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सुनील जाखड़ के पार्टी को गुड बाय कहने पर पंजाब कांग्रेस में हलचल, रावत, वड़िंग व सिद्धू ने किया कमेंट

पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान सुनील जाखड़ ने इंटरनेट मीडिया पर आकर जिस तरह से कांग्रेस के नेतृत्व पर सवाल किया और फिर पार्टी को गुडबाय कहा उससे पार्टी नेता आहत हैं। पार्टी नेताओं का कहना है कि जाखड़ को पार्टी के समक्ष अपनी बात रखनी चाहिए थी।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Sun, 15 May 2022 11:51 AM (IST)Updated: Sun, 15 May 2022 04:07 PM (IST)
सुनील जाखड़, अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, हरीश रावत व नवजोत सिंह सिद्धू की फाइल फोटो।

इन्द्रप्रीत सिंह, चंडीगढ़।पंजाब प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने पार्टी छोड़ दी। जाखड़ ने जिस तरह पार्टी नेतृत्व और कई नेताओं पर आरोप लगाकर उनके खिलाफ भड़ास निकालते हुए पार्टी को 'गुड बाय' कहा, उसके बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने भी जाखड़ पर हमला किया।

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अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने जाखड़ को अपने भीतर झांकने की सलाह दी। वहीं, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट कर जाखड़ को पार्टी का एसेट और खरा सोना बताते हुए कहा कि कांग्रेस उन्हें न गंवाए। जाखड़ के भतीजे और विधायक संदीप जाखड़ ने ट्वीट कर कहा कि सच हमेशा कड़वा होता है, क्या नेतृत्व में सच्चाई सुनने का साहस है।

फेसबुक पर लाइव हुए जाखड़ ने न केवल पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से सवाल किए, वहीं कुछ नेताओं को चापलूस और पार्टी को नुकसान पहुंचाने वाले नेता बताया। जाखड़ ने उस समय पार्टी छोडऩे की घोषणा की जब उदयपुर में कांग्रेस चिंतन शिविर कर रही है। जाखड़ ने अंबिका सोनी, हरीश रावत और हरीश चौधरी की भूमिका पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि इन जैसे चापलूस लोगों के कारण पंजाब में कांग्रेस खटिया पर आ (बीमार पड़) गई है। अंबिका सोनी ने यह कहकर पंजाबियों और खासकर सिखों का अपमान किया है कि किसी ङ्क्षहदू नेता को सीएम बनाने पर पंजाब में आग लग जाएगी।

जाखड़ पार्टी के समक्ष रखते अपनी बात : रावत

पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रभारी हरीश रावत ने कहा कि अगर सुनील जाखड़ की इच्छा के खिलाफ कुछ हो रहा था तो उन्हें पार्टी नेतृत्व के समक्ष अपनी बात रखनी चाहिए थी। मैं समझता हूं कि जिस समय कांग्रेस के समक्ष चुनौतियां हैं, उसका सामना करने के लिए जाखड़ आगे बढ़ेंगे। जाखड़ को अलग विचार रखने का हक है, लेकिन अगर कांग्रेस अध्यक्ष के स्तर पर कोई बात तय हो जाती है तो उसे सबको मानना चाहिए।

पार्टी को बदनाम न करें, अपने भीतर झांकें जाखड़: वड़िंग

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने कहा सुनील जाखड़ ने कांग्रेस और पार्टी नेतृत्व पर बेबुनियाद आरोप लगाए हैं। जाखड़ पार्टी को बदनाम करने के बजाए अपने भीतर झांके कि किन कारणों से वह इस स्थिति में पहुंचे हैं। विधानसभा चुनाव हारने के बावजूद पार्टी ने तो उन्हें गुरदासपुर में पहले लोकसभा के लिए उपचुनाव में उतारा, प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया।

राजा वड़िंग ने कहा कि केवल मुख्यमंत्री न बनाए जाने पर जाखड़ ने उसी पार्टी के खिलाफ आत्मघाती हमला बोल दिया, जिसने उन्हें और उनके परिवार को कितना कुछ दिया। विधानसभा चुनाव से पहले जाखड़ के बयान से पार्टी को न केवल पंजाब बल्कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भी भारी नुकसान हुआ।

जाति-धर्म की राजनीति का शिकार हुए जाखड़ : आप

आम आदमी पार्टी (आप) के मुख्य प्रवक्ता मलविंदर सिंह कंग ने कहा कि सुनील जाखड़ कांग्रेस की समाज को जाति और धर्म के नाम पर बांटने वाली राजनीति का शिकार हुए हैं। कांग्रेस ने हमेशा जाति और धर्म की राजनीति कर सत्ता प्राप्त करने की कोशिश की।


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