Karwa Chauth 2023: चांद का हुआ दीदार, अर्घ्य देकर महिलाओं ने खोला निर्जला व्रत
Punjab. Haryana, Himachal Karwa Chauth Chand : आज पूरे देश में सुहागिन औरतों ने अपने पतियों की सुरक्षा और समृद्धि के लिए कठिन निर्जला व्रत रखा और चांद का दीदार कर व्रत को खोला। चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद ओरतों का व्रत पूरा हुआ। हर शहर में चांद दिखने का समय-समय अलग रहा।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Karwa Chauth 2023 : देशभर में आज महिलाओं ने अपने पति की लंबी आयु के लिए करवा चौथ का व्रत रखा है। आज सभी सुहागन महिलाएं बिना अन्न और जल के निर्जला उपवास पर हैं और बस थोड़ी ही देर में चंद्रमा का अर्घ्य देखने के बाद अपना व्रत खोलेंगी।
करवा चौथ का व्रत हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, कार्तिक माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को हर साल आता है। साथ ही इस दिन चंद्रमा को छलनी से देखने की बेहद खास परंपरा है, जिसका पालन लंबे समय से किया जा रहा है।
इस बार करवा चौथ पूजा मुहूर्त (Karwa Chauth 2023 Pooja Mahurat) - शाम 06:05 बजे से शाम 07:21 बजे तक है। तो वहीं, करवा चौथ व्रत (Karwa Chauth 2023 Vrat Time) का समय - सुबह 06:39 बजे से रात 08:59 बजे तक रहेगा। इसके अलावा चंद्रोदय (Karwa Chauth Chand kab Niklega) का समय - रात्रि 08:59 बजे है।
अंबाला जिले में करवा चौथ पर जहां कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, वहीं पूजा अर्चना में महिलाओं ने कथा भी सुनी। सुबह से ही बाजारों में करवा चौथ को लेकर चहल पहल रही। महिलाएं मेहंदी लगवाती दिखीं, जबकि ब्यूटी पार्लरों में भी महिलाओं की भीड़ रही।
शाम के समय विभिन्न कालोनियों में महिलाएं एकत्रित हुईं और करवा चौथ की कथा सुनी। इसके बाद इंतजार रहा चांद के निकलने का। चांद के दीदार को लेकर महिलाएं छत पर खड़ी रहीं। चांद दिखते ही महिलाओं ने परंपरागत तरीके से व्रत खोला और पति के हाथों से पानी पीया।
रियासी में करवा चौथ पर्व पर शहर के मुख्य बाजार में स्थित भगवान श्री गणेश जी के मंदिर में महिलाओं की भारी भीड़ उमड़ी। उन्होंने माथा टेककर फल, फूल व प्रसाद चढ़ाया। इसके चलते मंदिर में माथा टेकने वाली महिलाओं की लंबी कतार लग गई।
अपनी बारी के लिए महिलाओं को काफी इंतजार करना पड़ा। देर शाम को चांद नजर आने पर सुहागिनों ने चांद को अर्घ्य दिया। उसके बाद अपने पति के हाथों से जल ग्रहण कर व्रत संपन्न किया।
करवा चौथ के व्रत पर महिलाओं ने अपनी पतियों की लंबी उम्र की कामना की। शिमला में जब चांद का दीदार हुआ तो नज़ारा कुछ ऐसा था।
जम्मू में महिलाओं ने करवा चौथ की कथा सुनी और फिर उन्होंने छलनी से चांद देख और व्रत खोला।
