सिरसा में मेडिकल स्टोर पर ताबड़तोड़ छापा, हजारों अवैध नशे की गोलियां बरामद; पुलिस के हत्थे चढ़े दो आरोपी
हरियाणा सरकार ने सिरसा में एक मेडिकल स्टोर पर छापा मारकर हजारों अवैध नशीली गोलियां बरामद की। खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने पुलिस के साथ मिलकर यह कार्रवाई ...और पढ़ें

हरियाणा सरकार ने सिरसा में एक मेडिकल स्टोर पर छापा मारकर हजारों अवैध नशीली गोलियां बरामद की (प्रतीकात्मक फोटो)
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने अवैध रूप से नशा बेचने वालों के खिलाफ शिकंजा कस दिया है।
फ़ूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन हरियाणा ने पुलिस के साथ मिलकर सिरसा जिला में एक मेडिकल स्टोर पर छापा मारकर हजारों अवैध नशा की गोलियां पकड़ी हैं। इसके अलावा , दो व्यक्तियों को अवैध नशीली दवाओं के साथ पकड़ा गया है।
स्टेट ड्रग कंट्रोलर श्री ललित गोयल ने बताया कि प्रदेश की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव के आदेशानुसार नशा की अवैध बिक्री करने वालों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है।
उन्होंने बताया कि फ़ूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के आयुक्त श्री मनोज कुमार के निर्देशानुसार सिरसा-II के ड्रग्स कंट्रोल ऑफिसर श्री सुनील कुमार ने सिरसा जिला के सिंहपुरा पुलिस स्टेशन के पुलिस ऑफिसर के साथ गांव धर्मपुरा में स्थित "मेसर्स खुशी मेडिकल स्टोर" पर रेड मारी।
इस फर्म पर गैर-कानूनी तरीके से मेडिकल नशीली दवाएं रखने और बेचने की गुप्त शिकायत मिली थी। चेकिंग के दौरान इस स्टोर से 600 टैबलेट टैपेंटाडोल और 1200 कैप्सूल प्रेगाबालिन( IP 300 mg) बरामद किए गए हैं।
इस मेडिकल स्टोर के मालिक खुशविंदर सिंह बरामद की गई मेडिकल नशीली दवाओं का कोई सेल/परचेज़ रिकॉर्ड नहीं दिखा सके।
इन दवाओं का सैंपल फॉर्म-17 पर लिया गया। इंस्पेक्शन रिपोर्ट भरी गई और दुकान सील कर दी गई। उन्होंने बताया कि इस मामले में आगे की कार्रवाई ड्रग एंड कण्ट्रोल एक्ट के तहत एक्शन लिया जाएगा।
स्टेट ड्रग कंट्रोलर डॉ ललित गोयल ने आगे बताया कि ड्रग्स कंट्रोल ऑफिसर श्री सुनील कुमार ने ही सीआईए सिरसा के साथ मिलकर एक और रेड की।
इसमें अमनदीप सिंह और विकास के पास से 19500 टैब टैकडोल तथा 100 एसआर (टैपेंटाडोल हाइड्रोक्लोराइड) ज़ब्त किए।
ये दोनों डबवाली के पास गैर-कानूनी सप्लाई के लिए उक्त ड्रग्स ले जा रहे थे। ये लोग उस फर्म के वर्कर/सेल्स पर्सन थे , इनको सिरसा जिला के ही गांव ओढां (कालांवाली) में जॉइंट रेड के दौरान पकड़ा गया है। इनकी ड्रग्स को फॉर्म 16 के ज़रिए सील किया गया था। इसके बाद आगे की कार्रवाई ड्रग एंड कण्ट्रोल एक्ट के तहत शुरू कर दी है।

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