भगौड़े दल ने नहीं समेटा चूल्हा, भर्ती दल को नहीं दी मान्यता: ज्ञानी हरप्रीत
शिरोमणि अकाली दल (नई गठित) की पहली बैठक ज्ञानी हरप्रीत सिंह की अध्यक्षता में हुई। बैठक में पंजाब और पंथ से जुड़े मुद्दों पर विजय डाक्यूमेंट तैयार करने का निर्णय लिया गया जिसके लिए इकबाल सिंह झूंदा के नेतृत्व में कमेटी गठित की गई। एसजीपीसी चुनावों की जिम्मेदारी जस्टिस निर्मल सिंह को सौंपी गई।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। नव गठित शिरोमणि अकाली दल की पहली बैठक प्रधान ज्ञानी हरप्रीत सिंह की अगुवाई में इंडस्ट्रियल एरिया स्थित नए दफ्तर में हुई। बैठक के उपरांत ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि हमने कोई नया चूल्हा नहीं जलाया बल्कि श्री अकाल तख्त साहिब से दिए गए हुकुमनामे के बावजूद भदौड़े दल ने अपना चूल्हा नहीं समेटा और भर्ती दल को मान्यता नहीं दी।
तीन घंटे से अधिक समय तक चली पार्टी की पहली बैठक में फैसला लिया गया कि एक माह के अंदर पंजाब और पंथ से जुड़े मुद्दों को लेकर एक विजय डाक्यूमेंट तैयार किया जाएगा। इसके लिए इकबाल सिंह झूंदा की अगुवाई में कमेटी का गठन भी किया गया।
विजन डाक्यूमेंट के लिए बनाई गई कमेटी सभी क्षेत्रों और इलाकों तक पहुंच करेगी। वहीं, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के चुनावों और पार्टी से जुड़ी अन्य कानूनी बाधाओं को दूर करने की जिम्मेदारी रि. न्यायमूर्ति निर्मल सिंह को सौंपी गई।
वह अपनी कानूनी टीम के साथ मिलकर एसजीपीसी चुनावों के लिए चल रही अदालती प्रक्रिया को देखेंगे। इसके साथ ही, वे पार्टी से जुड़ी अन्य कानूनी बाधाओं के लिए लीगल सेल का भी काम देखेंगे। वहीं, पहली बैठक में ही आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता इकलाब को पार्टी ज्वाइन करवाई गई।
बैठक में 20 अगस्त को संत हरचंद सिंह लोंगोवाल की बरसी की तैयारियों का जायजा लिया। बैठक उपरांत ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा ‘हमने नया चूल्हा नहीं जलाया बल्कि भदौड़ा दल (सुखबीर) ने चूल्हा नहीं समेटा। उन्होंने भर्ती दल को मान्यता नहीं दी और और अपने चूल्हे पर राजनीतिक रोटियां सेंकीं।
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