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    स्क्रैप पालिसी : वाहन कंडम करने में पंजाब, उड़ीसा और मध्य प्रदेश से आगे चंडीगढ़

    Updated: Tue, 26 Aug 2025 11:40 AM (IST)

    चंडीगढ़ में पुराने वाहनों को कंडम करने में पंजाब उड़ीसा और मध्य प्रदेश से बेहतर काम किया जा रहा है। यहां ढाई साल में 8646 पुराने वाहन स्क्रैप किए गए। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने लोकसभा में यह जानकारी दी। सरकार वाहन आधुनिकीकरण नीति चला रही है। वाहन कंडम करवाने पर 30 हजार रुपये मिलते हैं और नए वाहन पर रजिस्ट्रेशन में छूट मिलती है।

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    चंडीगढ़ में ढ़ाई साल में 8646 पुराने वाहनों को स्क्रैप किया गया है।

    जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। सिटी ब्यूटीफुल के लोग पर्यावरण प्रेमी हैं। यहां का प्रशासन भी सतर्क है। यही वजह है कि पुराने वाहनों को कंडम करने में चंडीगढ़ पंजाब, उड़ीसा और मध्य प्रदेश से आगे है। यहां ढ़ाई साल में 8646 पुराने वाहनों को स्क्रैप किया गया है।

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    सोमवार को लोकसभा में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने देश के सभी राज्यों में स्क्रैप होने वाले वाहनों का आंकड़ा पेश किया, जिसमें पता चला है कि चंडीगढ़ में कई अहम राज्यों के मुकाबले में पुराने वाहनों को कंडम किया जाता है।

    केंद्र सरकार ने स्वैच्छिक वाहन बेड़ा आधुनिकीकरण नीति को लागू किया हुआ है। जारी आंकड़ों के अनुसार चंडीगढ़ वाहन स्क्रैपिंग में मध्यप्रदेश, उड़ीसा और पंजाब राज्यों से भी आगे है। चंडीगढ़ के औद्योगिक एरिया में स्क्रैपिंग सेंटर हैं।

    देशभर में उत्तर प्रदेश सबसे आगे

    देशभर में वाहनों को स्क्रैप करने में उत्तर प्रदेश सबसे आगे है, जहां अब तक 1,21,206 वाहन स्क्रैप किए जा चुके हैं। इसके बाद हरियाणा में 38,993 और महाराष्ट्र में 19,310 वाहन स्क्रैप किए गए हैं। गुजरात में 15,448 और राजस्थान में 15,420 वाहन स्क्रैप हो चुके हैं। मंत्री ने बताया कि स्क्रैपिंग के बाद से धातुओं को फिर से आटोमोबाइल उद्योग में प्रयोग किया जाता है ।

    वाहन कंडम करवाने पर मिलते हैं 30 हजार

    प्रशासन की ओर से जारी अधिसचूना के अनुसार जो व्यक्ति अपने वाहन को इस नीति के तहत वाहन को कंडम करवाता है उसे 30 हजार रुपये मिलते हैं जबकि अन्य लाभ के अलावा वह अपने नए वाहन में पुराना रजिस्ट्रेशन नंबर भी बरकरार रख सकता है।

    प्रशासन का मानना है कि पुराने या 15 साल या इससे अधिक वाहन जो सड़क पर चलते है वह ज्यादा प्रदूषण फैलाते हैं। ऐसे यह नीति पर्यावरण के लिए भी बेहतर है।औद्योगिक क्षेत्र के फेज-1 में एक निजी फर्म स्क्रेपिंग सेंटर चला रही है। नीति के तहत पालिसी का फायदा उठाने वाले नए वाहनों को पंजीकृत करने पर 25 फीसद की छूट रजिस्ट्रेशन शुल्क में दी जाती है।

    मालूम हो कि प्रशासन इस समय शहर में इलेक्ट्रिक वाहनों को भी प्रमोट कर रहा है। प्रशासन भी अपनी अनफिट और पाॅल्यूशन फैलाने वाली पुरानी सरकारी गाड़ियों को खत्म कर रहा है। जो गाड़ियां अपने 15 साल पूरे कर चुकी हैं उन्हें स्क्रैप किया जा रहा है। प्रशासन के अनुसार सरकारी विभाग तभी नई गाड़ी खरीद सकेंगे जब वह पुरानी गाड़ी का स्क्रैपिंग सर्टिफिकेट देंगे।

    लोकसभा में पेश आंकड़ों के अनुसार

    चंडीगढ़ – 8,646

    मध्यप्रदेश – 6,892

    उड़ीसा – 2,737

    पंजाब – 4,553

    उत्तर प्रदेश- 1,21,206 

    हरियाणा – 38,993

    महाराष्ट्र – 19,310

    गुजरात – 15,448

    राजस्थान – 15,420

    यह मिलता है फायदा

    गैर-परिवहन वाहन पर 25 प्रतिशत रोड टैक्स छूट

    परिवहन वाहन पर 15 प्रतिशत रोड टैक्स छूट

    यह लाभ सर्टिफिकेट आफ डिपाजिट जमा करने पर मिलता है।

    एक कार को कंडम करने में लगते है दो से तीन घंटे

    एक कार को कंडम करने में दो से तीन घंटे लगते हैं, जबकि एक बस को कंडम करने में लगभग दो दिन लगते हैं।एक बार वाहन के स्क्रैप हो जाने के बाद कंडम करने वाली कंपनी प्रमाणपत्र जारी करती है और वाहनों का पंजीकरण रद्द कर दिया जाता है।जारी सीओडी प्रमाणपत्र पूरे देश में मान्य है।