पंजाब यूनिवर्सिटी में शपथपत्र को लेकर विवाद, छात्र बोले - जेएनयू-जामिया की तर्ज पर PU में भी विरोध पर रोक'
पंजाब यूनिवर्सिटी में दाखिले के समय शपथपत्र भरवाने और बिना अनुमति प्रदर्शन पर रोक लगाने के फैसले से विवाद बढ़ गया है। छात्र संगठनों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और आरोप लगाया कि छात्रों की आवाज दबाई जा रही है। छात्रों का कहना है कि बोलने और सवाल करने के अधिकार को छीना जा रहा है, और विश्वविद्यालय में डर का माहौल बनाया जा रहा है।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। पंजाब यूनिवर्सिटी (PU) में दाखिले के समय छात्रों से शपथपत्र (एफिडेविट) भरवाने और बिना प्रशासनिक अनुमति प्रदर्शन पर रोक लगाने के फैसले को लेकर विवाद बढ़ गया है। छात्र संगठनों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और गेट के बाहर प्रदर्शन किया।
उनका कहना है कि प्रशासन छात्रों की आवाज़ को दबाने की कोशिश कर रहा है। छात्र परिषद के संयुक्त सचिव मोहित मंडारा ने कहा, “देश की हर यूनिवर्सिटी में ऐसा माहौल बनाया जा रहा है जहां बोलने और सवाल करने का अधिकार छीना जा रहा है। जामिया और जेएनयू की तरह अब पीयू में भी वही स्थिति पैदा की जा रही है। हम किसी भी समझौते या झूठे आश्वासन को स्वीकार नहीं करेंगे।”
प्रदर्शनकारी छात्रों का आरोप है कि विश्वविद्यालय में सवाल उठाने वाले शिक्षकों और कर्मचारियों पर दबाव बढ़ाया जा रहा है। “जो प्रोफेसर पहले सवाल उठाने की बात करते थे, अब प्रशासन के डर से चुप हैं। पुलिस की मौजूदगी ने परिसर का माहौल और डरावना बना दिया है।

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