पंचायत चुनाव में घपला? अकाली दल ने चुनाव आयोग से की नामांकन दाखिल करने की समय सीमा बढ़ाने की मांग
शिरोमणि अकाली दल ने चुनाव आयोग से पंचायत चुनावों में नामांकन दाखिल करने की समय सीमा बढ़ाने की मांग की है। पार्टी का आरोप है कि कई क्षेत्रों में उनके उ ...और पढ़ें

शिअद ने नामाकंन दाखिल कराने की समय सीमा बढ़ाने की मांग की (फाइल फोटो)
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। शिरोमणि अकाली दल ने कहा है कि राज्य भर में जिला परिषद व पंचायत समिति का चुनाव लड़ रहे पार्टी के उम्मीदवारों के नामांकन पत्र बड़े पैमाने पर खारिज कर दिए गए हैं।
इसीलिए उन सभी क्षेत्रों में नामांकन दाखिल करने की समय सीमा बढ़ाई जाए जहां मनमानी और भेदभाव की शिकायतें आई हैं ताकि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव हो सके।
पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने चुनावों के लिए स्वतंत्र पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की मांग भी की है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की कठपुतली बनकर चुनावी माहौल खराब करने वाले पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
उन्होंने कहा,‘‘ पार्टी उन निर्वाचन अधिकारियेां के नाम भी सौंपेगी जिन्होंने पक्षपातपूर्ण तरीके से काम कर विपक्षी नेताओं के नामांकन पत्रों को खारिज कर दिया। 2027 के आम चुनावों में इन्हें डयूटी पर न लगाने की अपील की जाएगी।’’
डॉ. चीमा ने राज्य चुनाव आयोग (एसईसी) की निंदा करते हुए कहा कि ऐसे समय में जब राज्य में लोकतंत्र की हत्या की जा रही है ,एसईसी ने आंखें बंद कर ली हैं।
उन्होने कहा,‘ राज्य चुनाव आयोग निष्पक्ष और स्वतंत्र तरीके से चुनावों की निगरानी करने में नाकाम रहा। चीमा ने बताया कि तरनतारन में जिला परिषद की 72 सीटों में से 41 सीटों पर पार्टी उम्मीदवारों के नामांकन खारिज कर दिए गए हैं।
इसी वजह से आप पार्टी ने बड़ी संख्या में निर्विरोध सीटें जीती हैं। चीमा ने कहा कि मजीठा में ब्लाक समिति सीटों पर 12 अकाली उम्मीदवारों को नामांकन दाखिल नही करने दिया गया और बाकी 21 सीटें आप पार्टी ने निर्विरोध जीत ली हैं। भोआ और ज़ीरा में भी किसी भी अकाली उम्मीदवार का नामांकन पत्र दाखिल नहीं करने दिया गया।

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