बुधवार को सुहागिनों ने करवाचौथ का व्रत (Karwa Chauth Vrat) रखा और रात साढ़े आठ बजे के बाद चांद के निकलते ही महिलाओं ने छलनी में पति का दीदार कर करवा चौथ का व्रत खोला। कई जगहों पर पत्नियों ने विदेश में रह रहे पतियों के मोबाइल पर वीडियो कॉल कर उनका चेहरा देखा और करवा चौथ का व्रत खोला। कुछ इसी अंदाज में सुहागिनों ने देर शाम चांद के बाद अपने पिया के चेहरे का दीदार कर करवाचौथ के व्रत का पारण किया।
हिमाचल प्रदेश में सुहागिन महिलाओं ने चांद का दीदार किया और महिलाएं पूरे रीति-रिवाज के साथ अनुष्ठान कर रही हैं।
अमृतसर और चंडीगढ़ में महिलाओं ने चांद देखने के बाद छलनी से अपने पतियों का दीदार किया।
करवा चौथ (Karwa Chauth) व्रत को लेकर नव विवाहित महिला सुखमंजीत कौर चांद का दीदार करती हुई।
जींद जिले में बुधवार को करवा चौथ का व्रत धूमधाम से मनाया गया। सभी सुहागिन महिलाओं ने व्रत रख कर अपने पति की लंबी उम्र के लिए कामना की। दोपहर को भारी संख्या में महिलाओं में टोलियां बना कर करवा चौथ की कथा सुनी। पति की लंबी उम्र के लिए कामना की। इस दौरान सूर्य जल दिया। वहीं शाम के समय व्रत खोलने के बाद रेस्टोरेंट में काफी भीड़ रही।
पूजा स्थान को साफ करने के बाद उसे सजाएं। इसके बाद भगवान शिव, पार्वती व गणेश जी की प्रतिमा पूजा स्थान पर रखें। पूजा करने वाली जगह पर दीया जलाएं और फिर सभी पर सिंदूर और कुमकुम का टीका लगाएं। इसके बाद देवताओं पर जल, फूल व फल चढ़ाएं। यह करने के बाद आप करवा चौथ कथा का पाठ करें। पाठ करने के बाद देवी-देवताओं की आरती करें। अंत में अपने पति की लंबी उम्र व खुशहाली के लिए प्रार्थना करें।
पूरा दिन निर्जला व्रत रखने के बाद महिलाएं चाय या कॉफी नहीं, बल्कि जूस का सेवन करें। इससे कमजोरी महसूस नहीं होगी और शरीर हाइड्रेटेड भी रहेगा।
पंजाब के अमृतसर में महिलाएं करवा चौथ का त्योहार बड़े धूमधाम से मना रही हैं। आज के दिन महिलाओं ने पतियों की लंबी उम्र के लिए व्रत रखा है और हाथ में चलनी लिए हुए महिलाएं नजर आ रही हैं।
अविवाहित महिलाएं करवा चौथ के दिन को काफी सौभाग्यशाली मानती हैं। इस दिन अविवाहिता अगर व्रत रखती हैं तो उनकी कुंडली में गुरु मजबूत हो सकता है और उनकी शीघ्र शादी हो सकती है। हालांकी, गुरु के कमजोन होने पर शादी होने में देरी हो सकती है। ऐसे में अगर शादी में भी बाधा आ रही है तो आज करवा चौथ पर पूजा के समय गुरु कवच का पाठ जरूर करें।
करवा चौथ पर चांद देखकर ही महिलाएं अपना व्रत खोलती हैं। लेकिन अगर चांद न दिखाई दें तो इसके लिए महिलाओं के परेशान होने की जरूरत नहीं। क्योंकि कई बार प्रदूषण, बारिश और बादल मंडराने के चलते चांद दिखाई नहीं देता है। ऐसी स्थिति में जिस दिशा में चांद दिखाई देता है उस तरफ महिलाएं अपना मुंह करके चंद्रमा का ध्यान करें और फिर अपना व्रत खोल लें।
लुधियाना में करवा चौथ का चांद 08:15 मिनट पर दिखाई देगा। वहीं अमृतसर में 08:13 मिनट पर करवा चौथ का निकलेगा।
जालंधर में करवा चौथ का चांद महिलाएं 08:14 मिनट पर देख सकती हैं।
