चंडीगढ़ पीयू-पीजीआइ में सर्विस लाइनों को बदलने के बाद होगा अंडरपास का निर्माण, प्रशासन ने एमसी से मांगी डिटेंल रिपोर्ट
पीयू और पीजीआइ के बीच अंडरपास का निर्माण कार्य प्रशासन की ओर से जल्द शुरू कर दिया जाएगा। प्रशासन ने निगम के इंजीनियरिंग विंग को पत्र लिखकर इसके नीचे स ...और पढ़ें

चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब विश्वविद्यालय (पीयू) और पीजीआइ के बीच बहुप्रतीक्षित पैदल मार्ग (अंडरपास) का निर्माण कार्य प्रशासन की ओर से जल्द शुरू कर दिया जाएगा। प्रशासन के इंजीनियरिंग विंग ने नगर निगम के इंजीनियरिंग विंग को पत्र लिखकर इसके नीचे से गुजरने वाली पानी, सीवरेज, बरसाती लाइन और प्रमुख पानी की लाइन की डिटेंल रिपोर्ट जमा करवाने के लिए कहा है। निर्माण शुरू होने से पहले इन सभी सर्विस लाइनों को यहां से बदला जाएगा। नगर निगम की ओर से इन लाइनों को बदलने के लिए आने वाली लागत का भी एस्टीमेट बनाया जाएगा।अभी यह तय होना है कि इन लाइनों को प्रशासन अपने स्तर पर बदलेगा या नगर निगम।इस समय शहर में पहले से दो अंडरपास बने हुए हैं।जिनमे सेक्टर-17-22 की विभाजक सड़क के अलावा सेक्टर-16 और 17 की विभाजक सड़क पर बना है।सेक्टर-16 के रोज गार्डन से सेक्टर-17 प्लाजा को जोड़ने वाले अंडरपास का शहरवासियों को काफी फायदा मिल रहा है।यह अंडरपास काफी सुंदर बनाया गया है।जहां पर प्रशासन का करीब छह करोड़ रुपये का खर्चा आया है।
सात करोड़ से ज्यादा की लागत से बनेगा अंडरपास
अंडरपास के लिए अनुमानित लागत लगभग 7.20 करोड़ रुपये है। इसमें लोगों और मरीजों के लिए काफी सुविधाएं दी जाएंगी। यह अंडरपास 15 मीटर चौड़ा और 38 मीटर लंबा होगा। इसमें फोटोस्टेट जैसी बुनियादी सुविधाओं के अलावा 12 ऐसी दुकानें होंगी, जिनका उपयोग हर समय होता है। इनमें खाने पीने के सामान से लेकर अन्य शामिल हैं। वहीं सीढ़ी के अलावा, व्हीलचेयर पर बुजुर्गों और रोगियों की सुविधा के लिए अंडरपास में लिफ्ट और एस्केलेटर होंगे।अंडरपास बनने से सड़क पर भी भीड़ कम हो जाएगी और वह बिना किसी बेरोक टोक के पीजीआइ और पीयू आ जा सकेंगे।
वार्ड पार्षद ने भी जल्द अंडरपास बनाने की मांग की
पूर्व मेयर राजबाला मलिक ने भी प्रशासन से जल्द ही अंडरपास का निर्माण कार्य शुरू करने की मांग की है। उनका मानना है कि इस सड़क पर काफी जाम रहता है, जिस कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि अधिकतर लोग पीजीआइ जाने के लिए पीयू की तरफ से सड़क पार करते हैं। मरीज और तीमारदार बसों में आते है तो पंजाब विश्वविद्यालय की तरफ उतरते है और उसके बाद सड़क पार करके पीजीआइ में जाते है, ऐसे में ट्रैफिक ज्यादा होने के कारण उन्हें काफी परेशानी आती है। इसी तरह से पीजीआइ से पीयू की तरफ आने वाले लोगों को सड़क पार करने में परेशानी आती है।
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