राम मंदिर बन चुका, अब हर घर में हनुमान चालीसा और रामचरित मानस होना जरूरी, प्रवीण तोगड़िया ने दिया बयान
राष्ट्रीय बजरंग दल के अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर बनने के बाद अब हर घर में हनुमान चालीसा और रामचरित मानस होना जरूरी है। उ ...और पढ़ें

हिंदू ही आगे विषय पर आयोजित कार्यक्रम के लिए शहर पहुंचे डॉ. प्रवीण तोगड़िया।
सुमेश ठाकुर, चंडीगढ़। अयोध्या में राम मंदिर बनने के बाद अब हर घर में हनुमान चालीसा और रामचरित मानस होना जरूरी है। हिंदुओं को अच्छी शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य देना मेरा प्रथम उद्देश्य है। यह कहना है राष्ट्रीय अध्यक्ष, अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद व राष्ट्रीय बजरंग दल के अध्यक्ष डाॅ. प्रवीण तोगड़िया का।
प्रवीण तोगड़िया ने शनिवार को सेक्टर-32 स्थित सनातन धर्म मंदिर में पहुंचकर ट्राईसिटी के बजरंग दल के कार्यकताओं को संबोधित किया और हिंदुओं के विकास की अपील की। इस मौके पर डाॅ. तोगड़िया ने अयोध्या में राम मंदिर बनने पर भी विचार रखे और बताया कि वह मंदिर आठ हजार हिंदुओं की तरफ से दिए गए सवा रूपये से तैयार हुआ है।
मंदिर बनाने का सपना 1984 में देखा गया जिसके लिए 1989 में जाकर हर घर से सवा रूपये इकट्ठा करने का अभियान शुरु किया और मंदिर बनाने का सारा सामान इकट्ठा किया गया। आज अयोध्या में राम मंदिर बनकर तैयार है जो कि सभी भारतीय हिंदुओं की देन है। वहीं बंगलादेश में हिंदुओं में पर हो रहे अत्याचार पर भी प्रवीण तोगड़िया खुलकर बोले और कहा कि उसके लिए भारत सरकार को कुछ करना चाहिए।
1971 को दोहराना गलती नहीं होगी
बंगलादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार पर डाॅ. तोगड़िया ने कहा कि बंगलादेश को गंगा, ब्रह्मपुत्र का पानी हम देते है। चावल और नमक भी हम ही देते है उसके बावजूद यदि वह हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार को बंद नहीं करते तो भारत सरकार को यह सब देना बंद कर देना चाहिए।
भारत के पास क्षमता है। 1971 में आठ लाख सेना ने पूर्वी और पश्चिमी पाकिस्तान के 90 हजार पाकिस्तानी सैनिकों का आत्मसमर्पण करवा दिया था आज हमारे पास 14 लाख की सेना है। यदि एक बार 1971 को हम बंगलादेश पर दोहरा दें तो सुधार होना निश्चित है। हिंदुओं के उत्थान के लिए भारत सरकार को 1971 को दोहारने के लिए विचार नहीं करना चाहिए।
कांग्रेस पर टिप्पणी करने से बचे तोगड़िया
कार्यक्रम में पहुंचे डाॅ. प्रवीण तोगड़िया से मनरेगा का नाम बदलकर जी राम जी करने पर कांग्रेस की तरफ से भगवान श्रीराम के निरादर के आरोप पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मुझे तो ऐसा नहीं लगता। जी राम जी बोलने से भगवान श्रीराम का कोई निरादर नहीं होता, लेकिन जिन्हें ऐसे लगता है शायद वहीं इसका बेहतर और उचित जबाव दे सकते है।

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