पंजाब यूनिवर्सिटी में पुलिस और प्रदर्शनकारियों में टकराव, सुरक्षा गेट तोड़कर अंदर घुसे; सात जवान घायल
चंडीगढ़ स्थित पंजाब यूनिवर्सिटी में सीनेट चुनाव की तारीख घोषित करने की मांग को लेकर प्रदर्शनकारियों ने जमकर हंगामा किया। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई, जिसमें कई पुलिसकर्मी और छात्र घायल हो गए। प्रदर्शनकारियों ने खालिस्तान जिंदाबाद के नारे भी लगाए। मामला अब हाईकोर्ट में पहुँच गया है, जहाँ जल्द चुनाव कराने की मांग की गई है।

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जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। पंजाब यूनिवर्सिटी (पीयू) में सीनेट चुनाव की तारीख की घोषणा की मांग को लेकर सोमवार को प्रदर्शनकारियों ने जमकर हंगामा किया। प्रदर्शनकारियों ने यूनिवर्सिटी के अंदर जाने की कोशिश की तो पुलिस के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई।
पुलिस ने लाठीचार्ज किया लेकिन फिर भी आइजी पुष्पेंद्र कुमार व एसएसपी कंवरदीप कौर के सामने प्रदर्शनकारी मुख्य गेट पर और बेरिकेडिंग तोड़कर यूनिवर्सिटी के अंदर घुस गए। धक्का-मुक्की में डीएसपी इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर सहित सात पुलिसकर्मी घायल हो गए।
कई छात्रों के घायल होने की सूचना है। पीयू में सोमवार को सीनेट चुनाव की तारीख की घोषणा को लेकर घेराबंदी करने के लिए किसान, छात्र, मजदूर समेत अन्य संगठनों के करीब आठ हजार सदस्य ट्रैक्टर, बस व अन्य वाहनों में भरकर पहुंचे थे। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने आइजी पुष्पेंद्र कुमार व एसएसपी कंवरदीप कौर के सामने खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने के साथ हवा में तलवारें भी लहराईं। प्रदर्शन के लिए रविवार रात से ही यूनिवर्सिटी में लोग पहुंचना शुरू हो गए थे।
सोमवार को दिनभर पंजाब व हरियाणा से अलग-अलग संगठनों के सदस्यों का आना लगा रहा। विभिन्न संगठनों के सदस्य ट्रैक्टर, बस व गाड़ियों में भरकर पीयू पहुंचे। यूनिवर्सिटी के तीनों गेट पर भारी मात्रा में पुलिस बल की तैनाती की गई थी। सुबह 11 बजे तक पुलिस प्रदर्शनकारियों को रोकने के प्रयास में जुटी रही।
करीब 12 बजे एसएसपी कंवरदीप कौर कुछ छात्र प्रतिनिधियों से बाहरी लोगों को आने से रोकने को लेकर बात करने के लिए पहुंची थी। एसएसपी बात कर रही थीं तो उधर, पंजाब के पूर्व मंत्री परमिंदर ढींडसा को गेट नंबर एक पर रोक लिया। दस मिनट के बाद ही प्रदर्शनकारियों का हुजूम गेट नंबर एक पर दोनों तरफ से पहुंच गया।
पंजाब यूनिवर्सिटी में लंबे समय से लटके सीनेट चुनाव को लेकर मामला पंजाब एवं हरियाणा हाइकोर्ट में पहुंच गया है। छात्रों के विरोध प्रदर्शनों के बीच हरप्रीत सिंह दुआ ने अपने अधिवक्ताओं आर कार्तिकेय और आर आकांक्षा के माध्यम से याचिका दाखिल की है, जिसमें विश्वविद्यालय प्रशासन से तुरंत चुनाव कार्यक्रम घोषित करने की मांग की गई है। याचिका में आरोप लगाया गया है कि विश्वविद्यालय के कुछ हिस्सेदार वर्ग जानबूझकर चुनाव प्रक्रिया में देरी कर रहे हैं।

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