देशभर में मनाए जा रहे करवा चौथ (Karwa Chauth) के पर्व पर वृषभ राशि, कर्क राशि, तुला राशि और मेष राशि वाली महिलाओं किस्मत में आएंगी ये खुशियां।
पंजाब और हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ में करवा चौथ (Moontiming In Chandigarh) का चांद 08:10 बजकर निकलेगा।
सुहाग का प्रतीक एवं पति की लंबी आयु के लिए मनाये जाने वाले करवा चौथ पर्व को लेकर बुधवार को महिलाओं ने सोलह श्रृंगार कर भगवान श्रीगणेश, गौरी व चंद्रमा की पूजा-अर्चना की। वहीं उन्होंने अपने पतियों की लंबी आयु की कामना करते हुए पूरा दिन निर्जला होकर यह व्रत धारण किया। महिलाओं ने व्रत के दौरान करवा चौथ पर्व की कहानी सुन पूजा-अर्चना की रस्म अदा की। उल्लेखनीय है कि करवा चौथ पर्व को लेकर महिलाएं सूर्य उदय होने से पूर्व ही जलपान ग्रहण कर यह व्रत शुरू कर देती है, उसके उपरांत वह पूरा दिन निर्जल रहती है।
शिव जी अपने मस्तक पर चंद्र को धारण किए हुए हैं। ऐसे में चांद न दिखने की स्थिति में आप शिव जी के मस्तक पर विराजमान चंद्रदेव के दर्शन करके भी अपने व्रत का पारण कर सकती हैं। साथ ही आप मंदिर जाकर महादेव द्वारा धारित चंद्रमा का दर्शन करके भी करवा चौथ का व्रत खोल सकती हैं।
करवा चौथ (Karwa Chauth Live) पर यदि चांद न दिखे तो घबराएं नहीं। आप स्मार्ट तरीके से भी व्रत खोल सकते हैं। आज के दौर में आप टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके भी करवा चौथ के व्रत का पारण कर सकती हैं। इसके लिए आप अपने किसी जानकार, जिसके यहां चांद निकल चुका है, उसे विडियो कॉल करके भी चंद्र देव को अर्घ्य देते हुए व्रत खोल सकती हैं।
करवा चौथ (Karwa Chauth Live 2023) पर महिलाओं को लाल रंग का जोड़ा पहनना चाहिए, क्योंकि यह शुभ माना जाता है। हालांकि कुछ अन्य रंग भी हैं, जिन्हें पहन सकते हैं, जिनमें पीले, हरे, गुलाबी और नारंगी रंग शामिल हैं, जबकि काले या सफेद रंगों से बचना चाहिए।
पति की लंबी उम्र के लिए रखे गए व्रत पर सोना, चांदी के दामों में गिरावट हुई है। बाजारों में देखिए क्या मिल रहा है दाम।
करवा चौथ (Karwa Chauth 2023) के पावन व्रत पर महिलाएं सौलह श्रृंगार करती है। इसके लिए पहले ही सुहागिन महिलाओं ने बाजार से पूजन सामग्री, वस्त्र आदि की खदीदारी कर ली। मंगलवार की रात तक ब्यूटी पार्लर में भीड़ लगी रही। सुहानिगों ने अपनी कलाई पर कलाई सजाई। मेहंही लगवाने के लिए लंबी कतार लगी रही।
करवा चौथ पूजा मुहूर्त - शाम 06:05 बजे से शाम 07:21 बजे तक
करवा चौथ व्रत का समय - सुबह 06:39 बजे से रात 08:59 बजे तक
चंद्रोदय का समय - रात्रि 08:59 बजे
भगवान चंद्रमा का पूजन मंत्र - ॐ सोमाय नमः
करवा चौथ (Karwa Chauth 2023) महिलाओं के लिए सबसे अहम माना जाता है। पूरे विधि-विधान के साथ करवा चौथ की पूजा करनी चाहिए। करवा चौथ (Karwa Chauth Pooja) की पूजा सामग्री में अबीर, गुलाल, कुमकुम, हल्दी, मेहंदी, कलावा, जनेऊ, फुल-माला, चावल, चंदन , इत्र, घी का दीपक, अगरबत्ती, नारियल और मिठाई इत्यादि सामग्री का उपयोग करें।
