शुक्र है जीएमसीएच-32 में बने नए ट्रामा सेंटर में अब स्टाफ तो आएगा, 135 पद मंजूर
यूटी स्वास्थ्य विभाग ने जीएमसीएच-32 के नए ट्रामा सेंटर के लिए 135 पदों को मंजूरी दी है। स्वास्थ्य सचिव अजय चगती ने अस्पताल में सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए अधिकारियों के साथ बैठक की। इन पदों को आउटसोर्स से भरा जाएगा। विभाग ने कर्मचारियों के लंबित प्रमोशन मामलों को भी स्वीकार कर लिया है जिससे कर्मचारियों में ख़ुशी है।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। सेक्टर-32 स्थित जीएमसीएच में हाल ही में बने नए ट्रामा सेंटर में स्टाफ की कमी को पूरा करने के लिए यूटी स्वास्थय विभाग की ओर से 135 पदों को मंजूरी दे दी है। शुक्रवार को यूटी स्वास्थ्य सचिव अजय चगती ने जीएमसीएच में अधिकारियों के साथ अस्पताल में मिल रही सुविधाओं और उन्हें और बेहतर करने के लिए बैठक बुलाई।
अस्पताल में 37 सिक्योरिटी गार्ड, 47 सफाईकर्मी, 51 मल्टीटास्क स्टाफ की भर्ती को मंजूरी दी गई है। जानकारी अनुसार इन पदों को आउटसोर्स से भरा जाएगा। स्वास्थ विभाग की ओर से लंबे समय से प्रमोशन का इंतजार कर रहे कर्मचारियों की मांग को भी स्वीकार कर लिया गया है। बीते 20 से 25 वर्षों से प्रमोशन के मामले लटके हुए थे। स्वास्थय सचिव ने अस्पताल में अन्य मरीजों से जुड़ी सुविधाओं के बारे में भी जानकारी ली।
दैनिक जागरण ने उठाया था स्टाफ की कमी का मुद्दा
8 अगस्त को जब अधिकारियों ने प्रशासक गुलाबचंद कटारिया के हाथों ट्रामा सेँटर का उद्घाटन कराया था उसी दिन दैनिक जागरण ने स्टाफ की कमी का मुद्दा उठाया था। प्रशासक महोदय! मात्र उद्घाटन से नहीं स्टाफ पूरा होने से लोगों को इलाज मिलेगा...शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था।
बताया था कि 52.77 करोड़ रुपये की लागत से बने इस अत्याधुनिक सेंटर में ढांचा खड़ा कर इन्फ्रास्ट्रक्चर का तो इंतजाम करा दिया, लेकिन स्टाफ के बिना मरीजों की जान पर संकट बन सकता है। इस सेंटर का औपचारिक उद्घाटन भले ही हो गया है, लेकिन न तो पर्याप्त डाक्टर हैं, न नर्सिंग स्टाफ, और न ही पूरी ट्रामा यूनिट की सुविधाएं मौजूद। विशेषज्ञों का कहना है कि यह केवल इमरजेंसी बेड का विस्तार है, जिसे ट्रामा सेंटर का नाम दे दिया गया।
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