कनाडा में छिपे बलराज रंधावा के खिलाफ कोर्ट में अनट्रेस रिपोर्ट पेश, आठ साल पहले कार से कुचलकर हिमाचल कांग्रेस नेता प्रतिभा के भतीजे को मार डाला था
चंडीगढ़ में आठ साल पहले हुए आकांक्ष सेन हत्याकांड में फरार आरोपी बलराज रंधावा के खिलाफ पुलिस ने कोर्ट में अनट्रेस रिपोर्ट पेश की है। रंधावा पर 2017 में बीएमडब्ल्यू कार से कुचलकर आकांक्ष की हत्या का आरोप है। पुलिस ने पहले रंधावा के कनाडा में छिपे होने की बात कही थी, लेकिन अब उसे पकड़ने में असमर्थता जताई है। पीड़ित परिवार रंधावा की गिरफ्तारी की मांग कर रहा है।

हाई प्रोफाइल मर्डर केस में चंडीगढ़ पुलिस आज तक बलराज रंधावा को पकड़ नहीं सकी।
रवि अटवाल, चंडीगढ़। आठ साल पहले सेक्टर-9 में हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी कांग्रेस नेता प्रतिभा सिंह के भतीजे आकांक्ष सेन की बीएमडब्ल्यू कार से कुचलकर हत्या कर दी गई थी। कार में सवार युवक हरमेहताब तो मौके पर पकड़ा गया था, लेकिन कार चला रहा बलराज सिंह रंधावा मौके से फरार हो गया था। इस हाई प्रोफाइल मर्डर केस में चंडीगढ़ पुलिस आज तक बलराज रंधावा को पकड़ नहीं सकी है। वारदात के आठ साल बाद पुलिस ने हाथ खड़े कर दिए और रंधावा के खिलाफ चंडीगढ़ जिला अदालत में अनट्रेस रिपोर्ट दाखिल कर दी है।
इसमें खास बात यह है कि पुलिस ने कुछ महीने पहले ही चंडीगढ़ जिला अदालत में एक याचिका पर जवाब देते हुए स्वीकार किया था कि उन्हें रंधावा की लोकेशन का पता चल गया है। पुलिस ने दावा किया था कि उन्हें इंटरपोल के जरिए पता चला है कि रंधावा कनाडा के ओंटारियो प्रांत में छिपा हुआ है। इसके बावजूद पुलिस ने रंधावा को पकड़ने में असमर्थता दिखा दी। रंधावा को वारदात के दो महीने बाद ही जिला अदालत के आदेश पर भगोड़ा घोषित कर दिया गया था। कोर्ट की कार्रवाई से बचने के आरोप में उसके खिलाफ आइपीसी की धारा 174ए के तहत एक और एफआइआर दर्ज की गई थी। पुलिस ने यह अनट्रेस रिपोर्ट इसी एफआइआर में पेश की है।
कनाडा से प्रत्यर्पण की प्रक्रिया केवल कागजों में
चंडीगढ़ पुलिस ने आरोपित के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू करते हुए केस को कनाडा के डिपार्टमेंट आफ जस्टिस को भेजा था, लेकिन दस्तावेजों में आपत्तियों के चलते फाइल वापस भेज दी गई थी। पुलिस ने भारत सरकार के जरिए रंधावा के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया आरंभ की थी। यह प्रक्रिया जिला अदालत के आदेश पर शुरू की गई थी। हालांकि पुलिस का कहना है कि कनाडा की ओर से उठाई गई आपत्तियां काफी ज्यादा हैं और उन्हें पूरा करने में कुछ समय लगेगा। पुलिस ने हाल ही में जिला अदालत से फ्रेश स्टेटस रिपोर्ट फाइल करने के लिए दो माह का समय मांगा था।
पीड़ित परिवार कर रहा रंधावा की गिरफ्तारी की मांग
मृतक आकांक्ष सेन के पिता ने इस मामले में दो साल पहले चंडीगढ़ जिला अदालत में एक याचिका दायर की थी, जिसमें उन्होंने बलराज रंधावा की गिरफ्तारी की मांग की थी। इस याचिका पर अदालत ने चंडीगढ़ पुलिस से स्टेटस रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए थे। इस पर पुलिस ने अदालत में जवाब दिया था कि इंटरपोल पुलिस के जरिए उन्हें रंधावा की लोकेशन का पता चल गया था। वह इस समय कनाडा में छिपा हुआ था। इसलिए उसके प्रत्यर्पण के लिए भारत सरकार के जरिए कनाडा सरकार से बात की जा रही है।
एक दोषी को हो चुकी है उम्रकैद
9 फरवरी, 2017 की देर रात एक पार्टी में आकांक्ष के दोस्त शेरा की हरमेहताब और बलराज रंधावा से हाथापाई हो गई थी। इस दौरान आकांक्ष ने शेरा का बचाव किया तो जवाब में रंधावा ने गुस्से में आकर बीएमडब्ल्यू कार से कुचलकर आकांक्ष की हत्या कर दी थी। उस वक्त कार में रंधावा के साथ हरमेहताब भी सवार था। हरमेहताब ने रंधावा को आकांक्ष पर कार चढ़ाने के लिए उकसाया था। हरमेहताब को पुलिस ने मौके पर पकड़ लिया था। उसके खिलाफ कई साल तक केस चला और बाद में उसे जिला अदालत ने उम्रकैद की सजा सुना दी थी।
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