव हुआ। इस चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार हरप्रीत कौर बबला केंद्रशासित प्रदेश की नई मेयर बनी हैं। उन्होंने आप-कांग्रेस गठबंधन की उम्मीदवार प्रेमलता को तीन वोटों से शिकस्त दी है।
चुनाव में हरप्रीत बबला (Harpreet Kaur Babla) को 19 वोट मिले हैं। वहीं, प्रेमलता को 17 वोट हासिल हुए हैं।चंडीगढ़ मेयर (Chandigarh Mayor Election) पद के लिए कुल 36 वोट पड़े थे। खास बात रही कि इस चुनाव में सभी वोट वैध रहे हैं। कोई भी मतपत्र रद नहीं हुआ। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस की ओर से तीन वोट क्रॉस भी की गई हैं।
कौन हैं हरप्रीत कौर बबला?
चंडीगढ़ की नई मेयर हरप्रीत कौर बबला एक अनुभवी और लोकप्रिय नेता हैं, जिनका राजनीतिक सफर सफलता से भरा रहा है। हरप्रीत कौर बबला ने देहरादून के कॉन्वेंट ऑफ जीसस एंड मैरी स्कूल से पढ़ाई की और इतिहास विषय में (BA ऑनर्स) व अंग्रेजी में (MA) में डिग्री हासिल की। हरप्रीत सैन्य परिवार से हैं। उनके पिता भारतीय सेना में कर्नल के पद पर रहे हैं।
राजनीतिक करियर
- तीन बार चंडीगढ़ नगर निगम की पार्षद चुनी गईं।
- दोनों कार्यकालों में सबसे अधिक मतों के अंतर से जीत दर्ज की।
परिवारिक पृष्ठभूमि
हरप्रीत कौर बबला का परिवार राजनीति और व्यवसाय में सक्रिय है। उनके पति देविंदर सिंह बबला चंडीगढ़ बीजेपी के उपाध्यक्ष हैं और पूर्व में नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष व मार्केट कमेटी के अध्यक्ष रह चुके हैं। हरप्रीत कौर के दोनों बेटे भी अपने क्षेत्रों में सक्रिय हैं। युधवीर सिंह बबला: त्राइसिटी में रियल एस्टेट बिज़नेस में सक्रिय परमवीर सिंह बबला: चंडीगढ़ क्लब लिमिटेड के सबसे युवा कार्यकारी सदस्य हैं।
चंडीगढ़ मेयर चुनाव का गणित
चंडीगढ़ नगर निगम में कुल 36 वोट हैं, जिसमें क्षेत्र के 35 पार्षदों और एक सांसद (एमपी) के वोट शामिल हैं। बहुमत के लिए कुल 19 वोटों की जरूरत थी।
चंडीगढ़ नगर निगम के मेयर पद के लिए मतदान सुबह करीब 11 बजे शुरू हुआ। मतदान के दौरान आप-कांग्रेस गठबंधन के तीन पार्षदों ने प्रेमलता के खिलाफ क्रॉस वोटिंग की, जिससे भारतीय जनता पार्टी की जीत का रास्ता साफ हो गया।
पिछली बार चुनाव में हुई थी धांधली
20 फरवरी, 2024 तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश डी. वाई चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली सुप्रीम कोर्ट की खंडपीठ ने आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार कुलदीप कुमार को महापौर चुनाव का विजेता घोषित किया। सुप्रीम कोर्ट ने पाया था कि तत्कालीन रिटर्निंग ऑफिसर अनिल मसीह (Anil Masih) ने 30 जनवरी को जानबूझकर कुलदीप कुमार के पक्ष में डाले गए आठ मतपत्रों को खराब कर दिया था ताकि उन्हें अमान्य कर दिया जाए।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।