“अटल स्मृति वर्ष” के रूप में मनाया जाएगा अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म शताब्दी साल, हर विधानसभा में तीन चौकों पर लगेंगी मूर्तियां
भारतीय जनता पार्टी अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म शताब्दी वर्ष को “अटल स्मृति वर्ष” के रूप में मना रही है। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में तीन चौक-चौराहों ए ...और पढ़ें

वाजपेयी के नाम पर हर विस में होंगे तीन चौक-चौराहे और उद्यान (फोटो: जागरण)
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म शताब्दी वर्ष को “अटल स्मृति वर्ष” के रूप में मना रही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बड़े पैमाने पर कार्यक्रमों की रूपरेखा बनाई है।
प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में तीन चौक-चौराहों एवं उद्यानों का नाम अटल के नाम पर रखकर उनकी प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी।
सभी विधानसभा क्षेत्रों में 25 से 31 दिसंबर तक अटल स्मृति सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे, जिनमें तीन वक्ता वाजपेयी के व्यक्तित्व एवं उपलब्धियों के विभिन्न पहलुओं को प्रस्तुत करेंगे।
भाजपा हर साल वाजपेयी के जन्मदिन को सुशासन दिवस के रूप में मनाती आ रही है। जन्म शताब्दी वर्ष को देखते हुए इस बार कार्यक्रमों की श्रृंखला चलाई जाएगी।
राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के निर्देश पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने प्रदेश व्यापी कार्यक्रमों का शेड्यूल जारी कर दिया है।
प्रदेश समन्वय टोली बनाई में प्रदेश महामंत्री डा. अर्चना गुप्ता, प्रदेश सचिव राहुल राणा, पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक गुर्जर, जिला प्रभारी कमल यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष निताशा सिहाग और पूर्व विधायक जगदीश नैयर शामिल हैं।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली का कहना है कि वाजपेयी दूरदर्शी राजनेता थे, जिन्होंने भारत को 21वीं सदी में अग्रसर किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने भावपूर्ण संदेश में लिखा है कि “25 दिसंबर को दिन भारतीय राजनीति और भारतीय जनमानस के लिए एक तरह से सुशासन का अटल दिवस है।
पूरा देश अपने भारत रत्न अटल जी को, उस आदर्श विभूति के रूप में याद कर रहा है, जिन्होंने सौम्यता, सहजता और सहृदयता से करोड़ों भारतीयों के मन में जगह बनाई है।
कार्यक्रमों के लिए जिला स्तर पर पांच सदस्यों की टोली बनाई जाएगी। अटल स्मृति सम्मेलन में पिछले दिनों लोकसभा में गृह मंत्री अमित शाह द्वारा दिया गया भाषण बड़ी स्क्रीन लगाकर दिखाया और सुनाया जाएगा।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।