PGI चंडीगढ़ में दानियों कमी नहीं, ये हैं प्रमुख बड़े दानी, अब तक सबसे ज्यादा 10 करोड़ रुपये का डोनेशन
पीजीआइ चंडीगढ़ में रोजाना ऐसे मरीज आते हैं जो आर्थिक तौर पर कमजोर होते हैं और उनके पास इलाज के लिए पैसे तक नहीं होते। ऐसे गरीब मरीजों का इलाज पीजीआइ में फ्री में हो सके इसके लिए दानी सज्जनों का बड़ा सहयोग है।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। दान करना बड़ा पुण्य माना जाता है। गरीब व जरूरतमंदों की सहायता के लिए दान करना बड़ी बात है। हाल ही में पीजीआइ चंडीगढ़ में एक दानी सज्जन ने 10 करोड़ रुपये का गुप्त दान किया है। दान करने वाले पीजीआइ के पूर्व प्रोफेसर हैं, लेकिन उन्होंने अपना नाम उजागर करने से मना कर दिया था। उन्होंने पीजीआइ चंडीगढ़ ये दान गरीब मरीजों के इलाज के लिए किया है, ताकि किसी जरूरमंद मरीज की बिना इलाज मौत न हो जाए।
बता दें कि पीजीआइ चंडीगढ़ में हर साल हजारों लोग दान के लिए आगे आते हैं, ताकि जरूरतमंद और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के मरीजों का इलाज हो सके। इसके लिए शहर की कई संस्थाएं, प्राइवेट फर्म और ऐसे लोग भी हैं जो हर साल लाखों रुपये का दान देते हैं। बता दें इससे पहले साल 2020 में एचके दास ने पीजीआइ को 50 लाख रुपये दान दिए थे।
पीजीआइ में 2021-22 में अब तक इन लोगों ने दिया दान
- 6 जून 2022 को पंजाब मार्कफेड की पूर्व कर्मचारी हरभजन कौर ने अपने जन्मदिन पर दो लाख रुपये दिए।
- 21 मार्च 2022 को रामा इश चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से 10 लाख रुपये दिए गए।
- 17 फरवरी 2022 को वर्धमान ग्रुप की ओर से आई रिसर्च फाउंडेशन और काेर्नियल ट्रांसप्लांट के लिए इंतजार कर रहे मरीजों के लिए 12.50 लाख रुपये दिए।
- 1 अक्टूबर 2021 को पंचकूला के सेक्टर-25 के केंद्रीय विहार की रहने वाली उर्मिला खन्ना ने पांच लाख रुपये दान दिए।
- 27 मार्च 2021 को वाइब्राकौस्टिक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की ओर से 25 लाख रुपये दिए गए।
- 4 अगस्त 2021 को वर्धमान ग्रुप की ओर से 12.50 लाख रुपये दिए गए।
- 5 अप्रैल 2021 को सेक्टर-49 डी की अमिता शर्मा ने पांच लाख रुपये दिए।
- 13 जनवरी 2021 को सेक्टर-5 के रहने वाले विजय पासी ने 10 लाख रुपये दिए।
- 7 जनवरी 2021 को मोहाली के सेक्टर-68 क अमरजीत सिंह ने 1.10 लाख रुपये दिए।
वर्ष 2020-21 में दान के 1.39 करोड़ रुपये से 3,248 मरीजों का हुआ इलाज
वर्ष 2020-21 में पीजीआइ ने एक करोड़ 39 लाख 41 हजार 66 रुपये के दान से कुल 3,248 मरीजों का इलाज किया। ये वह मरीज थे, जिनके पास इलाज के लिए पैसे तक नहीं थे। पीजीआइ में 15 सितंबर 2018 को पुअर पेशेंट फंड के तहत डोनेशन की शुरुआत की गई थी। हर साल कम से कम तीन हजार मरीजों को इस फंड में आने वाले दान से जरूरतमंंद और गरीब मरीजों का इलाज किया जाता है।
आनलाइन डोनेशन भी कर सकते हैं लोग
पीजीआइ में गरीब मरीजों के इलाज में आर्थिक मदद के लिए लोग घर बैठे भी डोनेशन कर सकते हैं। इसके लिए www.pgimer.edu.in. लोगों को सिर्फ इस लिंक पर क्लिक कर आनलाइन डोनेशन में जाकर पूरी प्रक्रिया के बाद दान कर सकते हैं। बड़ी बात यह कि यह दान इन्कम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80G के तहत टैक्स मुक्त है।जानकारी के मुताबिक पीजीआइ में वर्ष 2018-19 में आनलाइन डोनेशन के जरिए 52,98,052 रुपये और 2020-21 में 44,49,787 रुपये मिले थे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।