हरियाणा में शिअद पूरी तरह होगा सक्रिय, छोड़ा इनेलो का साथ
शिरोमणि अकाली दल अब हरियाणा की राजनीति में अपने दम पर सक्रिय होगा। पार्टी हरियाणा में स्थानीय निकाय चुनाव अपने चुनाव निशान पर लड़ेगी।
जेएनएन, चंडीगढ़। शिरोमणि अकाली दल अब हरियाणा की राजनीति में अब अपने दम पर पूरी तरह सक्रिय होगा। सतलुज-यमुना लिंक नहर (एसवाईएल) मुद्दे पर अकाली दल से राजनीतिक रिश्ता तोड़ चुके इनेलो को अब अकाली दल ने दरकिनार करने का मन बना लिया है। इसके तहत अकाली दल ने रोहतक और अंबाला में होने वाले निकाय चुनाव में अपने चुनाव चिन्ह पर उतरने का फैसला किया है। यह घोषणा अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने की है।
अपने दम पर निकाय चुनाव लड़ना कई संकेत देता है। अकाली दल हरियाणा में अपने दम पर राजनीतिक जमीन तलाश करेगा, जबकि इससे पूर्व वह इनेलो के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ता रहा है। एसवाईएल मुद्दे पर सुखबीर बादल ने इस बात के भी संकेत दिए हैं कि आगे भी अकाली दल हरियाणा में पूरी मजबूती के साथ अपने ही सिंबल पर चुनाव लड़ेगा।
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पार्टी के जानकार बताते हैं कि अकाली दल हरियाणा में इनेलो की छाया से इसलिए भी निकलना चाह रहा है क्योंकि हरियाणा में इनेलो पिछले 15 वर्षों से सत्ता से बाहर है। आने वाले समय में भी इस बात की संभावना कम ही दिख रही है कि इनेलो अपने दम पर हरियाणा में सरकार बना सके। इस स्थिति को देखते हुए अब अकाली दल ने खुद की पकड़ मजबूत बनाने की रणनीति बनाई है।
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इस संबंध में सुखबीर बादल ने हरियाणा के नेताओं के साथ बैठक भी की, जिसमें हरियाणा के प्रधान शरणजीत सिंह सोठा, सीनियर वाइस प्रेसीडेंट रघुजीत सिंह विर्क, कालांवाली से अकाली दल के प्रधान बलकौर सिंह उपस्थित थे।