क्या है ऑपरेशन सील-18? जिसे पंजाब पुलिस ने चलाया, 71 एंट्री-एग्जिट प्वाइंट पर नाके; 9 गिरफ्तार
पंजाब पुलिस ने ऑपरेशन सील-18 के तहत सीमावर्ती इलाकों में सघन जांच की। इस दौरान 2464 वाहनों की जांच हुई और कई चालान काटे गए। नशा विरोधी अभियान में 87 तस्कर गिरफ्तार हुए और भारी मात्रा में हेरोइन व अफीम जब्त की गई। पुलिस ने समाज विरोधी तत्वों पर नकेल कसने के लिए यह कार्रवाई की। नशे से मुक्ति के लिए लोगों को पुनर्वास केंद्रों में भेजा गया।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। पंजाब पुलिस ने शनिवार को ऑपरेशन सील-18 चलाया। इस ऑपरेशन का उद्देश्य सीमावर्ती इलाकों से आने-जाने वाले सभी वाहनों की सघन जांच कर समाज विरोधी तत्वों, नशा तस्करों और अन्य अपराधियों पर पैनी नजर रखना था।
डीजीपी गौरव यादव के निर्देशानुसार सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक सभी जिलों में एक साथ यह कार्रवाई की गई। सीमावर्ती जिलों के एसएसपी को रणनीतिक स्थानों पर साझा नाके लगाने और गजटेड अधिकारियों एसएचओ की निगरानी में अधिक से अधिक पुलिस बल तैनात करने के निर्देश दिए गए थे।
स्पेशल डीजीपी कानून एवं व्यवस्था अर्पित शुक्ला ने बताया कि 10 अंतरराज्यीय सीमावर्ती जिलों (पठानकोट, श्री मुक्तसर साहिब, फाजिल्का, रूपनगर, मोहाली, पटियाला, संगरूर, मानसा, होशियारपुर और बठिंडा) में 71 एंट्री एग्जिट प्वाइंट पर नाके लगाए गए।
इन नाकों पर 600 से अधिक पुलिसकर्मी, इंस्पेक्टर, डीएसपी की निगरानी में तैनात थे। इस दौरान 2,464 वाहनों की जांच हुई, 286 चालान काटे गए और 9 वाहन जब्त किए गए। पुलिस ने चार एफआइआर दर्ज कर नौ व्यक्तियों को गिरफ्तार किया।
इसी तरह नशा विरोधी अभियान के 161वें दिन 403 स्थानों पर छापेमारी की गई और 57 एफआइआर दर्ज की गईं और 87 नशा तस्कर पकड़े गए। इसके साथ ही अब तक की कुल गिरफ्तारी की संख्या 25,264 हो गई। जब्त किए गए नशे में 2.2 किलो हेरोइन और 2.1 किलो अफीम शामिल है।
79 गजटेड अधिकारियों की निगरानी में 1,200 से अधिक कर्मियों वाली 180 पुलिस टीमों ने कार्रवाई की और 433 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच की। वहीं, 54 व्यक्तियों को नशा छुड़ाने और पुनर्वास उपचार के लिए राजी किया है।
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