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    पंजाबी गायक जस बाजवा ने मोहाली से शुरू की 'दिल्ली चलो' मुहिम, बोले- कोरोना से बड़ी अस्तित्व की लड़ाई

    By Ankesh ThakurEdited By:
    Updated: Wed, 19 May 2021 02:40 PM (IST)

    पंजाब के प्रसिद्ध गायक जस बाजवा (Punjabi Singer Jass Bajwa) ने मोहाली के गांव बल्लोमाजरा से दिल्ली चलो मुहिम की शुरुआत की है। जस बाजवा ने कहा कि हम मा ...और पढ़ें

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    पंजाबी गायक जस बाजवा की फाइल फोटो।

    मोहाली, जेएनएन। पंजाब के प्रसिद्ध गायक जस बाजवा (Punjabi Singer Jass Bajwa) ने मोहाली के गांव बल्लोमाजरा से दिल्ली चलो मुहिम की शुरुआत की है। जस बाजवा ने कहा कि हम मानते हैं कि कोरोना महामारी चरम पर है लेकिन कोरोना से बड़ी लड़ाई हमारे अस्तित्व की है। ये लड़ाई पंजाब के भविष्य और खुशहाली की है।

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    बता दें कि जस बाजवा ने यह मुहिम दिल्ली की सीमाओं पर कृषि सुधार कानूनों को रद करवाने की मांग पर चल रहे किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए युवाओं से आह्वान के तौर पर शुरू की है। उन्होंने कहा कि अगर हमारी जमीनें ही नहीं रही तो क्या होगा। जो जत्थेबंदियां धरने पर बैठी हैं, वे कोई प्रोग्राम नहीं कर रही। जिससे ये मैसेज जा रहा है कि दिल्ली का धरना खत्म हो जाएगा। धरना की अलख पंजाब ने जलाई थी लेकिन यूपी और हरियाणा इसमें बेहद सक्रिय हैं। इसलिए हम चाहते है कि 26 मई को दिल्ली में चल रहे धरने को छह माह पूरे हो जाएंगे। जिसमें ज्यादा से ज्यादा लोग पहुंचे।

    गीत बनाया हौंका युवाओं के लिए

    जस बाजवा ने बताया कि उन्होंने युवाओं के लिए गीत 'आओ मुड़ेयों चलो धरने तो हौंका आया है' गाना बनाया है। यह गीत जल्द रिलीज होने जा रहा है। जस बाजवा ने पंजाब के कलाकारों से अपील की कि वे फिर से आंदोलन के लिए युवाओं को प्रेरित करें। क्योंकि पंजाब के सभी गांवों में जाना संभव नहीं है। इसलिए हर युवा दूसरों को प्रेरित करें। जस बाजवा ने किसान जत्थेबंदियों से अनुरोध किया कि वे कोई न कोई प्रोग्राम जरूर देते रहें ताकि लोग इस आंदोलन से जुड़े रहे।

    हमारी लड़ाई सरकार से

    सवाल के जवाब में जस बाजवा ने कहा कि किसी को गद्दार नहीं कहना चाहिए। दीप सिद्धू का जो भी मसला है वे बाद में हल हो जाएगा। हमारी लड़ाई अभी सरकार से है। इस लिए इसको लेकर फिर से संघर्ष तेज करने की जरूरत है। ताकि किसानों को उनका हक मिल सके। गांव बल्ल्लोमाजरा के सरपंच जस्सी बल्लोमाजरा ने कहा कि जब तक केंद्र सरकार किसानों की मांगों को पूरा नहीं करती वे इस संघर्ष को खत्म नहीं होने देंगे। पंजाब के हर युवा व हर किसान व्यक्ति को इस आंदोलन के साथ जोड़ा जाएगा।