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    Punjab: लॉरेंस बिश्नोई Viral Video मामला, IG बोले- पंजाब की जेलों में नहीं बनाई गई वीडियो

    By Jagran NewsEdited By: Mohammad Sameer
    Updated: Tue, 19 Sep 2023 05:30 AM (IST)

    यह वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड की गई थी और आरोप लगाया गया था कि लारेंस बिश्नोई बठिंडा जेल में हिरासत के दौरान मोबाइल फ़ोन का प्रयोग कर रहा था। मामले की जांच इंस्पेक्टर जनरल जेल पंजाब को सौंपी गई थी। जांच के बाद पता लगा है कि वीडियो में लारेंस बिश्नोई के साथ बैठे व्यक्ति की पहचान राजकुमार उर्फ राजू बिश्नोई के तौर पर हुई है।

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    लारेंस बिश्नोई की वीडियो पंजाब की जेलों में नहीं बनाई गई: आईजी जेल

    राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़: जेल विभाग ने राज्य की जेलों में मोबाइलों के प्रयोग संबंधी खबरों को खारिज करते हुये सोशल मीडिया पर वायरल हुई वीडियो को भ्रामक और बेबुनियाद बताया है और कहा कि इस वीडियो का राज्य की जेलों से कोई संबंध नहीं है।

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    एक वीडियो जिसमें लारेंस बिश्नोई को मोनू मानेसर के साथ बात करते हुए दिखाया जा रहा है। मोनू मानेसर हरियाणा के नूंह जिले में गड़बड़ी करने और हिंसा भड़काने के मुख्य दोषियों में से एक है। वीडियो में एक अन्य व्यक्ति लारेंस बिश्नोई के साथ कुर्सी पर बैठा दिख रहा है।

    ये भी पढ़ेंः गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का एक और वीडियो वायरल, मोनू मानेसर-बसौदी आ रहे नजर; पुलिस ने कही ये बात

    सोशल मीडिया पर अपलोड की गई थी वीडियो

    यह वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड की गई थी और आरोप लगाया गया था कि लारेंस बिश्नोई बठिंडा जेल में हिरासत के दौरान मोबाइल फ़ोन का प्रयोग कर रहा था। मामले की जांच इंस्पेक्टर जनरल जेल, पंजाब को सौंपी गई थी। जांच के बाद पता लगा है कि वीडियो में लारेंस बिश्नोई के साथ बैठे व्यक्ति की पहचान राजकुमार उर्फ राजू बिश्नोई के तौर पर हुई है।

    राजकुमार 25 जनवरी, 2021 से 22 फरवरी, 2021 तक 28 दिनों के लिए जि़ला जेल श्री मुक्तसर साहिब में बंद था। सरकारी रिकार्ड के मुताबिक लारेंस बिश्नोई साल 2018 तक केंद्रीय जेल फरीदकोट में रहा क्योंकि उसे 4 जनवरी, 2018 को किसी अन्य राज्य की पुलिस हवाले कर दिया गया था।

    इसके बाद वह अन्यों राज्यों की जेलों में रहा और उसे 24 सितम्बर, 2022 को केंद्रीय जेल बठिंडा लाया गया था और बिश्नोई को 24 अगस्त, 2023 को दोबारा गुजरात पुलिस के हवाले कर दिया गया था। पुख्ता सबूतों के मद्देनजर, आई. जी. जेल ने लगाए गए भ्रामक दोष को नकारते हुये कहा कि यह वीडियो पंजाब की किसी जेल में नहीं बनाई गई क्योंकि लारेंस बिश्नोई और राजू बिश्नोई दोनों कभी भी पंजाब की किसी भी जेल में इकट्ठा नहीं रहे।