करवाचौथ पर नवविवाहित महिलाओं में खासा उत्साह है। महिलाओं ने मंगलवार को जमकर खरीदारी की है। आज अधिकतर महिलाएं लाल वस्त्र में नजर आईं।
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में 8 बजकर 8 मिनट पर करवा चौथ (Karwa Chauth Moon Shimla) का चांद निकलेगा।
Karwa Chauth 2023 Moon Time Haryana: हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले में करवा चौथ का चांद 8 बजकर 12 मिनट पर निकलेगा।
कभी-कभी कुछ जगहों पर बारिश, धुंध अन्य कारण से चांद नजर नहीं आता है। इसके लिए (Karwa Chauth Chaand) चांद न दिखने की स्थिति में चंद्रमा जिस दिशा से उदित होता है, उधर दिशा की ओर मुंह करके उनका ध्यान करते हुए व्रत खोला जा सकता है।
आज देशभर में महिलाओं ने करवा चौथ का व्रत रखा है। करवा चौथ की पूजा का शुभ मुहूर्त (Karva Chauth Shubh Muhurat) शाम 5.36 बजे से लेकर शाम 6.54 बजे तक रहेगा। महिलाओं को पूजा के लिए 1 घंटा 18 मिनट का समय मिलेगा।
करवा चौथ में शाम को चांद निकलने के बाद पानी पीकर व्रत खोलने और उसके बाद खाना खाने की परंपरा है। पूरे दिन बिना कुछ खाए-पिए रहने के बाद शाम को जब खाने का मौका मिलता है, तो महिलाएं तला-भुना, मसालेदार खाना पसंद करती हैं।
जो खाने में तो मजेदार लगते हैं, लेकिन इनसे पाचन खराब होने की पूरी-पूरी संभावना रहती है। ऐसे में व्रत के बाद डाइजेशन खराब न हो, इसके लिए बिरयानी, कचौड़ी, पूड़ी जैसी तेल वाली चीजों से परहेज करना चाहिए।
करवा चौथ का व्रत कर रही महिलाएं अपनी राशि के अनुसार साड़ी पहने। जानें किस राशि की महिलाओं को क्या साड़ी पहननी चाहिए।
पंजाब में करवा चौथ (Karwa Chauth chaand in Chandigarh) का चांद 8 बजकर 10 मिनट पर दिखेगा
ॐ शिवायै नमः से पार्वती का, ॐ नमः शिवाय से शिव का, ॐ षण्मुखाय नमः से स्वामी कार्तिकेय का, ॐ गणेशाय नमः से गणेश का तथा ॐ सोमाय नमः से चंद्रमा का पूजन करें।
करवा चौथ (Karwa Chauth 2023) में पूरे विधि-विधान के साथ पूजा करनी चाहिए। चंद्रमा, शिव, पार्वती, स्वामी कार्तिकेय और गौरा की मूर्तियों की पूजा षोडशोपचार विधि से विधिवत करके एक तांबे या मिट्टी के पात्र में चावल, उड़द की दाल, सुहाग की सामग्री, जैसे- सिंदूर, चूडियां शीशा, कंघी, रिबन और रुपया रखकर किसी बड़ी सुहागिन स्त्री या अपनी सास के पांव छूकर उन्हें भेंट करनी चाहिए।
सायं बेला पर पुरोहित से कथा सुनें या पढ़ें व दान-दक्षिणा दें। पूर्ण चंद्रोदय हो जाए तब चंद्रमा को छलनी से देखकर अर्घ्य दें, आरती उतारें और अपने पति का दर्शन करते हुए पूजा करें। करवों में लड्डू का नैवेद्य रखकर नैवेद्य अर्पित करें। एक लोटा, एक वस्त्र व एक विशेष करवा दक्षिणा के रूप में अर्पित कर पूजन समापन करें। इससे पति की उम्र लंबी होती है। तत्पश्चात पति के हाथ से पानी पीकर व्रत तोड़ें।
