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    मिग-21 को भावपूर्ण विदाई के गवाह बने राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्री बोले- यह हमारा परिवार है

    Updated: Fri, 26 Sep 2025 02:47 PM (IST)

    भारतीय वायुसेना ने मिग-21 फाइटर जेट को विदाई दी जो दशकों तक देश की सुरक्षा का भार संभाले रहा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसे भारत के लिए एक प्रतीक बताया जिसने 1971 के युद्ध में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मिग-21 ने वीरता साहस और बलिदान की कहानी लिखी और राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक बना रहा। भारतीय वायुसेना की ताकत को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई।

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    रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मिग-21 ने हमेशा भारतीय सेना का भरोसा और सम्मान बनाए रखा।

    जागरण संवाददाता, चंडीगढ़।  भारतीय वायुसेना के लंबे और गौरवशाली इतिहास में आज एक महत्वपूर्ण अध्याय समाप्त हुआ, जब देश ने मिग-21 फाइटर जेट को विदाई दी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को आयोजित फेयरवेल समारोह में इसे न केवल वायुसेना बल्कि पूरे भारत के लिए एक प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि मिग-21 ने दशकों तक देश की रक्षा का भार अपने विंग्स पर उठाया और हमेशा भारतीय सेना का भरोसा और सम्मान बनाए रखा।

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    राजनाथ सिंह ने मिग-21 को परिवार का सदस्य बताया और कहा कि यह जेट दशकों से भारतीय आसमान में उड़ान भरते हुए देश को मजबूत करने में योगदान देता रहा है। उन्होंने कहा मिग-21 सिर्फ एक फाइटर जेट नहीं है, यह हमारी वीरता, साहस और बलिदान की कहानी है। यह हमारे राष्ट्रीय गौरव और शक्ति का प्रतीक रहा है।

    उन्होंने बताया कि हमारे यहां हर चीज में सम्मान और आस्था दिखाई जाती है। उसी प्रकार मिग-21 का सम्मान भारतीय सांस्कृतिक परंपरा का हिस्सा है। उन्होंने कहा हमें हर उस चीज को सम्मान देना चाहिए जिसने हमारे जीवन और राष्ट्र की रक्षा में योगदान दिया।

    ऐतिहासिक योगदान और वीरता

    रक्षा मंत्री ने याद किया कि 1971 के युद्ध के दौरान, विपरीत परिस्थितियों में मिग-21 ने ढाका के गवर्नर हाउस पर हमला किया और उसी दिन युद्ध के परिणाम की रूपरेखा तैयार की। इसके अलावा, मिग-21 ने अपने लंबे इतिहास में कई महत्वपूर्ण मिशनों में निर्णायक भूमिका निभाई। राजनाथ सिंह ने कहा हर ऐतिहासिक मिशन में मिग-21 ने तिरंगे का सम्मान बढ़ाया और भारत की वीरता को साबित किया।

    सेना का भरोसा और तकनीकी अद्यतन

    रक्षा मंत्री ने बताया कि मिग-21 को विक्रम, त्रिशूल और बादल जैसे आपरेशन्स में उपयोग किया गया। इसे हमेशा अपडेट रखा गया और इसके रखरखाव के लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड की मेहनत सराहनीय रही। वर्तमान में जो मिग जेट उड़ाए जा रहे हैं, वे 40 साल पुराने हैं, लेकिन एयरफोर्स ने इसे अत्याधुनिक तकनीक से लैस रखकर उसकी क्षमता बनाए रखी।

    मिग-21 का वर्षों का गौरवशाली सफर

    मिग-21 ने भारतीय वायुसेना में अपने 62 साल के लंबे सफर में कई पीढ़ियों की सेवा की। यह विमान कई दशकों तक देश की सुरक्षा का प्रतीक रहा और भारतीय वायुसेना की ताकत को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाई। राजनाथ सिंह ने कहा कि मिग-21 का सफर गर्व और सम्मान का सफर रहा है, और यह हमेशा भारतीय सेना और देशवासियों के दिलों में रहेगा।