Punjab News: चलती बाइक से किया गया आरपीजी हमला, छह की हुई पहचान; चार हिरासत में
Punjab News भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा से 40 किलोमीटर दूर स्थित थाना सरहाली पर शुक्रवार रात हुए राकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (आरपीजी) हमले को लेकर पुलिस ने मामला सुलझा लेने का दावा किया है। इनमें से चार को हिरासत में ले लिया गया है।

चंडीगढ़/तरनतारन, जागरण टीम। भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा से 40 किलोमीटर दूर स्थित थाना सरहाली पर शुक्रवार रात हुए राकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (आरपीजी) हमले को लेकर पुलिस ने मामला सुलझा लेने का दावा किया है। सोमवार को चंडीगढ़ में मीडिया से बात करते हुए आइजी मुख्यालय सुखचैन सिंह गिल ने कहा कि थाने पर चलते बाइक से आरपीजी हमला किया गया था। हमले से जुड़े छह आरोपितों की पहचान कर ली गई है। इनमें से चार को हिरासत में ले लिया गया है।
रपीजी हमला करने वाले दोनों आरोपित अभी भी फरार
इनमें से दो ने हमला करने वालों को बाइक उपलब्ध करवाई थी और शेष दो ने स्थानीय स्तर पर अन्य सहायता प्रदान की थी। आरपीजी हमला करने वाले दोनों आरोपित अभी फरार हैं। जांच में यह बात भी साफ हो गई है कि आरपीजी हमले में जो सामग्री इस्तेमाल की गई वह सीमा पार से आई थी। सीसीटीवी फुटेज से पुलिस को कई सुराग मिले हैं और हमले की सभी कड़ियां आपस में जुड़ गई हैं।
जल्द ही इस मामले का खुलासा कर दिया जाएगा। फरार आरोपितों को भी जल्द पकड़ लिया जाएगा। पुलिस सूत्रों के अनुसार पुलिस की विशेष टीम की ओर से की गई जांच में यह बात भी सामने आई है कि हमले की साजिश खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (केएलएफ) के आतंकी लखबीर सिंह लंडा के केंद्रीय जेल गोइंदवाल साहिब में बंद गुर्गों का ही हाथ है।
तीन नामी अपराधियों को प्रोडक्शन वारंट पर लिया
ऐसी सूचना सामने आने के बाद पुलिस ने जेल से तीन नामी अपराधियों को प्रोडक्शन वारंट पर लिया है। इनसे की गई पूछताछ के आधार पर ही इन चारों आरोपितों को हिरासत में लिया गया है। फिलहाल पुलिस ने उनके नाम उजागर नहीं किए हैं। सूत्रों का यह भी कहना है कि पुलिस को आशंका है कि थाना सरहाली पर आरपीजी हमले की साजिश गोइंदवाल जेल में रची गई है। क्योंकि केएलएफ के आतंकी लखबीर लंडा के इशारे पर रंगदारी वसूलने, हत्या की वारदातों को अंजाम देने और नशा बेचने वाले काफी आरोपित इसी जेल में बंद हैं। सूत्रों के अनुसार पुलिस ने सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में गिरफ्तार सात शूटरों से भी पूछताछ की। पूछताछ में क्या बातें सामने आईं, इस संबंध में पुलिस कुछ बताने को तैयार नहीं हैं।
थाने पर हमला
- आइजी गिल का दावा, हमले का मामला सुलझा लिया, आपस में जुड़ रही हैं कड़ियां, जल्द करेंगे खुलासा l
- कहा, आरपीजी हमले के लिए जो सामग्री इस्तेमाल की गई वह सीमा पार से आई थी l
- जेल में साजिश रचे जाने की आशंका के चलते तीन अपराधियों का लिया गया प्रोडक्शन वारंट l
- सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में गिरफ्तार सात शूटरों से पुलिस की विशेष टीम ने की पूछताछ
गोपी और प्रीत नाम के युवकों के नाम आ रहे सामने
हमले को लेकर थाना सरहाली के अधीन आने वाले गांवों के गोपी व प्रीत नाम के दो युवकों के नाम सामने आ रहे हैं। सूत्रों के अनुसार इनमें से एक गोपी को हिरासत में लिया गया है और वह कुछ समय पहले ही जमानत पर जेल से बाहर आया है। गोपी ने पूछताछ में अपने एक साथी प्रीत सिंह का नाम लिया है। दोनो का संपर्क खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के आतंकी लखबीर सिंह लंडा के साथ हैं। फिलहाल ने इन दोनों की इस हमले में भूमिका के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है।
एनआइए ने जुटाया तीन माह में आए ड्रोन का रिकार्ड
एनआइए के अधिकारियों ने सोमवार को फिरोजपुर रेंज के डीआइजी रंजीत सिंह ढिल्लों के साथ बैठक की। इसके उपरांत जिला पुलिस के हेडक्वार्टर पहुंची टीम ने सीमा पार से पिछले तीन महीने में आए ड्रोन के संबंध में विवरण और एफआइआर का रिकार्ड हासिल किया। जिन किसानों के खेतों में ड्रोन गिरते रहे हैं, उनका ब्योरा भी जुटाया जा रहा है।
पटियाला जेल में बंद नामी अपराधी को भी प्रोडक्शन वारंट पर लाने की तैयारी
काउंटर इंटेलिजेंस के एडीजीपी अमित प्रसाद की अगुआई में विशेष टीम की जांच भी जारी है। सूत्रों के अनुसार काउंटर इंटेलिजेंस को कुछ ऐसी सूचनाएं मिली हैं जिससे इस घटना के हमलावरों को पनाह देने वालों तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है। इसी सूचना के आधार पर पटियाला जेल से एक नामी अपराधी को भी प्रोडक्शन वारंट पर लाने की तैयारी की जा रही है।
जेल बनी मोबाइल हब, एक दिन में मिले 15 फोन केंद्रीय जेल गोइंदवाल साहिब में सुरक्षा व्यवस्था में छेद की पोल लगातार खुल रही है। कैदियों के पास मोबाइल आसानी से पहुंच रहे हैं। जेल में रविवार शाम को की गई जांच में 15 मोबाइल फोन, पांच सिम कार्ड, दो डाटा केबल, दो हेडफोन, दो चार्जर बरामद किए गए हैं।
डीएसपी अरुण कुमार ने कहा कि जेल के सहायक सुपरिंटेंडेंट सुशील कुमार और सहायक सुपरिंटेंडेंट सावन सिंह ने जांच के दौरान मोबाइल व अन्य सामान बरामद किया है। अमृतसर में हुई एक हत्या के मामले में जेल में बंद गैंगस्टर रविंदर सिंह उर्फ बिल्ली से भी मोबाइल और एक सिम कार्ड बरामद हुआ है। इससे पहले शुक्रवार को भी जेल में 11 फोन मिले थे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।