सुखना चो के पानी से जहां लगता है जाम, वहां बनेंगे पुल, पढ़िये चंडीगढ़ प्रशासन का क्या है प्लान
चंडीगढ़ में सुखना लेक से छोड़े गए पानी के कारण किशनगढ़ बापूधाम और इंडस्ट्रियल एरिया की पुलियाओं से पानी बहने की समस्या को दूर करने के लिए प्रशासन ने पुल बनाने की योजना बनाई है। पहले मनीमाजरा और इंडस्ट्रियल एरिया में पुल बनेंगे। रिपोर्ट में रास्तों के बंद होने से होने वाली परेशानियों का उल्लेख किया गया है। विकास नगर मॉडल की तरह पुल बनने से यातायात प्रभावित नहीं होगा।

बलवान करिवाल, चंडीगढ़। सुखना लेक का पानी सुखना चो में छोड़े जाने पर यह किशनगढ़, बापूधाम और इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1 की पुलिया से ओवरफ्लो होकर बहने लगता है। इससे यह तीनों रास्ते ही बंद हो जाते हैं। अब यह बारिश के सीजन में हर बार होने लगा है। इसको देखते हुए इन पुलिया के स्थान पर बड़े आकार के पुल बनाए जाएंगे। फेज वाइज यह पुल बनेंगे। पहले मनीमाजरा और इंडस्ट्रियल एरिया में सुखना चो की पुलिया के स्थान पर पुल बनाए जाएंगे।
प्रशासन ने दोनों पुलिया पर बरसात और पानी की निकासी पर रिपोर्ट तैयार की है, जिसमें पुलिया की जगह पुल बनाने की जरूरत बताई है । इस रिपोर्ट में पुलिया के ऊपर से पानी ओवरफ्लो होने के बाद रास्ते बंद होने से होने वाली परेशानी को भी शामिल किया गया है। रास्ते बंद होने से मनीमाजरा और पंचकूला की चंडीगढ़ से कनेक्टिविटी प्रभावित रहती है।
मध्य और दक्षिण मार्ग पर ट्रैफिक का बोझ बहुत बढ़ जाता है। पंचकूला और मनीमाजरा से चंडीगढ़ आने जाने में 15 मिनट का सफर तय करने में दो से ढाई घंटे लग जाते हैं। इन दोनों पुलिया की जगह विकास नगर रोड जैसा पुल बनाने की जरूरत है। विकास नगर और मध्य मार्ग पर बने पुल के नीचे से सुखना चो में कितना भी पानी आए ऊपर ट्रैफिक पर कोई फर्क नहीं पड़ता। ऐसे पुल बापूधाम, इंडस्ट्रियल एरिया और किशनगढ़ में बन जाएंगे तो पानी कितना भी छोड़ेंगे तो वह ओवरफ्लो नहीं होंगे, साथ ही रोड भी बंद नहीं करना पड़ेगा।
कई बार बंद करने पड़े रास्ते
इस सीजन में सुखना लेक के फ्लड गेट आठ से दस बार खोले गए। कई बार पानी अधिक छोड़ने पर सभी पुलिया ओवरफ्लो होने से पानी सड़क के ऊपर से बहा। इसके बाद तीनों ही रास्ते कई बार बंद करने पड़े। लोगों को भयंकर जाम झेलना पड़ा।
अब ऐसी नौबत प्रत्येक वर्ष आने लगी है। इसको देखते हुए ही प्रशासन ने पुलिया की जगह पुल बनाने की योजना तैयार की है। बारिश का सीजन खत्म होने के बाद इस रिपोर्ट के आधार पर ड्राइंग बनेंगी और इसकी मंजूरी ली जाएगी। अगले बजट में इस कार्य के लिए फंड का प्रविधान किया जा सकता है।
पिछले वर्ष छह माह बंद रहा रास्ता
वर्ष 2024 में बारिशों के बाद सुखना लेक भरने पर छोड़े गए पानी ने बापूधाम और इंडस्ट्रियल एरिया पुलिया को बहुत नुकसान पहुंचाया था। बापूधाम पुलिया पर पानी की पाइपलाइन और इंडस्ट्रियल एरिया में सीवरेज लाइन तक टूट गई थी।
इंडस्ट्रियल एरिया वाला रास्ता तो खुलने में छह माह से भी अधिक समय लग गया था। इस दौरान आवाजाही बुरी तरह प्रभावित रही थी। यह दोनों रास्ते पंचकूला-मनीमाजरा, दड़वा और रेलवे स्टेशन के लिए बहुत अहम हैं।
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