Moonrise Time Live Today: करवा चौथ में सही मुहूर्त में पूजा करने का विशेष महत्व बताया गया है।
आज के शुभ और अशुभ समय
शुभ समय: अभिजित 11:42 - 12:26
अशुभ समय
दुष्टमुहूर्त 10:14 AM - 10:58 AM
कंटक 02:39 PM - 03:23 PM
यमघण्ट 07:17 AM - 08:01 AM
राहु काल 01:27 PM - 02:50 PM
कुलिक 10:14 AM - 10:58 AM
कालवेला या अर्द्धयाम 04:07 PM - 04:51 PM
यमगण्ड 06:33 AM - 07:56 AM
गुलिक काल 09:18 AM - 10:41 AM
पंजाब के सीएम भगवंत मान की पत्नि गुरप्रीत कौर ने आज पति मान के लिए व्रत (Karwa Chauth 2023) रखा है।
हिमाचल में करवा चौथ (Karwa Chauth 2023) के दिन धूप खिली रहेगी। शाम के समय भी मौसम साफ रहेगा। चांद के दीदार में कोई व्यवधान नहीं आएगा।
Karwa Chauth 2023 Live: इस बार करवा चौथ पर खास संयोग बन रहा है। बुद्ध, आदित्य, शिव, और सर्वार्थ सिद्धि योग का महासंयोग बना है। यह 100 साल के बाद हो रहा है। ज्योतिषियों के अनुसार, इस महासंयोग पर करवा चौथ के व्रत और पूजा वैवाहिक जीवन के लिए सुख, समृद्धि, और पुण्य का फल देगा।
करवा चौथ का व्रत रखने के पीछे एक पौराणिक कथा है। कथा के अनुसार करवा नाम की एक स्त्री अपने पति के साथ तुंगभद्रा नदी के किनारे स्थित एक गांव में रहती थीं। उनके पति बुढ़े और निर्बल थे।
एक दिन नदी के किनारे स्नान के दौरान मगरमच्छ ने उनका पैर पकड़ लिया। वह करवा कहकर अपनी पत्नी को पुकारने लगे। पति की पुकार सुन करवा वहां पहुंचीं। करवा के पतिव्रता धर्म का पालन करने से उनके सतीत्व में काफी शक्ति थी।
करवा ने अपने पति के प्राण संकट में देख यमराज से प्रार्थना की। करवा के पतिव्रता होने के कारण यमराज ने उनकी प्रार्थना स्वीकार की और पूछा कि हे देवी आप क्या चाहती हैं।
इस पर करवा ने कहा कि मेरे पति के प्राण उस मगरमच्छ के कारण संकट में पड़े हैं। आप उसे मृत्यु दंड दे दीजिए। इसपर यमराज ने कहा कि मगरमच्छ की आयु अभी शेष बची है। तब करवा ने कहा कि यदि आपने उस मगरमच्छ को मृत्यु दंड नहीं दिया, तो मैं अपने तपोबल से आपको श्राप दे दूंगी।
उसका साहस देख यमराज भी डर गए और मगरमच्छ को यमपुरी भेज दिया। साथ ही करवा के पति को दीर्घायु होने का वरदान दिया। उसी समय से करवा चौथ व्रत प्रचलन में आया।
हरियाणा में आज करवा चौथ ( Karwa Chauth 2023 Chaand Timing) का चांद 8 बजकर 16 मिनट पर निकलेगा।
उत्तर से लेकर दक्षिण तक और पूर्व से लेकर पश्चिम तक आज सभी पतिव्रता महिलाएं करवा चौथ (Karwa Chauth 2023) का व्रत रखेंगी।
करवा चौथ की पूर्व संध्या पर महिलाओं ने तरह-तरह की रंग बिरंगी चूड़ियां, कंगन, साड़ियां और मिट्टी के करवे की खरीदारी की। पिछले कुछ दिनों से करवा चौथ को लेकर खासा उत्साह बना हुआ है लेकिन मंगलवार को बाजारों में पांव रखने की जगह नहीं थी। करवा चौथ को लेकर शहर के बाजारों में महिलाओं व युवतियों की भारी भीड़ रही। जिसके चलते शहर के बाजारों में सोलह सिंगार को पूरा करने वाली दुकानें भी देर शाम तक खुली रही। देर रात तक मेहंदी लगाने का काम चलता रहा।
