रवनीत बिट्टू ने सार्वजनिक किया संपत्ति का ब्यौरा , करीब 2.31 करोड़ के हैं कर्जदार; जानें क्यों लिया ये फैसला?
केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रवनीत बिट्टू ने अपनी संपत्ति का ब्यौरा सार्वजनिक किया है। दरअसल बिट्टू ने बीते दिनों बयान दिया था कि किसान नेताओं की संपत्ति की जांच करवाएंगे। इसके बाद से ही मांग उठ रही थी कि बिट्टू भी अपने संपत्ति को सार्वजनिक करें। उनके पास 10.96 लाख रुपये बैंक में हैं जबकि 3.39 लाख रुपये नकद हैं।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत बिट्टू ने मंगलवार को अपनी संपत्ति का ब्यौरा सार्वजनिक किया। बिट्टू ने 2009 से लेकर 2024 तक की संपत्ति की जानकारी अपने फेसबुक एकाउंट पर शेयर की है।
राज्य में विधानसभा की चार सीटों पर हो रहे उपचुनाव के दौरान बिट्टू लगातार किसान संगठनों के नेताओं से लेकर कांग्रेस के प्रदेश प्रधान व लुधियाना से सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग पर हमलावर रुख अपनाए हुए हैं।
ब्यौरा सार्वजनिक करके बिट्टू ने चली कूटनीतिक चाल
बिट्टू ने यहां तक कहा था कि उपचुनाव के बाद किसान संगठनों के नेताओं की संपत्ति की जांच करवाएंगे। इसे लेकर किसान संगठनों के नेताओं में रोष है। वहीं, यह भी मांग उठ रही थी कि बिट्टू को भी अपनी संपत्ति का ब्यौरा सार्वजनिक करना चाहिए।
संपत्ति का ब्यौरा सार्वजनिक करके बिट्टू ने कूटनीतिक चाल चली है क्योंकि अब दबाव किसान संगठनों के नेताओं पर बनेगा। अहम बात यह है कि बिट्टू किसान नहीं बल्कि किसान संगठन के नेताओं को लेकर हमलावर हैं।
बिट्टू ने संपत्ति के ब्यौरे में दी है ये जानकारी
बिट्टू की ओर साझा की गई जानकारी के अनुसार उनके बैंक खाते में 10.96 लाख रुपये जमा हैं, जबकि 3.39 लाख रुपये उनके पास नकद हैं। उनके पास 600 ग्राम सोना और 500 ग्राम चांदी है। इसके अलावा उनके पास 500 गज का एक प्लॉट मोहाली में और न्यू चंडीगढ़ में एक फ्लैट है।
यही नहीं, उन्होंने 47.38 लाख रुपये बैंक से और 1.84 करोड़ रुपये व्यक्तिगत रूप से ऋण लिया हुआ है। 2009 में जब बिट्टू ने पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ा था तब चुनाव आयोग को दी गई जानकारी के अनुसार उन पर मात्र तीन लाख रुपये का बैंक से लोन था।
बिट्टू के पास सोना और चांदी की मात्रा उतनी ही थी जो कि 2024 में है जबकि उस समय बैंक में दो लाख जमा और उनके पास 1.70 लाख रुपये कैश था।
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बिट्टू के बयान से किसान यूनियनों में रोष
बता दें कि पंजाब चारों सीटें ग्रामीण क्षेत्रों में हैं और इन सीटों पर जट सिख वोट बैंक बहुत महत्वपूर्ण है पर बिट्टू ने बयान दिया कि किसान नेताओं की जायदादों की जांच करवाई जाएगी। इस पर न केवल किसान यूनियनें भड़क गई हैं बल्कि विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा, अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया आदि ने भाजपा को घेरते हुए पार्टी से बिट्टू के बयान पर स्पष्टीकरण मांगा है। अभी तक किसी भी भाजपा नेता ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया नहीं दी है और न ही वे देने के इच्छुक हैं।
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