अमेरिका ट्रक हादसा: डेढ़ लाख पंजाबी ड्राइवरों की रोजी-रोटी पर संकट, लाइसेंस सस्पेंड; सियासी हलचल शुरू
फ्लोरिडा में एक पंजाबी ट्रक ड्राइवर के कारण हुए हादसे के बाद अमेरिका ने वर्क वीजा पर रोक लगा दी है जिससे लगभग 1.5 लाख पंजाबी ट्रक ड्राइवरों की रोजी-रोटी खतरे में है। अमेरिकी सरकार ने विदेशी ड्राइवरों की बढ़ती संख्या को नागरिकों के लिए खतरा बताया है। पंजाब में यह मुद्दा राजनीतिक दलों के लिए भी महत्वपूर्ण हो गया है।
जागरण संवाददाता, जालंधर। अमेरिका के फ्लोरिडा राज्य में पिछले दिनों पंजाबी ट्रक ड्राइवर हरजिंदर सिंह के हाईवे पर अवैध यूटर्न लेने से हुई दुर्घटना में तीन लोगों की मौत के बाद वहां ट्रक चलाने वाले लगभग 1.50 लाख पंजाबी ट्रक ड्राइवरों की रोजी-रोटी खतरे में पड़ गई है।
घटना के बाद अमेरिकी सरकार ने वर्क वीजा पर तुरंत प्रभाव से यह कहकर रोक लगा दी है कि बड़े ट्रक चलाने वाले विदेशी ड्राइवरों की लगातार बढ़ती संख्या ने अमेरिकी नागरिकों का जीवन खतरे में डाल दिया है। वर्क वीजा व कामर्शियल ड्राइविंग लाइसेंस पर रोक से पंजाबी ड्राइवरों पर असर पड़ना तय है।
पंजाब में यह विवाद राजनीतिक दलों के लिए भी एक बड़ा मुद्दा बन गया है। पंजाब में भारी वाहनों की ड्राइविंग सीख रहे पंजाबियों की पहली पसंद अमेरिका बना हुआ है। एक ड्राइवर जो प्रतिदिन 500 से 600 मील ट्रक चला सकता है, वह प्रतिमाह पांच से छह लाख रुपये (सात हजार से आठ हजार डालर) कमा सकता है।
कुछ ट्रक ड्राइवरों को प्रति घंटे के हिसाब से भुगतान मिलता है जो औसतन 1,680 से 2,520 रुपये होता है। पंजाबी युवा पंजाब से भारी वाहन चलाने का प्रशिक्षण लेकर अमेरिका में भारी वाहन चलाना अधिक पसंद करते हैं। इसके लिए वे पहले जिस भी देश में जाना पड़े चले जाते हैं और वहां से उनका लक्ष्य अमेरिका पहुंचकर वहां ट्रक चलाना होता है।
नई परिस्थितियों में वर्क वीजा नहीं मिलता है तो पंजाबी युवाओं के पास कनाडा, इटली, आस्ट्रेलिया व दुबई विकल्प होगा। अमेरिका में हुए फ्लेरिडा हादसे की गूंज कनाडा में भी सुनाई दे रही है।
कैनेडियन ट्रकिंग एलायंस (सीटीए) ने कनाडा सरकार से कहा कि अमेरिका की रोक पर यदि कनाडा ने ध्यान नहीं दिया तो इसी प्रकार के प्रतिबंध कनाडा के ट्रक ड्राइवरों को भी भुगतने पड़ सकते हैं इसलिए कनाडा में प्रवासी ड्राइवरों से जुड़ी समस्या का तुरंत समाधान किया जाए।
इधर, पंजाब की राजनीति में अप्रवासी भारतीयों का हमेशा से ही खासा दबाव रहा है जिसे देखते हुए आम आदमी पार्टी, शिरोमणि अकाली दल और कांग्रेस ने केंद्र सरकार से इस संबंध में हस्तक्षेप करने की मांग की है।
कैबिनेट मंत्री संजीव अरोड़ा, शिरोमणि अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर बादल, कांग्रेस के विधायक परगट सिंह आदि ने केंद्रीय विदेश मंत्री डा. एस जयशंकर से सभी विदेशी ट्रक चालकों के वर्क वीजा फ्रीज करने का मुद्दा अमेरिका के समक्ष उठाने को कहा है। पंजाब के राजनेताओं का मानना है कि यदि अमेरिकी सरकार ऐसा करती है तो इससे पंजाबी परिवारों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।
अंग्रेजी अनिवार्य करने से 2,500 लाइसेंस निलंबित
अमेरिका में पंजाबी ड्राइवरों ने बताया कि इस वर्ष अप्रैल से अब तक 2,500 पंजाबी ड्राइवरों के लाइसेंस निलंबित कर दिए गए हैं जिससे उनके परिवार पर रोजगार का संकट आ गया है। फेडरल मोटर कैरियर सेफ्टी एडमिनिस्ट्रेशन ने ‘अमेरिका फर्स्ट’ नीति के अंतर्गत ट्रक ड्राइवरों के लिए अंग्रेजी भाषा में दक्षता अनिवार्य कर दी है। पंजाबी ड्राइवर इस कारण भी परेशानी में आ गए हैं।
10 दिन में लाइसेंस जारी करने वाले ट्रेनिंग स्कूलों पर नकेल कसें
कैलिफोर्निया में 1,50,000 ट्रक ड्राइवरों के संगठन नार्थ अमेरिकन पंजाब ट्रकिंग एसोसिएशन (नापटा) के प्रधान रमन िढल्लों ने कहा कि कई ड्राइविंग स्कूल मात्र सात से 10 दिनों में न्यूनतम रोड ट्रेनिंग के लाइसेंस जारी कर देते हैं। इन पर नकेल कसनी चािहए। राजनेता पंजाबी ड्राइवर पर राजनीति न करें बल्कि सिस्टम को ठीक करें।
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