करवा चौथ का व्रत पूरी परंपराओं के साथ किया जाता है। रात मे चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद व्रत पूरा होता है। अर्घ्य देते समय कलश में चांदी का सिक्का और अक्षत होना चाहिए।
देशभर में कल महिलाएं करवा चौथ का पर्व मनाएंगी। जानकारी के मुताबिक, इस करवा चौथ पर 100 साल बाद अद्भुत संयोग (Karwa Chauth Sanyog) 2023 बन रहा है। कल मृगशिरा नक्षत्र, बुधादित्य योग के साथ शिव-परिघ व सर्वार्थ सिद्धि योग का संयोग बन रहा है। चंद्रमा अपनी उच्चराशि वृषभ में विराजमान रहेगें।
देशभर में कल सुहागन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए करवा चौथ (Karwa Chauth Vrat 2023) का व्रत रखेंगी। इस दिन पति अपनी पत्नियों को उपहार देते हैं।
बाजारों में पुरुष अपनी पत्नियों को गिफ्ट देने के लिए खरीददारी कर रहे हैं। वे तरह-तरह के उपहार खरीद रहे हैं।
हरियाणा के रेवाड़ी में कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाए जाने वाले करवा चौथ पर्व को लेकर उत्साह दिखने लगा है।
एक नवंबर बुधवार को करवा चौथ का व्रत (Karwa Chauth 2023 Moon Time Today) रखा जाएगा। इसको लेकर जिले की महिलाओं में काफी उत्साह है।
वहीं, करवा चौथ को लेकर पूजा-पाठ के सामान और मेहंदी लगाने वालों की दुकान भी सजी हुई हैं। बाजार के विभिन्न दुकानों पर भीड़ रही।
पूरे देश में करवा चौथ ( Karwa Chauth Date 2023) की धूम मची हुई है। बाजारों में महिलाओं का उत्साह साफ नजर आ रहा है। हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर शहर में नई रौनक है। महिलाएं मेंहदी लगा रही हैं। वहीं ब्यूटी पार्लर के बाहर भी महिलाओं की भीड़ है।
करवा चौथ ( Karwa Chauth Vrat 2023) के दिन सुहागिनों को लाल, गुलाबी, पीला,हरा और महरून रंग के वस्त्र धारण करने चाहिए। पहली बार करवा चौथ व्रत रखने वाली स्त्रियों को लाल रंग के वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है।
इतना ही नहीं पहली बार व्रत रखने वाली महिलाएं अगर शादी का जोड़ा पहनती हैं तो, इसे और उत्तम माना जाता है। मान्यता है कि ऐसा करने से आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी।
Karwa Chauth 2023 Live: करवा चौथ पर रात में चंद्रमा को अर्घ्य देते समय इस मंत्र का उच्चारण करें। तौ नमस्त्यै शिवायै शर्वाण्यै सौभाग्यं संतति शुभा। प्रयच्छ भक्तियुक्तानां नारीणां हरवल्लभे
Karwa Chauth Vrat Rule: काशी विद्वत परिषद के संगठन मंत्री प्रो. विनय पांडेय के अनुसार तिथि विशेष पर पूरे दिन उपवास रख कर रात्रि में सौभाग्य की अधिष्ठात्री देवी गौरी की ‘शिवायै शर्वाण्यै सौभाग्यं सन्ततिं शुभाम्। प्रयच्छ भक्तियुक्तानां नारीणां हरवल्लभे।।’ मंत्र से आराधना कर शिव परिवार की पूजा करनी चाहिए।
