चंडीगढ़ में सेक्टर-17 बना फ्रॉड इमिग्रेशन कंपनियों का अड्डा, क्राइम ब्रांच ने कसा शिकंजा, ठगी में तीन दबोचे
चंडीगढ़ के सेक्टर-17 में क्राइम ब्रांच ने इमिग्रेशन कंपनी के संचालक समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। ये गिरोह युवाओं को विदेश भेजने का झांसा देकर ठगता था और विरोध करने पर धमकाता था। पुलिस ने इनसे हथियार भी बरामद किए हैं। जांच में इनके गैंगस्टर कनेक्शन का भी पता चला है जिससे क्षेत्र में चल रहे अवैध इमिग्रेशन कारोबार और अपराधियों के गठजोड़ का खुलासा हुआ है।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। सेक्टर-17 का इलाका अब फ्राॅड इमिग्रेशन कंपनियों और अपराधियों का सुरक्षित ठिकाना बनता जा रहा है। भोले भाले लोगों को ठगने वालों पर अब क्राइम ब्रांच ने शिकंजा कसा है। सेक्टर-17 में इवी वीजा इमिग्रेशन कंपनी चलाने वाले मोहाली के गांव भांकर निवासी 36 वर्षीय मंटू उर्फ परम और उसके दो साथियों मनीमाजरा के पिपलीवाला टाउन में रहने वाले 25 वर्षीय अरविंदर सिंह तथा न्यू इंदिरा काॅलोनी निवासी 26 वर्षीय पवन को गिरफ्तार किया है। आरोपितों से दो देसी कट्टे और 7 कारतूस बरामद हुए हैं।
डीएसपी क्राइम धीरज कुमार ने बताया कि शिकायत मिली थी कि मंटू उर्फ परम सेक्टर-17 में इवी वीजा इमिग्रेशन कंपनी चला रहा है। वह बेरोजगार युवाओं और उनके परिवारों को विदेश भेजने का झांसा देता और लाखों रुपये वसूलता था। जब लोग पैसे की वापसी की मांग करते तो कंपनी में बाउंसर की नौकरी करने वाला अरविंदर सिंह धमका देता था। इस तरह अपराध और धंधा दोनों समानांतर चलते रहे।
पवन का गैंगस्टर काली से संबंध
पुलिस जांच में सामने आया कि पवन का संबंध कुख्यात गैंगस्टर काली से रहा है। वह अकसर अदालत में पेशियों के दौरान काली से मिलता था। यही नहीं यह गिरोह हथियार तस्करी और वाहन चोरी में भी शामिल था। इससे अंदेशा है कि इनके तार कई बड़े अपराधों से जुड़े हो सकते हैं। पुलिस अब गिरफ्तार आरोपितों से गहन पूछताछ कर रही है। यह पता लगाया जा रहा है कि ये किन-किन वारदातों में शामिल रहे हैं। इनके संपर्क किन गैंगस्टरों से जुड़े हुए हैं। अधिकारियों को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में कई बड़े अपराधों का पर्दाफाश होगा।
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