होशियारपुर के सरपंच की हत्या के मास्टरमाइंड की जेल में हुई मौत, आठ साल पहले रची थी मर्डर की प्लानिंग
चंडीगढ़ के चर्चित सरपंच हत्याकांड में एक नया मोड़ आया है। मास्टरमाइंड मंजीत सिंह उर्फ बाबी की फिरोजपुर जेल में मौत हो गई है। उस पर 2017 में होशियारपुर के पूर्व सरपंच सतनाम सिंह की हत्या की साजिश रचने का आरोप था। अदालत को मंजीत की मौत की जानकारी दी गई जिसके बाद उसके खिलाफ मुकदमा बंद हो जाएगा।

रवि अटवाल, चंडीगढ़। शहर के सबसे चर्चित और लंबे समय से चल रहे सरपंच हत्याकांड में नया मोड़ आया है। इस सनसनीखेज मामले के मास्टरमाइंड मंजीत सिंह उर्फ बाबी की फिरोजपुर जेल में मौत हो गई है। मंजीत सिंह पर आरोप था कि उसने साल 2017 में होशियारपुर के खुर्दा गांव के पूर्व सरपंच सतनाम सिंह की हत्या की साजिश रची थी।
मंजीत की मौत की जानकारी चंडीगढ़ जिला अदालत को दे दी गई, जिसके बाद अब उसके खिलाफ मुकदमा बंद हो जाएगा। वह काफी समय से फिरोजपुर की जेल में था। अप्रैल 2017 को सेक्टर-38 के गुरुद्वारे के बाहर दिनदहाड़े बीच सड़क सतनाम की गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी।
इस केस में कुख्यात गैंग्सटर दिलप्रीत सिंह ढाहां उर्फ बाबा और हरजिंदर सिंह वाला भी आरोपित हैं। अब यह मामला केवल उन दोनों पर चलेगा। इस केस में दो आरोपित और थे लेकिन उनकी भूमिका सामने नहीं आई तो उन्हें केस से बाहर कर दिया गया था।
दिलप्रीत बाबा पर पंजाब में कई केस चल रहे हैं। उसका नाम चर्चित गायक परमीश वर्मा पर फायरिंग के मामले में भी सामने आया था। मंजीत और दिलप्रीत की मुलाकात होशियारपुर जेल में हुई थी।
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