सिद्धू मूसेवाला के हत्यारों ने भी बनाए थे फर्जी पासपोर्ट, फर्जी दस्तावेज मुहैया करवाने में शामिल दो एजेंट गिरफ्तार
चंडीगढ़ पुलिस ने सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के साजिशकर्ताओं को फर्जी दस्तावेज मुहैया कराने वाले दो इमिग्रेशन एजेंटों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान हरमीत सिंह और अरिजीत कुमार के रूप में हुई है। अनमोल बिश्नोई गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का चचेरा भाई है। टीटू चंद पहले भी दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था और जमानत पर था।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। चंडीगढ़ पुलिस ने सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के साजिशकर्ताओं अनमोल बिश्नोई, सचिन टपन और अन्य को फर्जी दस्तावेज मुहैया करवाने में शामिल दो इमिग्रेशन एजेंट गिरफ्तार किए हैं। आरोपितों की पहचान बाबा नामदेव कॉलोनी, कपूरथला निवासी हरमीत सिंह और उत्तर-पश्चिम दिल्ली निवासी अरिजीत कुमार के रूप में हुई है।
पुलिस ने बताया कि अनमोल बिश्नोई कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का चचेरा भाई है और टीटू चंद पहले भी दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया था।
वह इस मामले में जमानत पर था। सेक्टर-34 थाना पुलिस को शिकायतक हरियाणा के कैथल निवासी मनजीत सिंह ने दी थी। उसने बताया कि उसका वर्ष 2022 में टीटू चंद से फोन पर संपर्क हुआ था।
10 लाख रुपये प्रति व्यक्ति दिया ऑफर
उसने खुद को ट्रैवल एजेंट बताया और चंडीगढ़ के सेक्टर-34ए में ऑफिस में होने का दावा किया। टीटू ने मनजीत और उसके परिवार को ग्रीस का वीजा पैकेज 10 लाख प्रति व्यक्ति ऑफर किया। मनजीत और उसके पारिवारिक सदस्यों ने कुल 78 लाख टीटू चंद, अनुराग, अरिजीत कुमार और तजिंदर सिंह के खातों में ट्रांसफर किए।
50 हजार के अलावा कोई रिफंड नहीं हुआ
इसके अलावा 20 लाख रुपये और पांच लाख दिल्ली एंबेसी के नाम पर दिए। 19 सितंबर 2022 को जब वह परिवार के साथ एयरपोर्ट पहुंचे, तो इमिग्रेशन अधिकारियों ने उनके वीजा को फर्जी करार देते उड़ान में जाने से रोक दिया। जब शिकायतकर्ता ने दोबारा एजेंटों से संपर्क करना चाहा, तो वे आफिस खाली कर चुके थे। 50 हजार रुपये की वापसी के अलावा कोई रिफंड नहीं हुआ।
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