चयनित न होने वाले स्कूलों को भी करानी होगी नेस परीक्षा
नेशनल अचीवमेंट सर्वे (नेस) में शार्टलिस्ट न होने वाले स्कूलों के स्टूडेंट्स को भी इस परीक्षा में शामिल होना होगा। सेंट्रल बोर्ड आफ सेकेंडरी एजुकेशन (स ...और पढ़ें

जासं, चंडीगढ़ : नेशनल अचीवमेंट सर्वे (नेस) में शार्टलिस्ट न होने वाले स्कूलों के स्टूडेंट्स को भी इस परीक्षा में शामिल होना होगा। सेंट्रल बोर्ड आफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) और नेशनल काउसिल आफ एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिग (एनसीईआरटी) के संयुक्त सहयोग से शुक्रवार को नेशनल अचीवमेंट सर्वे की परीक्षा आयोजित करवाई जा रही है। चंडीगढ़ शिक्षा विभाग ने नेस परीक्षा का बेहतर परिणाम दिखाने के लिए शहर के सरकारी और प्राइवेट स्कूलों का चयन किया है। परीक्षा में 106 स्कूलों का चयन किया गया है 53 सरकारी और 53 प्राइवेट हैं। परीक्षा में तीसरी-पांचवीं, आठवीं और दसवीं कक्षा के स्टूडेंट्स शामिल हो रहे हैं।
चंडीगढ़ में 114 सरकारी स्कूल है। सिर्फ बेहतर परिणाम दिखाने के लिए नेस परीक्षा के लिए 53 स्कूलों को सीबीएसई और एनसीईआरटी के पास रजिस्टर कराया गया है। अन्य स्कूलों की परीक्षा स्कूल स्तर पर होगी लेकिन उसका प्रश्न पत्र सीबीएसई द्वारा जारी किया जाएगा। परीक्षा कराने के बाद आंसरशीट को स्कूल अध्यापक चेक करके और उसकी रिपोर्ट चंडीगढ़ शिक्षा विभाग को सौंपेंगे। दस बजे से शुरू होगी परीक्षा, कोरोना नियमों का होना पालन :
नेस परीक्षा दो अलग-अलग चरणों में आयोजित होगी जिसमें एक चरण सुबह 10 से 12 बजे का रहेगा जबकि दूसरा चरण साढ़े दस बजे से साढ़े 12 बजे का रहेगा। परीक्षा के लिए एक क्लास रूम में 25 से 30 स्टूडेंट्स होंगे। इस प्रकार एक बैंच पर एक से दो स्टूडेंट्स ही बैठ सकेंगे। इसके अलावा सेनिटाइजर से लेकर मास्क लगवाने की व्यवस्था स्कूल करेंगे। मैथ, साइंस से लेकर लैग्वेंज से जुड़े सवाल पूछे जाएंगे
नेस परीक्षा स्टूडेंट्स की बौद्धिक क्षमता को चेक करने के लिए आयोजित करवाई जा रही है। इसमें स्टूडेंट्स से स्लेबस में से ही सवाल पूछे जाएंगे और वह उसके जवाब देगा। परीक्षा में मैथ, साइंस और लैग्वेंज विषय के सवाल पूछे जाएंगे। परीक्षा को आयोजित कराने का मुख्य उद्देश्य स्टूडेंट्स का सेलेबस के प्रति बौद्धिक क्षमता को चेक करना है। परीक्षा हिदी और इंग्लिश दोनों भाषाओं में आयोजित करवाई जा रही है।

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