Punjab Politics: अकाली दल ने वर्किंग कमेटी कोर को किया भंग, नए सिरे से किया जाएगा गठन; सुखबीर बादल को मिला जिम्मा
आज अकाली दल की वर्किंग कोर कमेटी ने प्रधान सुखबीर सिंह बादल को कोर कमेटी का नए सिरे से गठन करने का अधिकार दिया है। पार्टी के उपप्रधान डॉ. चीमा ने बताया कि वरिष्ठ नेताओं की आज चंडीगढ़ में एक बैठक हुई जिसमें कोर कमेटी को भंग करने और सभी विंगों का नए सिरे से गठन करने का फैसला लिया गया।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। शिरोमणि अकाली दल के एक बड़े धड़े के अलग होने के बीच आज पार्टी की वर्किंग कमेटी ने कोर कमेटी को भंग कर दिया है।
कोर कमेटी का नए सिरे से गठन करने के अधिकार वर्किंग कमेटी ने पार्टी के प्रधान सुखबीर बादल को दे दिए हैं। पार्टी के उपप्रधान डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने बताया कि काेर कमेटी के अलावा सारी पार्टी का पुनर्गठन किया जाएगा।
डॉ. चीमा ने बताया कि सीनियर नेताओं की आज चंडीगढ़ में एक बैठक हुई जिसमें कोर कमेटी को भंग करने और सभी विंगों का नए सिरे से गठन करने का फैसला लिया गया। यही नहीं, पार्टी ने आने वाले विधानसभा के चार उपचुनाव पर भी चर्चा की।
बैठक में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान हरजिंदर सिंह धामी, बलविंद सिंह भूंदड़, परमजीत सिंह सरना, इकबाल सिंह झूंदा और हरचरण बैंस शामिल थे।
काबिले गौर है कि पार्टी के वरिष्ठ नेता जिन्होंने अपना अलग धड़ा कायम किया हुआ है, उनमें ज्यादातर कोर कमेटी के सदस्य थे, जिनमें प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा, बीबी जगीर कौर, पार्टी के सरपरस्त सुखदेव सिंह ढींडसा आदि शामिल हैं।
बागी धड़े की हुई बैठक, 13 सदस्यीय प्रिजियम बनाने का फैसला
उधर, यह भी पता चला है कि पार्टी के बागी धड़े की अलग से बैठक सुखदेव सिंह ढींडसा के आवास पर हुई। इसमें 13 सदस्यीय प्रिजियम बनाने का फैसला लिया गया है।
इसमें ज्यादा से ज्यादा युवाओं को शामिल किया जाएगा ताकि वे पार्टी का संचालन कर सकें। बैठक में जत्थेदार गुरचरण सिंह टोहरा की शताब्दी मनाने का भी फैसला लिया गया है।
बैठक में कई नेता रहे शामिल
पंथक धड़ों को एकजुट करने और समय के अनुसार नई रणनीति तय करने के लिए पांच अगस्त को चंडीगढ़ में एक सेमीनार करवाने का भी फैसला लिया गया है।
बीस अगस्त को जत्थेदार हरचंद सिंह लोंगोवाल की बरसी है इसको भी इस बार बड़े पैमाने पर मनाने का फैसला लिया गया है।
बैठक में सुखदेव सिंह ढींडसा, परमिंदर सिंह ढींडसा, बीबी जगीर कौर, गुरप्रताप सिंह वडाला सहित कई अन्य नेता शामिल हुए।
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