हिमाचल प्रदेश, पंजाब और हरियाणा के बाजारों में रौनक बढ़ गई है। करवा चौथ के लिए महिलाएं जमकर खरीददारी कर रही हैं। मेहंदी काउंटरों व ब्यूटी पार्लरों पर महिलाओं की भीड़ लगी है।
वह महिलाएं जो करवा चौथ का व्रत पहली बार रख रही हैं या वे महिलाएं जो व्रत करती आ रही हैं, उन सभी महिलाओं को करवा चौथ में ये काम जरुर करने चाहिए। सुहागन औरतों को सौलह श्रृंगार और हाथों में मेहंदी जरुर लगाएं। मेहंदी लगाना सुहागिन महिलाओं के लिए जरूरी माना जाता है।
जिस तरह से करवा चौथ बेहद खास है। ठीक इसी तरह से इस पर्व पर पूजा की विधि का भी अपना ही महत्व है। करवाचौथ पूजा का विधि के लिए अठवारी और हलवा बनाएं और पीली गौर बनाएं और उनके साथ गणेश भगवान को बिठाएं।
इसके बाद सुहाग के सामान से गौरी का श्रृंगार करें। करवा में गेहूं, बताशे और मिठाई रखें और करवा पर स्वास्तिक बनाएं। इसके बाद गौरी-गणेश की परंपरानुसार पूजा करें। ध्यान लगाकर करवा चौथ की कथा सुनें।
कथा सुनने के बाद करवा पर हाथ घुमाकर अपनी सासू मां के पैर छूकर आशीर्वाद लें और करवा उन्हें दे दें। वहीं, रात में चांद निकलने के बाद छलनी से चांद देखें, पूजा करें और चंद्र देवता को जल चढ़ाएं।
Karwa Chauth Sargi: करवा चौथ की सरगी का अपना खास महत्व है। सास बहु को सरगी और सुहाग का सामान देती है। जिसका इस्तेमाल करवा चौथ की पूजा के दौरान होता है। सरगी में 16 श्रृंगार का सामान जैसे कुमकुम, बिंदी, मेहंदी, चूड़ी, साड़ी, सिंदूर, बिछिया, काजल आदि जरूर शामिल किया जाता है। सरगी में ताजे और मौसमी फलों को शामिल करना चाहिए। सरगी में सास अपनी बहू को मीठे के रूप में दूध से बनी खीर आदि भी दे सकती हैं।
करवा चौथ का पर्व पतिव्रता स्त्रियों के लिए बेहद खास है। व्रत के लिए पूजा के समय खास चीजों का ध्यान रखना जरुरी है। पूजा की थाली में पानी, थाली, मिट्टी का दीपक, चांदी का कटोरा, गंगाजल, मिठाई, चांदी की थाली, और चांदी के कलश रखे जाते हैं।
सभी सुहागन औरतें करवा चौथ पर सुबह 06:39 बजे से व्रत रखें जो रात 08:59 बजे तक रहेगा। इसके अलावा चंद्रोदय का समय रात 8 बजे के आसपास है।
पंजाब में करवा चौथ पर चांद रात 08 बजकर 10 मिनट पर निकलेगा।
करवा चौथ पर चतुर्थी तिथि 31 अक्टूबर को रात नौ बजकर 32 मिनट पर शुरू होगा और एक नवंबर को रात नौ बजकर 21 मिनट पर समापन होगा। हरियाणा में एक नवंबर को रात 8:15 बजे पर चंद्रोदय होने का अनुमान लगाया गया है।
ज्योतिषाचार्य के मुताबिक इस बार लंबे अर्से के बाद करवाचौथ के व्रत पर शिव योग तथा सर्वार्थ सिद्धि योग का अद्भुत संयोग बनने जा रहा है।
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में चांद का दीदार रात 8:07 मिनट पर होगा।
करवा चौथ व्रत: सुबह 6:36 से रात 8: 26 बजे तक है।
करवा चौथ पूजा: शाम 5: 36 मिनट से शाम 6:54 मिनट तक है।
करवा चौथ चंद्रोदय का समय: 1 नंवबर रात 8:05 बजे