पंजाब में दो और धोखेबाज ट्रैवल एजेंट गिरफ्तार, अमेरिका से डिपोर्ट मामले में एसआईटी कस रही शिकंजा
अमेरिका से डिपोर्ट मामले में गठित एसआइटी की जांच का दायरा लगातार बढ़ रहा है। पुलिस ने बुधवार को अमृतसर तरनतारन व संगरूर में तीन ट्रैवल एजेंटों पर केस दर्ज किए। गत दिवस नौ ट्रैवल एजेंटों पर केस दर्ज हुए थे। साथ ही संगरूर पुलिस ने ट्रैवल एजेंट अंग्रेज सिंह व जगजीत सिंह को गिरफ्तार किया है। मामले में अब तक 15 एफआइआर दर्ज की गई हैं।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। अमेरिका से डिपोर्ट मामले में गठित एसआइटी की जांच का दायरा लगातार बढ़ रहा है। पुलिस ने बुधवार को अमृतसर, तरनतारन व संगरूर में तीन ट्रैवल एजेंटों पर केस दर्ज किए। गत दिवस नौ ट्रैवल एजेंटों पर केस दर्ज हुए थे।
अब तक 15 एफआइआर दर्ज की गई हैं
साथ ही संगरूर पुलिस ने ट्रैवल एजेंट अंग्रेज सिंह व जगजीत सिंह को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी हाल ही में पटियाला के एनआरआइ पुलिस थाने द्वारा ट्रैवल एजेंट अनिल बत्रा की गिरफ्तारी के कुछ दिनों बाद हुई है। मामले में अब तक 15 एफआइआर दर्ज की गई हैं तथा तीन ट्रैवल एजेंटों को गिरफ्तार किया गया है।
संगरूर जिले के लहरा के गांव मंडवी के दविंदर सिंह ने हरियाणा के करनाल जिले के निसिंग निवासी एजेंट जगजीत सिंह व मंडवी के अंग्रेज सिंह के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था। अंग्रेज सिंह ने उसे झांसे में लेकर अपने दामाद जगजीत सिंह की 'नवरूप वीजा एजेंट ट्रैवल कंपनी' पर ले गया जहां 36 लाख रुपये में अमेरिका भेजने की बात तय हुई।
एजेंटों ने परिवार से लगभग 50 लाख रुपये ऐंठे
एजेंटों ने उसे गत 21 जनवरी को मेक्सिको पहुंचा दिया। एजेंटों ने उसके परिवार से लगभग 50 लाख रुपये ऐंठे। दविंदर को 26 जनवरी को मेक्सिको से अमेरिका में प्रवेश करा दिया गया परंतु वहां उसे पकड़ लिया गया था।अमृतसर में छोटा घनश्यामपुरा गांव निवासी हरप्रीत सिंह की शिकायत पर अजनाला के अर्श काहलों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज हुआ है। अर्श ने दावा किया था कि वह उसे अमेरिका में एक नंबर में नौकरी दिला देगा।
हरप्रीत 43 लाख में से काहलों को 40 लाख रुपये देकर पिछले वर्ष 22 जुलाई को दिल्ली से इटली भेजा गया था। कई देशों से होते हुए इस वर्ष जनवरी में मेक्सिको की दीवार पार करवाकर उसे अमेरिका में प्रवेश कराया गया। 16 नवंबर को काहलों ने हरप्रीत के परिवार से अपने खाते में तीन लाख रुपये और डलवाए तो उधर अमेरिकी पुलिस ने हरप्रीत को गिरफ्तार कर लिया और 15 फरवरी को अमेरिकी विमान से अमृतसर डिपोर्ट कर दिया।
16 फरवरी को डिपोर्ट होकर लौटे गुरसेवक सिंह
16 फरवरी को डिपोर्ट होकर लौटे तरनतारन के गुरसेवक सिंह ने दिल्ली के ट्रैवल एजेंट गोल्डी के खिलाफ 45 लाख की ठगी की शिकायत दी। पुलिस ने थाना गोइंदवाल साहिब में केस दर्ज किया है। 2023 में गुरसेवक घूमने के लिए थाइलैंड, म्यांमार व वियतनाम गया था। वहां उसकी अन्य लोगों से मुलाकात हुई थी। उन लोगों ने दिल्ली के ट्रैवल एजेंट गोल्डी का मोबाइल नंबर दिया था।
गुरसेवक ने एजेंट गोल्डी से फोन पर बात की
गुरसेवक ने एजेंट गोल्डी से फोन पर बात की और दिल्ली में बातचीत करके गोल्डी को अपना पासपोर्ट सौंप आया। उसे फिंगर प्रिंट करवाने के लिए चंडीगढ़ भेजा गया और फिर शेनगेन वीजा देकर उससे 15 लाख अपने खाते में ट्रांसफर करवाए। 21 दिसंबर को स्पेन की फ्लाइट से गुरसेवक एलसल्वाडोर भेज दिया गया। वहां से मैक्सिको और फिर अमेरिका पहुंचा। वहां पकड़े जाने पर 19 दिन जेल में रहा। 13 फरवरी को अमेरिका डिपोर्ट कर दिया गया।
बिना ऑफिस खोले डंकी डीलिंग
पटियाला में पिछले दिनों गिरफ्तार कुरुक्षेत्र के ट्रैवल एजेंट अनिल बत्रा को पुलिस ने जेल भेज दिया है। केस से जुड़े दो अन्य नाम पुलिस को मिले हैं। डिपोर्ट हुए किशनगढ़ भादसों के 44 वर्षीय गुरविंदर सिंह की शिकायत पर अनिल बत्रा, करनाल के सुरजीत, सुमित व राणा पर केस दर्ज हुआ था। गुरविंदर को इनका पूरा ठिकाना पता नहीं था। एक रिश्तेदार के भरोसे उसने उन्हें पैसे नकद दिए थे। सुरजीत ने पैसे प्राप्त किए थे।
पूछताछ में अनिल बत्रा ने बताया कि आरोपितों का कोई ऑफिस नहीं था। डंकी रूट से लोगों को अमेरिका भेजने वाले एजेंट का कोई ऑफिस नहीं होता है। ये लोग इमिग्रेशन व आइलेट्स के लाइसेंस लेकर आफिस खोलने वालों के साथ मिलकर काम करते हैं। ये एजेंट पैसे कैश में लेते हैं। अधिकतर केसों में डंकी लगाने वाले को रिस्क की पूरी जानकारी होती है।

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