Punjab News: भांजे को बचाने के लिए सतलुज में लगा दी छलांग, सात दिन बाद मिला मामा का शव, लड़के का नहीं मिला कोई सुराग
Punjab News भांजे को बचाने में मामा की जान चली गई। लेकिन भांजे का भी कुछ पता नहीं चल पाया। सात दिनों बाद मामा का शव सतलुज से मिला है। सतलुज नदी में गिरे भांजे को बचाने के लिए मामा ने छलांग लगा दी थी। शव को देख परिजनों में हड़कंप मच गया। सभी लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है।
संवाद सहयोगी, काठगढ़ (नवांशहर)। बलाचौर के आंसरों गांव के पास बदली शेर दरगाह के पास सतलुज नदी में गिरे भांजे को बचाने के लिए नदी में कूदे मामा का शव सातवें दिन गांव औलियापुर में सतलुज नदी में मिल गया है। परिवार के सदस्यों ने मौके पर पहुंचकर उसकी पहचान की। जबकि लापता भांजे अंश वालिया का अभी कोई सुराग नहीं लग सका है।
मिली जानकारी के अनुसार चंडीगढ़ के सेक्टर 38 निवासी रमन कुमार का शव सातवें दिन सतलुज नदी में मिला।गांव आंसरों के पीर बाबा बंदली शेर में संत बाबा केहर सिंह जी की जयंती मनाई जा रही थी। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए थे। यह परिवार खरड़ से आया था और परिवार का 14 वर्षीय लड़का अंश वालिया सतलुज के किनारे खड़ा था।
परिजनों ने की शव की पहचान
अंश वालिया का पैर फिसल गया और वह सतलुज नदी में गिर गया। उसे बचाने के लिए उसका मामा रमन नदी में कूद गया था। तेज बहाव के कारण दोनों ही लापता हो गए थे। लापता 14 वर्षीय अंश वालिया के पिता राज कुमार ने बताया कि वह लगातार अपने बेटे और साले को सतलुज नदी में ढूंढ रहे थे, लेकिन सातवें दिन उनके साले रमन कुमार का शव गांव औलियापुर में सतलुज नदी में मिला। जिसकी हमने पहचान कर ली है।
अंश का नहीं चला पता
सदर थाना बलाचौर के एसआई सतनाम सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि रमन कुमार का शव देर शाम गांव औलीयापुर सतलुज नदी से मिल गया था। आज पोस्टमार्टम कराने के बाद शव को परिजनों के हवाले कर दिया गया। लापता अंश वालिया का अभी कुछ पता नहीं लग सका है।
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